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पहले भी हुई थी 7 लोगों की मौत, पुलिस क्यों नहीं चेती; बिहार में जहरीली शराब के कहर के बाद उठे सवाल

मालूम हो कि थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव में करीब दो वर्ष पहले जहरीली शराब के सेवन से सात लोगों की मौत हो गई थी। इससे ब्रह्मस्थान व सोंधानी गांव के सात लोगों के परिवार उजड़ गए थे।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान टीम, सीवानThu, 17 Oct 2024 08:40 AM
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पहले भी हुई थी 7 लोगों की मौत, पुलिस क्यों नहीं चेती; बिहार में जहरीली शराब के कहर के बाद उठे सवाल

बिहार के सीवान जिले में जहरीली शराब पीने 11 लोगों की मौत ने सबको हैरान कर दिया है। इस कांड के बाद पुलिसिया व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगर पुलिस पहले चेती होती तो ब्रह्मस्थान गांव में दो साल पहले हुई जहरीली शराब कांड दोहराई नहीं जाती। मालूम हो कि थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव में करीब दो वर्ष पहले जहरीली शराब के सेवन से सात लोगों की मौत हो गई थी। इससे ब्रह्मस्थान व सोंधानी गांव के सात लोगों के परिवार उजड़ गए थे। एक बार फिर थाना क्षेत्र के कौड़िया, खैरवां, माघर, विलासपुर और सरसैंया गांवों में जहरीली शराब पीने से बीमार पड़ने और मौत होने की बात सामने आई है।

जिले में शराब पीने से मौत की पहली घटना गुठनी थाना क्षेत्र के बेलौड़ी गांव में हुई थी। 28 अक्टूबर 2021 की सुबह इस घटना ने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कराया था। जिन लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी, इनमें बेलौड़ी गांव निवासी स्व. मोहन राम का पुत्र मनोज राम (28 वर्ष),स्व. रामराज राम का पुत्र दुखहरन राम (60 वर्ष), स्व. गफूर मियां का पुत्र अनवर मियां (45 वर्ष), स्व. दिगंबर राम का पुत्र रविन्द्र राम (45 वर्ष) व कुंडेसर गांव का प्रभुनाथ यादव का नाम शामिल था।

मृतकों के घरों में छाया मातम

बहरहाल मृतकों के घर से निकल रहे हृदय विदारक चीत्कार से लोगों का कलेजा मुंह को आ जा रहा है। मृतकों के गांवों में मातम पसरा हुआ है। लोगों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। कहीं मृतकों के बच्चे बिलख रहे हैं तो कहीं उनकी पत्नियां अपने पति के खोने से परिवार की चिंता में डूबी हुई है। मृतक रमेंद्र कुमार सिंह की पत्नी पूजा देवी तथा मृतक दिव्यांग बिट्टू कुमार की माता उर्मिला देवी के दहाड़ से माहौल गमगीन हो गया। वहीं घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे आसपास के लोग भी इस हृदय विदारक घटना से मायूस हैं और पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। वहीं जिन लोगों के शव जला दिए गए हैं, उनके परिजन शराब पीने से नहीं बल्कि बीमारी से मौत होने की बात कह रहे हैं।

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