Hindi Newsबिहार न्यूज़patna administration give permission to jan suraaj prashant kishor for camp near marine drive

अब मरीन ड्राइव के नजदीक प्रशांत किशोर का अनशन, प्रशासन से मिली इजाजत; एक शर्त भी लगाई

  • अब पटना जिला प्रशासन से जन सुराज पार्टी को मरीन ड्राइव के पास कैंप कार्यालय संचालन की अनुमति मिल गई है। जिसके बाद अब प्रशांत किशोर मरीन ड्राइव के नजदीक जल्द ही आमरण अनशन करते नजर आ सकते हैं।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान टीमTue, 14 Jan 2025 12:31 PM
share Share
Follow Us on

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पिछले कई दिनो से BPSC छात्रों की मांगों के समर्थन में आमरण अनशन कर रहे हैं। हाल ही में यह खबर सामने आई थी कि अब प्रशांत किशोर पटना में गंगा किनारे मरीन ड्राइव के पास आमरण अनशन पर बैठेंगे। इसके लिए जन सुराज की तरफ से वहां तंबू-टेंट भी लगाए जा रहे थे। लेकिन प्रशासन ने इसपर रोक लगा दी थी। अब पटना जिला प्रशासन से जन सुराज पार्टी को मरीन ड्राइव के पास कैंप कार्यालय संचालन की अनुमति मिल गई है। जिसके बाद अब प्रशांत किशोर मरीन ड्राइव के नजदीक जल्द ही आमरण अनशन करते नजर आ सकते हैं।

दरअसल जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती की तरफ से जिलाधिकारी को पत्र दिया गया था। इस खत में कहा गया था कि सदर एसडीएम ने मरीन ड्राइव के नजदीक कैंप संचालन पर रोक लगाई है लिहाजा इस रोक को हटाया जाए। इसके बाद डीएम ने इस मामले में हस्तक्षेप किया। डीएम ने जन सुराज को इस शर्त पर कैंप संचालन की अनुमति दी है कि वहां विधि व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए।

ये भी पढ़ें:बिहार में मुख्यमंत्री NK नहीं DK हैं, राजद नेता तेजस्वी यादव ने किसे बताया सुपर

आपको बता दें कि प्रशांत किशोर मरीन ड्राइव के पास कुर्जी में कैंप सह ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करना चाहते हैं। इस कैंप की तैयारियों को लेकर कुछ तस्वीरें सामने आई थीं जिसमें नजर आ रहा था कि वहां हाईटेक टेंट बनाए जा रहे हैं। टेंट के कई सामान वहां गिराए गए थे। जमीन को समतल भी किया गया था। लेकिन सदर एसडीएम ने इस जमीन को सरकारी भूमि बताकर कैंप लगाने पर रोक लगा दी थी।

ये भी पढ़ें:मेरा अनशन जारी रहेगा, BPSC छात्रों की राज्यपाल से मुलाकात के पहले बोले पीके

प्रशांत किशोर ने सोमवार को पटना में कुछ बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ बैठक की थी। दरअसल बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पीके के अनशन को तोड़वाने की पहल करते हुए छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया था। अभ्यर्थियों की राज्यपाल से मुलाकात के पहले पीके ने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की थी और कहा था कि उन्हें तथा छात्रों को उम्मीद है कि इस मुलाकात के बाद छात्रों की मांगों पर ध्यान दिया जाएगा। इसी के साथ प्रशांत किशोर ने यह भी ऐलान किया था कि उनका आमरण अनशन जारी रहेगा। बाद में छात्रों ने राज्यपाल से मुलाकात भी की थी।

 

 

ये भी पढ़ें:पप्पू, तेजस्वी और कंबल वाले किशोर के बीच चल रही प्रतियोगिता, JDU ने घेरा
अगला लेखऐप पर पढ़ें