भागलपुर में काली प्रतिमा विसर्जन में बवाल, एक धर्मिक स्थान पर दूसरे धर्म का झंडा लहराया
बिहार के भागलपुर में काली पूजा के प्रतिमा विसर्जन शोभा यात्रा के दौरान विवाद हो गया। घटना ललमटिया थाना इलाके की है। विवाद बढ़ने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालात को नियंत्रित किया। करीब दो घंटों तक शोभा यात्रा रुकी रही।
बिहार के भागलपुर में काली पूजा के प्रतिमा विसर्जन शोभा यात्रा के दौरान विवाद हो गया। घटना ललमटिया थाना इलाके की है। विवाद बढ़ने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालात को नियंत्रित किया। करीब दो घंटों तक शोभा यात्रा रुकी रही। देर रात बड़ी सख्या में पुलिस बलों की तैनाती में प्रतिमाओं का विसर्जन चंपा नदी के विसर्जन घाट पर कराया गया। भागलपुर के एसएसपी आनंद कुमार खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर करे हैं। इस पर सियासत भी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके नीतीश सरकार पर तीखा वार किया है।
जानकारी के मुताबिक नाथनगर में शनिवार की रात एक साथ कई काली प्रतिमाओं के साथ विसर्जन शोभा यात्रा निकाली गयी थी। इसी के दौरान एक युवक झंडा लेकर ललमटिया थाना क्षेत्र स्थित एक धार्मिक स्थान की दीवार पर चढ़ गया। इसके कारण वहां कुछ देर के लिए अफरा तफरी की स्थिति बन गई। तुरंत पूजा समिति के लोगों ने पुलिस की मदद से युवक को नीचे उतारा और झंडा जब्त कर लिया। इस बीच किसी ने घटना की वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
पूछताछ में झंडा लिए युवक बताया कि वह बिजली की तार को हटाने के लिए चढ़ा था। इधर युवक का वीडियो तेजी से वायरल हुआ। इससे एक पक्ष के लोग आगे मेदिनीनगर के पास इकट्ठा हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस और शांति समिति के लोग पहुंचे और लोगों को समझाया गया। लेकिन इस दौरान एक घंटे तक विसर्जन शोभायात्रा को पुलिस ने रोक कर रखा था। रात एक बजे से फिर शोभायात्रा को आगे बढ़ाया गया और कई थानों की पुलिस कि निगरानी में विसर्जन कराया गया।
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरा है। सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करके तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरएसएस को बढ़ावा दे रहे हैं और खुद भी खतरनाक हो चुके हैं। उन्होंने लिखा है कि मुख्यमंत्री से मिली जमीन, प्रोत्साहन, प्रायोजन एवं आत्मविश्वास के बल पर RSS और BJP के लोग भागलपुर में मस्जिद गलत तरीके अख्तियार कर रहे हैं। अब प्रदेशवासी कह रहे है कि अस्वस्थ अवस्था के कारण नीतीश कुमार जी RSS से भी अधिक ख़तरनाक हो चुके है।
इससे पहले भागलपुर में परबत्ती की काली प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा स्टेशन चौक पहुंचते ही बीती रात हंगामा हो गया। दरअसल, परबत्ती काली पूजा समिति और बाद में बनी केन्द्रीय काली पूजा महासमिति के लोगों को इस बात पर आपत्ति थी कि परबत्ती पूजा समिति के लोगों को मंच से पुरानी समिति के पदाधिकारी ने असामाजिक तत्व कह दिया था। इसी बात का विरोध होने लगा। पुरानी पूजा समिति के अध्यक्ष और बाद में बनी महासमिति के अध्यक्ष के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इसके बाद परबत्ती पूजा समिति के लोग मंच पर चढ़ गए। मंच पर ही तलवार भी लहरायी। स्थिति यह हो गई कि मंच पर मौजूद मेयर डा. बसुंधरा लाल, पार्षद डा. प्रीति शेखर सहित अन्य लोग किनारे हो गए।