बिरयानी बेचने वाले ने किया छात्रा का यौन उत्पीड़न, भाजपा ने डिप्टी CM के साथ शेयर की आरोपी की तस्वीर
- कुछ विपक्षी नेताओं ने दावा किया है कि आरोपी का मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की पार्टी से संबंध है। द्रमुक ने आरोपी के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।
चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी में एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में एक सड़क किनारे बिरयानी बेचने वाले को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान 37 वर्षीय ज्ञानशेखरन के रूप में हुई है। घटना सोमवार रात 8 बजे की है, जब छात्रा अपने मित्र के साथ विश्वविद्यालय के 180 एकड़ के परिसर में एक सुनसान स्थान पर बात कर रही थी। कुछ विपक्षी नेताओं ने दावा किया है कि आरोपी का मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की पार्टी से संबंध है। द्रमुक ने आरोपी के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने छात्रा और उसके मित्र को धमकाते हुए कहा कि उसने उनका वीडियो रिकॉर्ड किया है। आरोपी ने छात्रा के पुरुष मित्र को वहां से जाने के लिए मजबूर किया और फिर पीड़िता के साथ यौन उत्पीड़न किया। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन बरामद किया है, जिसमें अपराध के सबूत मिले हैं। फोन की जांच की जा रही है कि कहीं उसने और अपराधों के सबूत तो नहीं मिटाए।
पुलिस की कार्रवाई
रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता ने मंगलवार सुबह पुलिस को सूचना दी और विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) में शिकायत दर्ज कराई। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64 के तहत मामला दर्ज किया गया। कोट्टूरपुरम ऑल-वूमन पुलिस ने चार टीम बनाकर आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि ज्ञानसेकरन पहले से ही 13 छोटे-मोटे अपराधों में शामिल था, जिनमें चोरी और डकैती शामिल हैं।
राजनीतिक विवाद
घटना के बाद डीएमके सरकार पर विपक्षी दलों ने तीखा हमला किया। एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन राज्य में कानून व्यवस्था को पीछे ले गए हैं। बीजेपी के तमिलनाडु अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा कि डीएमके सरकार के तहत तमिलनाडु अपराधियों के लिए सुरक्षित स्थान बन गया है। अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी के डीएमके से संबंध हैं और इसके समर्थन में तस्वीरें भी साझा कीं। हालांकि, डीएमके ने इन आरोपों को खारिज किया है।
तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) ने चेन्नई में अन्ना विश्वविद्यालय की एक छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में प्रदर्शन का प्रयास किया और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के नेतृत्व वाली सरकार की निंदा की। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और पार्टी के अन्य नेताओं को भी पुलिस ने प्रदर्शन करने से रोक दिया। सुंदरराजन ने कहा कि उन्हें प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है और आरोप लगाया कि यौन अपराध बढ़ रहे हैं तथा उन्होंने पुलिस की निष्क्रियता की आलोचना की। एआईएडीएमके नेता डी. जयकुमार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से उस समय बहस की जब उन्हें बताया गया कि पार्टी को प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से यह भी जानना चाहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के सहयोगी दलों कांग्रेस, विदुथलाई चिरुथैगल काची (वीसीके) सहित अन्य दलों को किस प्रकार की अनुमति दी गई है।
डीएमके की प्रतिक्रिया
तमिलनाडु के कानून मंत्री एस. रघुपति ने कहा कि आरोपी पार्टी का सदस्य नहीं है। उन्होंने पुलिस की त्वरित कार्रवाई को सरकार की सफलता बताया। उच्च शिक्षा मंत्री गोवी चेज़ियन ने कहा कि सरकार ऐसे मामलों को रोकने के लिए कदम उठा रही है। विश्वविद्यालय में 400 से अधिक सीसीटीवी और उन्नत चेहरा पहचान प्रणाली होने के बावजूद घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विश्वविद्यालय में अगस्त से कुलपति का पद खाली है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जे प्रकाश ने कहा कि सुरक्षा कर्मी हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं, लेकिन इस घटना के बाद अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।