फोन आने पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करेंगे तो खाली होगा खाता, बिजली कंपनी का साइबर ठगी अलर्ट
- ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीके इजाद कर रहे साइबर ठगों से ग्राहकों को बचाने के लिए बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को सतर्क और जागरूक रहने कहा है।
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बिहार की बिजली वितरण कंपनियों ने उपभोक्ताओं को साइबर ठगों से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया है। फोन करके लोगों के खाते से पैसे उड़ाने की रोज नई-नई तरकीबें खोज लाने वाले फ्रॉड के झांसे में आने से ग्राहकों को बचाने के लिए लोगों से कहा गया है कि बिजली कंपनी कभी किसी कस्टमर को फोन करके स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने नहीं कहती है। अगर कोई आदमी फोन करे और कहे कि आपके स्मार्ट प्रीपेड मीटर का बैलेंस खत्म हो गया है तो उसके कहने में बिल्कुल ना आएं, ना किसी क्यूआर कोड को स्कैन करें और ना ही मैसेज में आया कोई नंबर (ओटीपी) ही उसे बताएं। इसमें थोड़ी सी लापरवाही से आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।
बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को साइबर ठगों से सावधान रहने की अपील करते हुए मंगलवार को आधिकारिक जानकारी जारी दी है। इसमें कहा गया है कि बिजली कंपनी कभी स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने को नहीं कहती है। बैलेंस खत्म होने पर अगर उपभोक्ता रिचार्ज नहीं करते हैं तो उनके घर या दुकान की बिजली खुद-ब-खुद कट जाएगी। फिर जैसे ही ग्राहक रिचार्ज कराते हैं तो बिजली खुद से बहाल हो जाएगी। कोई बिजली गुल होने के नाम पर प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने के तरीके बताए और पेमेंट करने कहे तो तुरंत उसकी सूचना बिजली कंपनी के दफ्तर को दें।
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बिजली में बिजली वितरण कंपनियां ग्राहकों को वेबसाइट, ऐप और कंपनी के नजदीकी दफ्तर के अलावा कुछ वेंडर के पोर्टल पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने की सुविधा देती है। ऑनलाइन सेवा में ग्राहक को प्रीपेड मीटर के बैलेंस का भी पता चल जाता है। ऐसे में अगर कोई फोन करके ये कहे कि बैलेंस खत्म है और बिजली कट जाएगा तो ग्राहक को कंपनी के ऐप या साइट पर जाकर पहले अपना बैलेंस चेक करना चाहिए। साइबर ठग इस तरह हड़बड़ी में फोन करते हैं कि सामने वाला घबरा जाए और गलती से उनके बताए तरीके से पेमेंट कर दे।