वरिष्ठ अधिवक्ता एवं ‘सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन’ के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने न्यायाधीश के तौर पर दो दशक लंबे कार्यकाल में भारत के प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना की न्याय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को मंगलवार को रेखांकित किया।
देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस संजीव खन्ना आज रिटायर हो रहे हैं। उनके बाद जस्टिस बीआर गवई को 14 मई को देश के 52वें CJI के तौर पर शपथ दिलाई जाएगी। अपने कार्यकाल के आखिरी दिन जस्टिस खन्ना ने कहा कि वो कोई भी पद नहीं लेंगे।
अब चीफ जस्टिस ने जब फाइल को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के समक्ष भेज दिया है तो उनकी भूमिका समाप्त हो जाती है। उनकी ओर से फाइल को पीएम और राष्ट्रपति को बढ़ाने का अर्थ है कि उन्हें हटाने की सिफारिश की गई है। आर्टिकल 124 के तहत किसी जज को हटाने की कार्रवाई राष्ट्रपति की ओर से ही हो सकती है।
निशिकांत दुबे ने एक इंटरव्यू में कहा था कि सीजेआई खन्ना देश में सभी गृहयुद्धों के लिए जिम्मेदार हैं। यह टिप्पणी CJI की अगुवाई वाली पीठ द्वारा हाल ही में लागू किए गए वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर रोक लगाने के फैसले के बाद की गई थी।
रिपोर्ट चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के पास है तो उन्होंने जस्टिस यशवंत वर्मा का इस्तीफा ही मांग लिया है। न्यायपालिका से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उन्हें विकल्प दिया गया है कि वे इस्तीफा दे दें। यदि ऐसा नहीं करेंगे तो फिर महाभियोग के लिए रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेजी जाएगी।
दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर नकदी मिलने के बाद पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की पूर्ण अदालत यानी सभी जज ने एक अप्रैल, 2025 को अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करने की घोषण की थी।
उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त तीन सदस्यीय समिति ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ आरोपों पर सीजेआई संजीव खन्ना को रिपोर्ट सौंप दी है। अब जस्टिस खन्ना को इस पर आगे की कार्रवाई करनी है।
वक्फ याचिकाओं पर मौजूदा चीफ जस्टिस ने सुनवाई से इनकार कर दिया है और कहा है कि चूंकि वह अगले सप्ताह सेवानिवृत हो रहे हैं, इसलिए इस मामले पर अगले मुख्य न्यायाधीश की पीठ सुनवाई करेगी।
देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस संजीव खन्ना 13 मई को रिटायर हो रहे हैं। उस दिन उनका अंतिम कार्यदिवस होगा। उन्होंने इस मामले को उसी दिन से शुरू होने वाले हफ्ते में सूचाबद्ध करने का निर्देश दिया है। उनके बाद जस्टिस गवई अगले CJI होंगे।
CJI जस्टिस संजीव खन्ना ने नेदुम्परा को तब कड़ी फटकार लगाई, जब उन्होंने पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके सामने भी 3 बार ऐसी मांग की थी लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस पर सीजेआई ने कहा कि राजनीतिक भाषण मत दीजिए।