मेंस हॉकी वर्ल्ड कप में कहां हुई भारत से चूक? जानें कब और कहां खेला जाएगा अगला WC
मेंस हॉकी वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा। भारतीय हॉकी टीम मेजबान होने का बावजूद क्वार्टर फाइनल तक भी नहीं पहुंच पाई। जानिए कहां-कहां हुई भारतीय टीम से चूक।
टोक्यो ओलंपिक में 41 साल बाद मिले ब्रोन्ज मेडल से जगी उम्मीदें वर्ल्ड कप में एक बार फिर ध्वस्त हो गईं और अपनी मेजबानी में भारतीय टीम टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में भी नहीं पहुंच पाई। पांच दशक से वर्ल्ड कप में चला आ रहा इंतजार जारी रहा और अब पेरिस ओलंपिक 2024 से पहले कोच, टीम मैनेजमेंट और हर खिलाड़ी को आत्ममंथन करना होगा।
टीम के प्रैक्टिस, विदेश दौरों और सहयोगी स्टाफ की सैलरी पर करोड़ों रुपया खर्च किया गया है। भुवनेश्वर और राउरकेला में लंबी कतारों में खड़े होकर टिकट खरीदने वाले फैन्स के साथ टीवी के आगे नजरें गड़ाए बैठे दर्शकों का दिल भी इस प्रदर्शन ने तोड़ा है। आठ बार की ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट टीम महज एक बार 1975 में वर्ल्ड कप जीत सकी है। अब तक हुए 15 वर्ल्ड कप में भारत का यह पांचवां सबसे खराब प्रदर्शन था। भारत चार बार नौवें स्थान पर रहा है, लेकिन इस बार टूर्नामेंट में 16 टीमें खेल रही थीं। भारत 1986 में 12वें, 1990 में 10वें, 2002 में 10वें और 2006 में 11वें स्थान पर रहा था।
इसके अलावा 1998 और 2014 में भी नौवें स्थान पर रहा। 2018 में भुवनेश्वर में टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी लेकिन इस बार तो उससे पहले ही बाहर हो गई। एक तरफ जर्मनी ने जहां दो गोल से पिछड़ने के बाद वापसी की, वहीं भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर मैच में दो गोल से बढत बनाने के बाद हार गई। न्यूजीलैंड ने मैच को पेनल्टी शूटआउट में खिंचा और जीत दर्ज की। भारत के प्रदर्शन की सबसे कमजोर कड़ी पेनल्टी कॉर्नर रहा। फॉरवर्ड पंक्ति मौके नहीं बना सकी और डिफेंस पस्त नजर आया।
कुछ ऐसा रहा भारत का वर्ल्ड कप में सफर
ग्रुप राउंड में स्पेन को 2-0 से हराने के बाद भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ गोलरहित ड्रॉ खेला जिससे क्वार्टर फाइनल में सीधे जगह बनाने की उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। इसके बाद वेल्स जैसी कमजोर टीम के खिलाफ 4-2 से ही जीत दर्ज कर सकी। कोच ग्राहम रीड ने स्वीकार किया कि अपने मैदान पर वर्ल्ड कप खेलने का खिलाड़ियों पर अतिरिक्त दबाव था और टीम को मानसिक अनुकूलन कोच की जरूरत है।
दूसरी ओर जर्मनी ने बेल्जियम का दबदबा तोड़कर दो गोल से पिछड़ने के बाद पेनल्टी शूटआउट में फाइनल जीतकर दिखा दिया कि सफलता उन्हीं को मिलती है जो दबाव के आगे घुटने नहीं टेकते। क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली जर्मन टीम ने तीसरी बार (2002 और 2006 के बाद) वर्ल्ड कप जीतकर नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया की बराबरी की । सबसे ज्यादा चार बार खिताब पाकिस्तान ने जीता है। ऑस्ट्रेलिया 1998 के बाद पहली बार बैरंग लौटा है।
कब और कहां होगा अगला हॉकी वर्ल्ड कप?
अगला वर्ल्ड कप 2026 में बेल्जियम और नीदरलैंड में होगा और टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार दोनों टीमें क्वालीफाई कर चुकी हैं। इस वर्ल्ड कप में 44 मैचों में 249 गोल हुए जिनमें से 143 मैदानी गोल थे। ओडिशा सरकार ने दुनिया का सबसे बड़ा अत्याधुनिक बिरसा मुंडा स्टेडियम बनाया जिसमें 21000 दर्शक बैठ सकते हैं। पहली बार वर्ल्ड कप में खेलगांव बनाया गया। मेजबानी के स्तर पर मिली सफलता से हॉकी में दुनिया भर का ध्यान एक बार फिर ओडिशा ने खींचा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।