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मुस्लिमों ने केजरीवाल की बचाई लाज; सबूत हैं दिल्ली की ये सीटें जहां दर्ज की जीत

  • 2020 के चुनाव में 62 सीटें जीतने वाली आप इस बार महज 22 सीटें जीत पाईं। मगर इस मुश्किल दौर में केजरीवाल की लाज कुछ हद तक मुस्लिमों ने बचा ली। जानिए कितने मुस्लिम उम्मीदवारों ने किन सीटों को जीता।

Ratan Gupta लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 9 Feb 2025 04:25 PM
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मुस्लिमों ने केजरीवाल की बचाई लाज; सबूत हैं दिल्ली की ये सीटें जहां दर्ज की जीत

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आम आदमी पार्टी के लिए चौंकाने वाले रहे। 2020 के चुनाव में 62 सीटें जीतने वाली पार्टी इस बार महज 22 सीटें जीत पाईं। मगर इस मुश्किल दौर में केजरीवाल की लाज कुछ हद तक मुस्लिमों ने बचा ली। मुस्लिम बहुल सीटों की बात करें तो यहां काफी अच्छा प्रदर्शन रहा। इसके तरह आप के 4 मुस्लिम उम्मीदवारों ने आप को संभाला और जीत दिलाई।

आप के मुस्लिम उम्मीदवारों द्वारा जीत दर्ज करने वाली सीटों में ओखला, सीलमपुर, बल्लीमारान और मटिया महल हैं। वहीं मुस्तफाबाद जैसे मुस्लिम बहुल इलाका भी था, जहां आप ने बेहतर प्रदर्शन किया। आइए जानते हैं कि इन सीटों पर किन मुस्लिम उम्मीदवारों को जीत मिली और किसने कड़ा मुकाबला दिया।

मटिया महल विधानसभा सीट का हाल

मटिया महल सीट से मोहम्मद इकबाल ने भारतीय जनता पार्टी की दीप्ती इंदौरा को हराया। इकबाल ने बीजेपी को बड़े मार्जिन से पटखनी दी। दोनों के बीच हार जीत का अंतर 42724 वोटों का रहा। इकबाल को जहां 58120 वोट मिले तो वहीं दीप्ती महज 15396 वोट अपने नाम कर पाईं। हालांकि कांग्रेस ने यहां से मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, लेकिन आसिम अहमद खान कुछ खास प्रदर्शन ना कर सके और अंत में जनता ने आप के उम्मीदवार को भारी मतों से विजयी बनाया।

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बल्लीमारान विधानसभा सीट का हाल

बल्लीमारान सीट पर आम आदमी पार्टी ने इमरान हुसैन को उतारा था। उन्होंने भी काफी बेहतरीन प्रदर्शन कियाष हालांकि भाजपा ने यहां भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा था। भाजपा के कमल बागरी को आप के हुसैन से 29823 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। हुसैन ने 57004 वोट अपने पाले में खींच लिए तो वहीं कमल बागरी के खाते में 27181 वोट ही पहुंच पाए। कांग्रेस ने यहां मुस्लिम उम्मीदवार को उतार तो दिया, लेकिन कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सका। कांग्रेस के यूसुफ को महज 13059 वोट मिले।

ओखला विधानसभा सीट का हाल

दिल्ली की चर्चित विधानसभाओं में एक नाम ओखला सीट का भी था। यहां आम आदमी पार्टी ने अमानतुल्लाह खान को उतारा था। उम्मीद के मुताबिक खान ने बेहतर प्रदर्शन किया। भाजपा ने अपनी रणनीति में यहां भी कोई बदलाव ना करते हुए नॉन मुस्लिम उम्मीदवार का सहारा लिया। भाजपा के मनीष चौधरी को 23639 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। अमानतुल्लाह खान को कुल 88943 वोट मिले, तो वहीं मनीष को 65304 वोट। हालांकि इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखा गया। तीसरा उम्मीदवार कांग्रेस का नहीं, बल्कि एआईएमआईएम के शिफा उर रहमान थे। उन्होंने अपने पाले में कुल 39558 वोट किए।

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सीलमपुर विधानसभा सीट का हाल

सीलमपुर सीट पर आप के चौधरी जुबैर अहमद ने भारी जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के अनिल कुमार शर्मा को 42477 वोटों से हराया। आप की यहां भी बंपर जीत हुई। आम आदमी पार्टी के जुबैर को कुल 79009 वोट मिले, तो वहीं भाजपा के अनिल कुमार शर्मा ने अपने खाते में 36532 वोटों को झटका। कांग्रेस ने यहां मुस्लिम उम्मीदवार को उतारा था, उसे कुल 16551 वोट मिले।

अब हम उस सीट के बारे में देखेंगे, जहां आम आदमी पार्टी का मुस्लिम उम्मीदवार जीत तो नहीं पाया, लेकिन भाजपा को कड़ी टक्कर जरूर दी। आइए जानते हैं कौन थी ये सीट और आप ने वहां किसे चेहरा बनाया था।

मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर आप की हुई हार

मुस्तफाबाद सीट पर आम आदमी पार्टी ने आदिल अहमद खान को अपना उम्मीदवार बनाया था। वे भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट से 17578 वोटों से हार गए। दूसरे पायदान पर रहते हुए उन्होंने कुल 67637 वोट अपने नाम किए। वहीं भाजपा नेता ने 85215 वोट झटके।

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