यस बैंक ने सही समय पर SMBC डील की दी जानकारी? टाइमिंग पर सेबी को शक
सप्ताह के चौथे दिन गुरुवार को बीएसई पर प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक का शेयर 21.51 पर बंद हुआ। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर 2.62% बढ़कर बंद हुआ।

प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) से जुड़ी डील पर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की नजर है। जानकारी के मुताबिक सेबी इस डील की जांच कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेबी यह जांच कर रहा है कि क्या बैंक ने निवेशकों को समय पर सही जानकारी दी या नहीं।
डील की खबर और बैंक की प्रतिक्रिया
दरअसल, मीडिया में यस बैंक और एसएमबीसी के बीच डील की रिपोर्टों के बाद शेयर उछला था। इस डील को लेकर बीएसई ने 6 मई को यस बैंक से जवाब मांगा। बैंक ने जवाब में मीडिया रिपोर्टों को "अटकलबाजी" और "तथ्यात्मक रूप से सही नहीं" बताया। बैंक ने 6 मई को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा- हम ग्रोथ की राह पर हैं और नियमित रूप से विभिन्न हितधारकों के साथ संपर्क कर मौके को देखते हैं। यह चर्चा अभी शुरुआती स्तर पर है, जो सेबी (लिस्टिंग दायित्व और प्रकटीकरण आवश्यकताएं) विनियमन, 2015 के विनियमन 30 के तहत प्रकटीकरण की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद 9 मई को यस बैंक ने खुद बताया कि उसने एसएमबीसी के साथ एक शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत जापानी कंपनी 20% हिस्सेदारी खरीदेगी।
सेबी की नजर
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सेबी डील की टाइमिंग को लेकर जांच कर रहा है। सेबी को शक है कि बैंक ने डील की सही समय पर जानकारी नहीं दी। बैंक ने जब डील की खबर को खारिज किया तब सौदा अग्रिम चरण में था। ऐसे में 6 मई को डील की स्थिति क्या थी, इसकी जांच करने की जरूरत है।
क्या है डील की डिटेल
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और सात अन्य बैंकों ने यस बैंक में अपनी संयुक्त हिस्सेदारी का 20 प्रतिशत जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन को 13,483 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की। इसके साथ ही यह भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में सबसे बड़ा विदेशी निवेश हो जाएगा। लेनदेन पूरा होने के बाद एसएमबीसी मुंबई स्थित यस बैंक की सबसे बड़ी शेयरधारक बन जाएगी। एसएमबीसी जापान के दूसरे बड़े बैंकिंग समूह सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप (एसएमएफजी) के पूर्ण-स्वामित्व वाली अनुषंगी है। एसएमएफजी की कुल संपत्ति दिसंबर, 2024 तक दो लाख करोड़ डॉलर है। सौदे वाली कुल 20 प्रतिशत हिस्सेदारी में से एसबीआई 8,889 करोड़ रुपये में एसएमबीसी के पक्ष में 13.19 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगा।