बिहार काडर के आईपीएस अफसर और पूर्णिया रेंज के आईजी शिवदीप वामनराव लांडे के इस्तीफे और आगे प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा से बन रही पार्टी के टिकट पर पटना शहर की किसी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा ने चुनावी राजनीति में सफल और नाकाम रहे कई पूर्व डीजीपी और रिटायर्ड आईपीएस की याद दिला दी है।
भारतीय पुलिस सेवा के चर्चित अधिकारी शिवदीप वामनराव लांडे ने आईपीएस की नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। चर्चा है कि वो प्रशांत किशोर के जन सुराज से जुड़ेंगे और पटना शहर की किसी सीट से बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।
प्रशांत किशोर ने जमीन सर्वे की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसे जल्दबाजी में बिना पर्याप्त संसाधन के शुरू किया गया है। ऐसे में अगले 6 महीने के भीतर गांव-घरों में जमीन के झगड़े बढ़ जाएंगे।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने के मामले पर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार को घेरा है। और कहा कि जो सरकार को पैसा मिला, वो तो खर्च नहीं कर पाई, 51 हजार करोड़ रूपए सरेंडर कर दिया। और स्पेशल स्टेटस की मांग करते हैं।
आरजेडी सांसद सुरेंद्र यादव ने कहा कि प्रशांत किशोर में अगर हिम्मत है तो चुनाव जीतकर बिहार में अपनी सरकार बनाकर दिखाएं। अगर वे ऐसा नहीं कर सकते हैं तो दलाली छोड़ दें।
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि प्रशांत किशोर बचकानी बातें कर रहे हैं। उन्होंने पूरी जिंदगी बिहार के लिए कुछ नहीं किया। अब वे लोगों को सपने दिखा रहे हैं। कोई उनपर यकीन नहीं करेगा।
पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर पिछले दो सालों से पदयात्रा पर है। 2 अक्टूबर को प्रशांत किशोर आधिकारिक रूप से अपनी पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। सोमवार को आरा में पीके ने कहा, 'अगर हम सभी चार सीटें जीतते हैं तो 2025 में आने वाले चुनाव परिणाम साल 2024 में खुद-ब-खुद तय हो जाएंगे।
बक्सर से लोकसभा चुनाव हारने वाले पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। आरा के भोजपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वो प्रशांत किशोर के साथ नजर आए। हाल ही में आनंद मिश्रा जनसुराज में शामिल हुए हैं।
बिहार बीजेपी ने प्रशांत किशोर को आरजेडी की बी टीम करार दिया है। और कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति से हिन्दुओं के प्रतिनिधित्व को घटाने के लिए राजद की टीम B की रणनीति से बिहार सचेत रहे। तरीका वही है, बस चेहरा बदला है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समाज से कम-से-कम 40 प्रत्याशी बनाएगी। कहा, संगठन में भी पूरी हिस्सेदारी दी जाएगी। संगठन का नेतृत्व करने वाले 25 लोगों में भी चार से पांच मुस्लिम समुदाय के लोग होंगे। इससे पहले महिलाओं को चालीस टिकट का ऐलान कर चुके हैं।
जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है। और कहा कि उनकी लड़ाई एनडीए से है, आरजेडी को पूछ कौन रहा है। साथ ये चैलेंज दिया कि आरजेडी अगर मुसलमानों की आबादी के हिसाब से टिकट देती है। तो हम उस सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।
जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से नीतीश सरकार को घेरा है। और कहा कि बुजुर्गों को पेंशन के नाम पर 400 रुपए की भीख दी जा रही है। जब जनता की सरकार (जनसुराज) की आएगी तो दिसंबर 2025 से बुजुर्गों को 2 हजार रुपए प्रति महीना दिया जाएगा।
पू्र्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद यादव ने जनसुराज का दामन थाम लिया है। इस दौरान प्रशांत किशोर ने ज्वाइनिंग कराई। इस मौके पर देवेंद्र यादव ने कहा कि कुछ लोग ए टू जेड की बात करते हैं, लेकिन सिर्फ परिवार की राजनीति करते हैं।
द प्लुल्स पार्टी चीफ पुष्पम प्रिया ने बिहार के नाम चिट्ठी लिखी है। जिसमें बिहार की राजनीति पर अपने विचार रखे हैं। साथ ही बिना नाम लिए जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है। और लिखा कि कुछ लोग बिहार के लोगों को गांधी और अंबेडकर का पोस्टर लगा कर झांसा देते हैं
पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे देवेंद्र प्रसाद यादव जनसुराज का दामन थामेंगे। और मंगलवार को समाजवादी समागम कार्यक्रम में शामिल होंगे। जिसमें राज्य भर से उनके कार्यकर्ता भी पहुंचेंगे। आपको बता दें देवेंद्र यादव पांच बार झंझारपुर से सांसद रह चुके हैं।
प्रशांत किशोर ने खुद अपनी पत्नी का परिचय लोगों से करवाया है। प्रशांत किशोक की पत्नी डॉ. जाह्नवी दास ने पहली बार मीडिया से बातचीत भी की है। डॉ. जाह्नवी दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनको मेरा पूरा सपोर्ट है।
पटना में जन सुराज की ओर से बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें लालू यादव और उनके परिवार पर निशाना साधा गया है। कहा गया है कि राजद में यादव समाज नहीं बल्कि लालू परिवार के लिए काम होता होता है। प्रशांत किशोर ने बिहार की सभी 343 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
जनसुराज के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान किया है। और कहा कि जनसुराज बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। औरर 40 महिलाओं को कैंडिडेट बनाएगी। इस दौरान उन्होने तेजस्वी और राहुल गांधी पर भी हमला बोला।
पोस्टर पर लिखा गया है, 'अपने और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य एवं नए बिहार के निर्माण के लिए लालू यादव ने देखा सिर्फ अपना परिवार। बाकी सभी यादव नेताओं का किया राजनैतिक संहार।'
जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। और कहा कि वोट बिहार का लिए और विकास गुजरात का कर रहे हैं। और बिहार के लोग वहां मजदूरी कर रहे हैं। जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 4 किलो अनाज के लिए आपने वोट किया, तो आपको अनाज मिला।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने 9 साल पहले सात निश्चय का वादा किया था। मगर उन पर जमीनी स्तर पर काम ही नहीं हुआ है। अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में मुख्यमंत्री उन्हें भूल गए हैं।
दरभंगा जिला परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों प्रशांत किशोर के संगठन जन सुराज के पास चले गए हैं। अध्यक्ष सीता देवी के साथ नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष अरुणा झा ने पीके के अभियान को समर्थन दिया है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2 अक्टूबर को नई जन सुराज पार्टी का गठन किया जाएगा। अगर इसके बाद उपचुनाव हुए तो उनकी पार्टी से कैंडिडेट उतारे जाएंगे। वहीं, इससे पहले उपचुनाव हुए तो निर्दलीय कैंडिडेट उतारकर उन्हें समर्थन दिया जाएगा।
प्रशांत किशोर ने लालू परिवार पर हमला करते हुए कहा कि इन लोगों ने नौकरी के बदले कई लोगों से जमीन लिखवाया है, अपने लिए मॉल बनवाया है। कम से कम उस पैसे का इस्तेमाल अपने ही कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कर लीजिए।
जन सुराज के संस्थापक और दिग्गज चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि दो साल से चल रही उनकी पदयात्रा और जन सुराज पर खर्च हुए करोड़ों रुपए सफेद धन हैं क्योंकि वो सिर्फ चेक से चंदा लेते हैं और सारा खर्च भी चेक से करते हैं।
बिहार में नई पार्टी की शक्ल लेने जा रहे जन सुराज के संस्थापक व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि वो बिहार के चुनाव में जन सुराज की पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार या चेहरा नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को खुले मंच पर चुनाव के जरिए पार्टी का नेतृत्व और चेहरा सामने आ जाएगा।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने दावा किया कि 2025 में उनकी पार्टी का मुख्य मुकाबला एनडीए से ही होगा। आरजेडी कोई फैक्टर नहीं है।
एससी-एसटी आरक्षम में सब क्लीसीफिकेशन के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का प्रशांत किशोर ने स्वागत किया है। और कहा कि वो इस निर्णय के पक्ष में है। क्योंकि इसको लेकर बीते 15 सालों से कई राज्यों में लोग बात कर रहे थे। जन सुराज और मैं खुद आरक्षण में उप वर्गीकरण के पक्ष में हैं।