AI की मदद से आपकी आवाज में बात कर रहे हैं स्कैमर, होश उड़ा देगा नया स्कैम; ऐसे रहें सेफ
आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स की मदद से स्कैमर्स लोगों को आसानी से शिकार बना रहे हैं। ऐसे टूल्स किसी की आवाज की हूबहू कॉपी करने का विकल्प देते हैं और यही वजह है कि AI वॉइस क्लोनिंग स्कैम्स तेजी से बढ़े हैं।
आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित टूल्स की मदद से ढेरों काम आसान हुए हैं लेकिन साथ ही इसका गलत इस्तेमाल भी शुरू हो गया है। रोज ढेरों ऐसे स्कैम्स सामने आ रहे हैं, जिनमें AI का इस्तेमाल कर यूजर्स को चूना लगाया जा रहा है। भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने भी बीते दिनों बताया कि स्कैमर्स AI की मदद से दूसरों की आवाज में बातें कर रहे हैं और पैसे ट्रांसफर करने को कहते हैं। आइए आपको बताएं कि नई तरह का यह स्कैम क्यों खतरनाक है और इससे कैसे बचा जाए।
क्या है AI वॉइस क्लोनिंग?
AI वॉइस क्लोनिंग एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद से किसी की आवाज की हूबहू कॉपी तैयार की जा सकती है। इस प्रोसेस के लिए किसी इंसान की आवाज का छोटा सा हिस्सा ऑडियो क्लिक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है और AI मॉडल ट्रेनिंग के बाद वैसी ही आवाज में बात कर सकता है। AI क्लोनिंग से तैयार की गई आवाज इतनी असली लगती है कि एक बार को असली आवाज और क्लोन वॉइस में फर्क ही नहीं किया जा सकता।
ऐसे टूल्स और टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने के पीछे मकसद यह था कि टेक्स्ट-टू-स्पीच से लेकर अलग-अलग क्षेत्रों में पर्सनलाइज्ड एक्सपीरियंस दिया जा सके। खासकर क्रिएटिव फील्ड में इस तरह की क्लोनिंग से अपनी आवाज इस्तेमाल करने के कई विकल्प मिल जाते हैं और बार-बार माइक पर रिकॉर्डिंग नहीं करनी होती। हालांकि, फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स इसका इस्तेमाल गलत इरादों से कर रहे हैं।
कैसे तैयार कर सकते हैं किसी की आवाज का क्लोन?
एडवांस आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) पावर्ड टूल्स के साथ किसी की आवाज का क्लोन बनाना बेहद आसान हो गया है। गूगल पर सर्च करते ही ऐसे ढेरों टूल्स और वेबसाइट्स मिल जाएंगे, जिससे किसी आवाज का क्लोन तैयार किया जा सकता है। कुछ फ्री टूल्स के अलावा चुनिंदा प्लेटफॉर्म्स 5 डॉलर (करीब 420 रुपये) जितनी कम फीस पर हाई-क्वॉलिटी वॉइस क्लोन तैयार कर देते हैं, जिसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
आपको किसी की आवाज का 30 सेकेंड का क्लिप अपलोड करना होता है और AI मॉडल थोड़ी ही देर में अपना कमाल दिखाता है। आपको उस आवाज की कॉपी मिल जाती है और आपकी ओर से लिखा गया टेक्स्ट भी उसी आवाज में सुना जा सकता है। यानी किसी की आवाज का इस्तेमाल करने का विकल्प आपको आसानी से मिल जाता है।
कैसे काम करता है AI वॉइस आधारित स्कैम?
स्मार्टफोन्स पर बात करते हुए सामने वाले के लिए आपकी आवाज ही आपकी पहचान की तरह काम करती है। अगर आपको फोन पर किसी परिचित व्यक्ति की आवाज सुनाई दे तो उसपर भरोसा ना करने या शक करने का तो सवाल ही नहीं उठता। स्कैमर्स आपके दोस्तों से लेकर रिश्तेदारों या फिर किसी पुलिस ऑफिसर की आवाज में बात कर सकते हैं और आपको फंसाने के लिए कई तरीके आजमा सकते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर आपको दोस्त की आवाज में फोन करके कुछ रकम ट्रांसफर करने को कहा जाए तो शायद आप पैसे ट्रांसफर करने से पहले दोबारा नहीं सोचेंगे। स्कैमर्स अचानक हुए किसी एक्सीडेंट का जिक्र करने से लेकर लुभाने, लालच देने और धमकाने तक काम करते हैं, जिससे कोई ना कोई तरकीब काम कर जाए।
कैसे कर सकते हैं AI क्लोनिंग स्कैम्स से बचाव?
आपको पैसे ट्रांसफर करने जैसे मामलों में हमेशा अलर्ट रहने की जरूरत है। अगर आप नीचे बताई गईं बातों का ध्यान रखते हैं तो ऐसे स्कैम्स से बचे रहेंगे।
1. हमेशा फोन नंबर पर गौर करें
स्कैमर्स भले ही किसी की आवाज का क्लोन तैयार कर लें लेकिन फोन नंबर तो खुद का ही इस्तेमाल करेंगे। ऐसे में अनजान नंबर या फिर किसी और कंट्री कोड के नंबर से परिचित की कॉल आए, तो अलर्ट होना बनता है। तुरंत तय करें कि परिचित व्यक्ति किसी नए नंबर से कॉल क्यों कर रहा है।
2. पैसे भेजने से पहले पहचान कन्फर्म करें
बात अगर पैसों के लेन-देन की आए तो बिना जल्दबाजी किए पहचान कन्फर्म करें। इसके लिए आप खुद उस परिचित को मौजूदा नंबर पर या फिर वॉट्सऐप कॉल करें। आप चाहें तो उसे किसी फैमिली मेंबर या दोस्त से भी कन्फर्म कर सकते हैं कि उसे वाकई पैसों की जरूरत है या नहीं। कॉल करने वाले को ऑनलाइन के बजाय कैश पैसे ले जाने को कहें।
3. आवाज बनावटी लगे तो हो जाएं अलर्ट
AI कितनी भी परफेक्ट आवाज कॉपी कर दे, उसकी टोन और बात करने का तरीका इंसानी टोन से हल्का अलग ही रहता है। अगर आपको कॉल के दौरान अटपटा लगे या फिर लगे कि आवाज बनावटी है तो तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट करें। आप जिसकी आवाज पहले भी सुन चुके हैं, उसके बात करने का लहजा और तरीका भी जरूर पता होगा।
4. शक हो तो वीडियो कॉल का दबाव डालें
अगर आपको किसी पर शक हो जाए तो उससे वीडियो कॉल करने को कहें। आजकल इंटरनेट की उपलब्धता और ढेरों मौजूदा प्लेटफॉर्म्स के चलते वीडियो कॉलिंग बहुत आसान हो गई है। साफ कहें कि मुझे वीडियो कॉल पर बात करनी है। जाहिर है कि स्कैमर्स ने आवाज कॉपी की है और वे वीडियो कॉल पर बात नहीं कर सकते।
खुद भी ऐसे स्कैम से अलर्ट रहते हुए अपने दोस्तों और करीबियों को इसके बारे में चेतावनी दें, जिससे वे इस तरह के खतरों से बचे रह सकें।
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