बरेली में सीबीएसई स्कूलों में नौकरी दिलाने, शिक्षक के पद पर इंटरव्यू कराने का झांसा देकर कई युवक-युवतियों से लाखों की ठगी हो गई। खास बात यह है कि आरोपी ने ठगी के लिए व्हाट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल किया और आनलाइन खातों में रुपये जमा करा लिया।
203 रुपये वापस पाने के फेर में युवक ने 1.91 लाख गंवा दिए। ऑनलाइन हेयर ट्रिमर खरीदा था लेकिन पैकेट में सजावटी झालर निकली। कस्टमर केयर से मिले नंबर पर बात करने में शातिरों ने खाते से रकम उड़ा दी।
ऑनलाइन पेमेंट्स के बढ़ते ट्रेंड के चलते साइबर अटैकर्स लगातार नए-नए तरीकों से स्कैम्स की कोशिश करते हैं। आइए आपको तीन सबसे कॉमन UPI स्कैम्स के बारे में बताते हैं और जानते हैं कि इनसे कैसे बचा जा सकता है।
सासाराम जिले में लोन दिलाने का नाम पर बड़ी ठगी सामने आई है। जब एक ही गांव के 300 लोगों से 8 करोड़ की ठगी कर ली। इस फ्रॉड में मास्टरमाइंड का परिवार भी शामिल है। आरोपी पति-पत्नी की तलाश में पुलिस जुट गई है।
OTP और KYC फ्रॉड्स का खतरा बढ़ गया है। अलर्ट न रहने पर साइबर क्रिमिनल बैंक अकाउंट को खाली करने के साथ ही आपके सेंसिटिव डेटा की भी चोरी कर सकते हैं। इनसे बचने के लिए CERT-IN ने यूजर्स के लिए कुछ जरूरी टिप्स को शेयर किया है।
ICICI बैंक ने यूजर्स के लिए वॉर्निंग जारी की है। बैंक ने कहा कि साइबर क्रिमिनल्स यूजर्स को लॉटरी जीतने का लालच देकर चूना लगा रहे हैं। बैंक ने अपनी चेतावनी में कहा कि इस स्कैम की शुरुआत फोन कॉल, ई-मेल, SMS और वॉट्सऐप मेसेज से होती है।
इस मामले में जानकारी देते हुए साइबर थानाध्यक्ष सह डीएसपी अनुराग कुमार ने कहा कि अभी वे अवकाश पर हैं। परन्तु साहित्यकार रेणुजी के बेटे के साथ फ्रॉड को लेकर दिए गए आवेदन की जानकारी है। अवकाश से लौटने के बाद कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल टॉल फ्री नम्बर 1930 पर कॉल करके ट्रांजेक्शन करने की सलाह दी गई है।
भारत में हर चार मिनट में एक चीनी हैकर का हमला हो रहा है। वे भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय व्यवस्था, तकनीकी उपकरण समेत अन्य जरूरी जानकारी में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इसका खुलासा आईआईटी कानपुर में लगे हनीपॉट के दो महीने के आंकड़ों के विश्लेषण से हुआ है।
अधिकारियों के मुताबिक ठगी में इस्तेमाल होने वाले अधिकांश बैंक खाते बिहार, झारखंड के रहने वाले लोगों के हैं। मेहनत-मजदूरी करने के लिए इन राज्यों के लोग दिल्ली-एनसीआर में आते हैं और यहां साइबर ठगी के गिरोहों से जुड़े लोग इनकी आईडी पर खाता खुलवाते हैं।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोगों से ऑनलाइन शेयर बाजार में धोखाधड़ी वाले निवेश से बचने का आग्रह करते हुए कहा कि कम से कम प्रयास से पैसे दोगुना करने का दावा आमतौर पर धोखाधड़ी वाला होता है।
उत्तर-पूर्वी साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कर मामला स्पेशल सेल को ट्रांसफर कर दिया गया। ऐसी ही एक एफआईआर इफ्सो यूनिट ने भी दर्ज की है। पुलिस के पास 20 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं।
ट्राई ने कहा कि यूजर को उन कॉलर्स से सावधान रहने की जरूरत है, जो खुद को TRAI या किसी दूसरे विभाग का कर्मचारी बताते हैं। ये जालसाजों की ट्रिक है, जिसमें वे खुद को किसी अथॉरिटी का एम्प्लॉयी या ऑफिसर बता कर यूजर्स के साथ फ्रॉड करते हैं।
AI की मदद से होने वाले स्कैम्स तेजी से बढ़े हैं और स्कैमर्स अब दूसरों की आवाज कॉपी कर रहे हैं। आसानी से आपकी आवाज कॉपी कर उसकी मदद से दोस्तों या रिश्तेदारों को निशाना बनाया जा सकता है।
आपने जल्दबाजी या लापरवाही के चलते किसी फ्रॉड लिंक पर क्लिक कर दिया है या फिर मालिशियस ऐप डाउनलोड कर लिया है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको बता रहे हैं कि ऐसी स्थिति में आपको क्या करना है।
गया के नामचीन डॉक्टर को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तारी का डर दिखाकर साइबर ठगों ने 4.40 करोड़ रुपये ऐंठ लिए। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खाते में जमा 61 लाख रुपये होल्ड करा दिए हैं।
लखनऊ एसटीएफ की टीम ने भदोही में आधी रात के बाद एक घर पर छापा मारकर परिवार के छह लोगों को हिरासत में लिया है। बुधवार की दोपहर तक सभी से पूछताछ चलती रही। इसके बाद केवल एक व्यक्ति को छोड़ दिया गया। मामला ऑनलाइन खरीदारी से जुड़ा बताया जा रहा है।
फर्जी ट्रक नंबर देकर लाखों रुपये के सामान की ठगी करने वाले गिरोह के 2 आरोपियों को शाहपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक का पीछा करते हुए हरदोई पुलिस भी आ गई।
महाराष्ट्र में शेयर बाजार में निवेश के नाम पर महिला 91 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गई है। 40 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शेयर बाजार में निवेश करने पर अच्छे फायदे का लालच दिया गया था।
शुरुआत में अपने निवेश पर शानदार रिटर्न से कपल रोमांचित हो उठे। कुछ महीनों के बाद दोनों ने अपने धन का एक हिस्सा निकालने का प्रयास किया। हालांकि वह इसमें असफल रहे। वेबसाइट ने अचानक काम करना बंद कर दिया।
यूपी में साइबर अटैक से बचने को नया अलग तंत्र बनेगा। इसके लिए यूपी-सर्टइन बनेगा जिसकी नीति जल्द कैबिनेट से मंजूर होगी। यूपी-सर्टइन सरकारी बेवसाइट, एप व पोर्टल पर किसी हमले से पहले आगाह करेगा।