'बेटी की गर्दन पर काटने के निशान थे मगर स्वाब नहीं लिया', कोलकाता रेप केस पर फैसले से पहले बोले पिता
- पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि सीबीआई कोशिश नहीं कर रही है। उन्होंने कहा, 'डीएनए रिपोर्ट में 4 लड़कों और 1 लड़की की उपस्थिति दिखाई दे रही है। हम चाहते हैं कि इसमें शामिल सभी लोगों को सजा मिले।'
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ड्यूटी पर तैनात लेडी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में आज फैसला आना है। इससे पहले पीड़िता के पिता ने घटना की जांच कर रही CBI पर सवाल उठाए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई से बीतचीत में उन्होंने कहा, 'हमारे वकील और सीबीआई ने हमें बार-बार कहा है कि कोर्ट में नहीं जा सकते। कोर्ट में क्या चल रहा है, हम नहीं जानते। CBI ने मुझे कभी नहीं बुलाया। वे एक या दो बार हमारे घर आए लेकिन जब भी हमने उनसे जांच के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जांच चल रही है। उस रात ड्यूटी पर जो लोग थे उनसे पूछताछ नहीं की गई। मेरी बेटी की गर्दन पर काटने के निशान थे लेकिन वहां से स्वाब नहीं लिया गया।'
पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि सीबीआई कोशिश नहीं कर रही है। उन्होंने कहा, 'डीएनए रिपोर्ट में 4 लड़कों और 1 लड़की की उपस्थिति दिखाई दे रही है। हम चाहते हैं कि इसमें शामिल सभी लोगों को सजा मिले।' मालूम हो कि कोलकाता पुलिस के वालंटियर संजय रॉय पर पिछले साल 9 अगस्त को हुए जघन्य अपराध का आरोप लगाया गया था। इस मामले में 12 नवंबर को बंद कमरे में सुनवाई शुरू हुई थी। इसके 57 दिन बाद सियालदह अदालत के अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश अनिरबन दास फैसला सुनाएंगे।
50 गवाहों से की गई पूछताछ
मामले की जांच कर रही कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया था। इससे एक दिन पहले ही डॉक्टर का शव अस्पताल के सेमिनार रूम से बरामद किया गया था। बाद में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केस को सीबीआई को सौंप दिया था। लेडी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में रॉय पर मुकदमे की सुनवाई 9 जनवरी को पूरी हुई, जिसके दौरान 50 गवाहों से पूछताछ की गई। पीड़ित के माता-पिता ने दावा रहा है कि अपराध में अन्य लोग भी शामिल थे। इन लोगों को उम्मीद है कि उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा और अदालत में उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा। पीड़िता के माता-पिता ने भी मामले की आगे की जांच की मांग करते हुए अदालत में आवेदन दायर किया है।