पप्पू यादव को धमकी मामले की जांच अब राजेश पर शिफ्ट हुई, रामबाबू से बनवाया था वीडियो
पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस की जांच अब राजेश यादव नाम के शख्स पर हो गई है। पुलिस को इस नाम के युवक की तलाश है, जो सांसद का करीबी है और उसने आरा से गिरफ्तार आरोपी रामबाबू को धमकी भरे वीडियो बनाने के लिए कहा था।
बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को धमकी देने के मामले में अब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम पीछे छूट गया है और राजेश यादव के नाम की चर्चा शुरू हो गई है। भोजपुर से गिरफ्तार सांसद को धमकी देने वाले युवक रामबाबू के कबूलनामे में राजेश यादव का नाम आने के बाद पुलिस की जांच का फोकस अब इस नाम वाले शख्स की ओर घूम गया है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने सांसद के जिस करीबी राजेश यादव का नाम लिया है, वह कौन है और उसकी इस प्रकरण में क्या भूमिका है।
हालांकि रामबाबू ने पुलिस को स्पष्ट बताया है कि राजेश यादव सांसद का करीबी है। आरोपी ने पटना के ईको पार्क में जिस राजेश यादव द्वारा प्रलोभन देकर वीडियो बनवाने की बात कही है, उसके पता का जिक्र नहीं किया। उसने पुलिस को बताया है कि राजेश यादव के साथ दो-तीन और लोग थे, जिन्हें वह नहीं जानता था।
पूर्णिया में पप्पू यादव के खास हैं प्रवक्ता राजेश यादव
पूर्णिया में सांसद पप्पू यादव के बेहद खास लोगों में नाम आता है राजेश यादव का। वे उनके प्रवक्ता भी हैं। गिरफ्तार युवक ने किसी बिना पता और पहचान जाहिर किए राजेश यादव का नाम लिया है। इससे पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर पा रही कि ये प्रवक्ता राजेश यादव हैं या कोई और। उधर, सांसद के प्रवक्ता राजेश यादव ने कहा कि संसार में ढेर सारे राजेश यादव हैं। जिस राजेश यादव का नाम आरोपी ने लिया है, उसका चेहरा सामने लाना पुलिस का काम है।
आरोपी को रिमांड पर नहीं लेगी पुलिस
पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने कहा कि आरोपी ने राजेश यादव का नाम बताया है, जिसके बारे में जांच की जा रही है। नए आपराधिक कानून तथा कोर्ट के निर्देश के अनुसार सात साल से नीचे की सजा वाले मामले में आरोपी को थाने से जमानत देने का प्रावधान है। इसी के तहत आरोपी रामबाबू को थाने से बेल दिया गया है। गिरफ्तार युवक के मामले में अन्य कोई कारण सामने नहीं आया है, जिसके चलते पुलिस उसे रिमांड पर नहीं ले रही है। आरोपी का मोबाइल तो बरामद नहीं किया जा सका है, लेकिन धमकी को लेकर बनाए गए दो वीडियो पुलिस ने वीडियो गूगल अकाउंट से रिकवर किए हैं।