पार्टी नेता अंतरात्मा की आवाज सुनें: कांग्रेस
कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश भेजे जाने वाले राजनयिक प्रतिनिधिमंडल के लिए नेताओं के चयन में सरकार पर राजनीतिक भेदभाव का आरोप लगाया है। पार्टी ने चार नेताओं का नाम भेजा था, जिनमें से केवल एक...

नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस ने रविवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद विभिन्न देशों में भेजे जाने वाले राजनयिक प्रतिनिधिमंडलों के लिए सरकार की ओर से चुने गए पार्टी नेता अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें और इस प्रक्रिया में अपना योगदान दें। कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने सरकार पर प्रतिनिधिमंडलों के लिए नेताओं के चयन की प्रक्रिया का राजनीतिकरण करने और दुर्भावनापूर्ण इरादे रखने का आरोप लगाया, क्योंकि पार्टी द्वारा नामित चार नेताओं में से केवल एक को ही प्रतिनिधिमंडल में जगह दी गई है। पार्टी ने कहा कि वह ऑपरेशन सिंदूर के बाद विभिन्न देशों में भेजे जाने वाले राजनयिक प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा बनने से किसी को नहीं रोक रही है।
कांग्रेस ने एक दिन पहले कहा था कि सरकार ने उससे विदेश भेजे जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए चार नेताओं के नाम देने को कहा था। पार्टी ने आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को नामित किया था। पार्टी के मुताबिक, इन चारों में से केवल आनंद शर्मा को ही विभिन्न देशों का दौरा करने वाले सात प्रतिनिधिमंडलों में शामिल किया गया। चार कांग्रेसी नेता शशि थरूर, मनीष तिवारी, अमर सिंह और सलमान खुर्शीद को सरकार ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया, जो पार्टी द्वारा भेजी गई सूची का हिस्सा नहीं थे। राष्ट्रीय हित सर्वोपरि रमेश ने कहा, हमने जो चार नाम भेजे थे, उनमें से उन्होंने केवल एक नेता को शामिल किया। चार अन्य नाम सरकार ने जोड़े, जो वरिष्ठ सांसद और हमारी पार्टी के नेता हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है। इस मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए और इस संबंध में अधिक राजनीतिकरण उचित नहीं है। रमेश ने कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जोड़े गए चार नामों में एक पूर्व विदेश मंत्री भी शामिल हैं, जिन्हें विदेश नीति का अनुभव है। थरूर से जुड़े विवाद पर केरल इकाई ने बनाई दूरी कोच्चि, एजेंसी। कांग्रेस की केरल इकाई ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के केंद्र के निमंत्रण को स्वीकार करने संबंधी शशि थरूर के फैसले को लेकर उपजे विवाद से रविवार को दूरी बनाई। पार्टी ने कहा कि इस मामले पर टिप्पणी पार्टी आलाकमान करेगा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने कहा कि थरूर कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य हैं। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को इस बारे में अपनी राय व्यक्त करनी चाहिए। उनका जो भी विचार है, हम भी उससे सहमत हैं। भाकपा सचिव ने थरूर के निर्णय की आलोचना की तिरुवनंतपुरम, एजेंसी। भाकपा की केरल इकाई के सचिव बिनॉय विश्वम ने भी कांग्रेस सांसद शशि थरूर की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे लोगों का कैसे इस्तेमाल कर सकती है, यह वह भली-भांति जानती है। उनके लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई भी सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए होती है।
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