महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर और केदारनाथ यात्रा की पूरी जानकारी
- महाशिवरात्रि पर ज्यादातर लोग तीर्थ स्थलों पर जाना पसंद करते हैं। ऐसे में यहां हम काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर और केदारनाथ यात्रा की पूरी जानकारी बता रहे हैं जो आपके काम आ सकती है।
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साल 2025 में महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जा रही है। ये दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए काफी खास है क्योंकि इस दिन वह प्रार्थना और भक्ति करने के लिए भारत के अलग-अलग मंदिरों में जाते हैं। भगवान शिव के भारत में अलग-अलग मंदिर हैं और सभी बड़े मंदिरों का इतिहास भी खास है। ऐसे में महाशिवरात्रि के खास मौके पर जानिए काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर और केदारनाथ यात्रा की पूरी जानकारी-
काशी विश्वनाथ
काशी विश्वनाथ मंदिर सबसे फेमस हिंदू मंदिरों में से एक है। ये प्राचीन मंदिर वाराणसी में गंगा किनारे पर है। इस मंदिर में बाबा विश्वनाथ की पूजा की जाती है जिन्हें ब्रह्मांड का देवता भी कहते हैं। ये 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जो भोलेनाश के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है। यह दुनिया का इकलौता ज्योर्तिलिंग हैं जहां शिव और शक्ति एक साथ बसते हैं। वाराणसी देश के सभी शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। आप काशी ट्रेन, बस या फ्लाइट से आसानी से पहुंच सकते हैं। मंदिर से वाराणसी सिटी स्टेशन की दूरी दो किमी है। जबकि वाराणसी जंक्शन की दूरी करीब 6 किमी और बनारस रेलवे स्टेशन की दूरी चार किलोमीटर है और मुगल सराय रेलवे स्टेशन मंदिर से 17 किमी की दूरी पर है। वहीं फ्लाइट से आ रहे हैं तो बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर पहुंच जाएं। यहां से मंदिर की दूरी 20 से 25 किमी की है। ऐसे में यहां पहुंचने के कई साधन हैं। काशी शहर के किसी भी हिस्से से गोदौलिया के लिए टैक्सी, ई रिक्शा, ऑटोरिक्शा आराम से मिल जाएगा। गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट की तरफ बढ़ने पर सिंहद्वार है जो ढुंढिराज गणेश की तरफ से मंदिर में पहुंचता है।
केदारनाथ
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित सबसे फेमस मंदिरों में से एक केदारनाथ धाम हिमालय की चोटी और बर्फ से ढकी पहाड़ियों के बीच बसा है। इस मंदिर के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। केदारनाथ मंदिर भी बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है। केदारनाथ मंदिर 85 फीट ऊंचा, 187 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा है । इसकी दीवारें 12 फीट मोटी है और बेहद मजबूत पत्थरों से बनाई गई है। इस मंदिर के दर्शन के लिए लोगों को एक तय समय का इंतजार करना पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मंदिर के पास भारी बर्फबारी होती है जिससे यहां पर जाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए मंदिर छह महीने के लिए बंद किया जाता है। केदारनाथ मंदिर के खोलने और बंद करने का मुहूर्त निकाला जाता है। इस साल मंदिर 2 मई को खुलेगा।
महाकालेश्वर
महाकालेश्वर मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन शहर में स्थित एक फेमस हिन्दू मंदिर है। जो भगवान शिव को समर्पित है और ये 12 ज्योतिर्लिंगों में एक है। इस मंदिर के शिवलिंग को स्वयंभू माना जाता है। कहा ये भी जाता है कि यह पृथ्वी का केंद्र है। महाशिवरात्रि आने से 9 दिन पहले से ही महाकाल को दूल्हे की तरह सजाया जाता है और एक एक दिन एक एक रस्म रिवाज निभाई जाती है। ऐसे में महाशिवरात्रि पर इस मंदिर के दर्शन करने बहुत लोगों की भीड़ पहुंचती है। आप इस मंदिर में बस, ट्रेन या फ्लाइट से आसानी से पहुंच सकते हैं। ट्रेन से जाना पसंद है तो उज्जैन स्टेशन तक की टिकट कराएं। उज्जैन लगभग देश के सभी बड़े शहरों के रेलवे स्टेशन से जुड़ा है। इसके अलावा फ्लाइट से जाना है तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर में है जो उज्जैन से 58 किलोमीटर की दूरी पर है।
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