Hindi Newsबिहार न्यूज़bihar jobs more than five thousand doctors will recruit soon

बिहार में नौकरी का मौका, 5000 से अधिक डॉक्टरों की होगी बहाली

  • इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईएमएस) में चिकित्सकों के 163 पद स्वीकृत है। इनमें सहायक पदों पर 17, उप निदेशक के पद पर एक, संयुक्त निदेश्क के पद पर छह, अपर निदेशक के पद एक एवं निदेशक के पद पर एक, निदेशक के पद पर एक चिकित्सक कार्यरत हैं।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाWed, 5 March 2025 06:38 AM
share Share
Follow Us on
बिहार में नौकरी का मौका, 5000 से अधिक डॉक्टरों की होगी बहाली

बिहार में पांच हजार से अधिक डॉक्टरों की बहाली जल्द होगी। इनमें 3623 विशेषज्ञ चिकित्सक, 667 सामान्य एवं 808 दंत चिकित्सक शामिल हैं। मंगलवार को बिहार विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल के दौरान मो. फारूक के प्रश्न के उत्तर में प्रभारी मंत्री नीरज कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन पदों पर नियुक्ति के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। आयोग के माध्यम से विज्ञापन प्रकाशन की कार्रवाई अंतिम चरण में है।

आयोग से योग्य अभ्यर्थियों की अनुशंसा प्राप्त होने के बाद उपलब्धता के आधार पर शिवहर स्थित सदर अस्पताल चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति होगी। उन्होंने बताया कि शिवहर सदर अस्पताल में चिकित्सकों के कुल 36 पद स्वीकृत हैं। इनमें 17 कार्यरत हैं। सदर अस्पताल के अधीक्षक के रिक्त पद पर कार्यकारी व्यवस्था के तहत सिविल सर्जन, शिवहर के प्रभार में रखा गया।

ये भी पढ़ें:खुशखबरी! पारा मेडिकल के 10 हजार पदों पर होगी बहाली, आवेदन की अंतिम तारीख क्या है
ये भी पढ़ें:सरकार नहीं, नया बिहार बनाने के लिए मुझे आशीर्वाद दें; विधानसभा में बोले तेजस्वी

प्रभारी मंत्री ने सौरभ कुमार के प्रश्न के उत्तर में कहा कि इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईएमएस) में चिकित्सकों के 163 पद स्वीकृत है। इनमें सहायक पदों पर 17, उप निदेशक के पद पर एक, संयुक्त निदेश्क के पद पर छह, अपर निदेशक के पद एक एवं निदेशक के पद पर एक, निदेशक के पद पर एक तथा चिकित्सा पदाधिकारी के 28 पद एवं विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधकारी के पद पर 19 चिकित्सक कार्यरत हैं।

इस अस्पताल में 97 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। मंत्री ने राज्य में चिकित्सकों की कमी की जानकारी दी और कहा कि इसके लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल खोल जा रहे है। चिकित्सक हम बना नहीं सकते हैं, बच्चे पढ़ेंगे तो आवश्यकता के अनुसार उनकी नियुक्ति सरकारी अस्पतालों में की जाएगी।

ये भी पढ़ें:बिहार से चलेंगी यह पांच जोड़ी होली स्पेशल ट्रेनें, रूट और तारीख देेख लीजिए
ये भी पढ़ें:डेढ़ किलोमीटर तक जो भी सामने आया उसको रौंद डाला, ट्रक ने 4 लोगों को मार डाला
अगला लेखऐप पर पढ़ें