ASI समेत 4 पुलिसकर्मी गए जेल, नौकरी पर भी खतरा; ऐसा क्या कर दिया कानून के रखवालों ने
- पुलिसकर्मियों ने मिलीभगत कर इस खेल की भनक थानेदार को भी नहीं लगने दी। जिस वक्त वे शराब छिपा रहे थे, उस समय सुल्तानगंज थानेदार अजय कुमार गश्त पर थे। खुलासा होने के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
बिहार में सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है। इसे अमल में लाने की बड़ी जिम्मेवारी पुलिस के कंधों पर है। लेकिन पटना के सुल्तानगंज थाने के एएसआई, दो सिपाहियों और पुलिसकर्मियों के एक साथी ने शराब की बरामदगी के बाद बड़ा खेल कर दिया। 46 बोतल शराब मिली और जब्ती सिर्फ 30 की दिखाई। बाकी 16 बोतल शराब को थाने के अंदर स्थित नीम के पेड़ के नीचे ईंट के समीप छिपा दिया गया। मामला 14 जनवरी का है। जांच में जब मामले का खुलासा हुआ तो डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया। चार पुलिस कर्मियों को शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने के आरोप में जेल भेज दिया गया जिसमें एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर भी शामिल है।
सूत्रों की मानें तो पुलिसकर्मियों ने मिलीभगत कर इस खेल की भनक थानेदार को भी नहीं लगने दी। जिस वक्त वे शराब छिपा रहे थे, उस समय सुल्तानगंज थानेदार अजय कुमार गश्त पर थे। गिरफ्तार कर जेल भेजे गये पुलिसकर्मियों में एएसआई मुरारी, सिपाही नागेंद्र पासवान, अग्निशमन चालक शैलेश कुमार यादव और संतोष पासवान शामिल हैं। दरअसल, एएसआई मुरारी व अन्य पुलिसकर्मियों ने अपने थाना इलाके में आने वाले जेपी-गंगा पथ से गुजर रही एक गाड़ी को रोका। गाड़ी में रौनक कुमार, राहुल कुमार और संजय कुमार सवार थे। कार की तलाशी के क्रम में 46 बोतलें शराब मिलीं।
आरोप है कि पुलिसकर्मी तीनों तस्करों को लेकर थाने पहुंचे। 16 बोतल शराब नीम के पेड़ के नीचे छिपा दी गई। बाकी शराब को जब्ती सूची में दिखाया गया। इधर, उसी रोज एकाएक सिटी एसपी पूर्वी थाने में औचक निरीक्षण करने पहुंच गये। उन्होंने थाने की हाजत में बंद शराब तस्करों को देख उनसे पूछताछ की। तस्करों ने बताया कि वे 46 बोतल शराब लेकर एनएमसीएच के समीप एक व्यक्ति को देने जा रहे थे। इतने में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया
पूछताछ में तस्करों ने खोली पोल
शराब छिपाने के मामले में सुल्तानगंज थानेदार अजय कुमार के बयान पर केस दर्ज किया गया है। इधर, एसएसपी ने दो पुलिसवालों को निलंबित कर दिया जबकि अग्निशमन विभाग के चालक को लेकर संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है। सभी को बेऊर जेल भेजा गया है। आरोपितों पर विभागीय कार्रवाई चलेगी। इसके बाद उन्हें बर्खास्त किया जायेगा।
क्या कहते हैं अधिकारी?
शराब के मामले में किसी तरह की गैरकानूनी हरकत या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस मामले की जांच के दौरान तीन पुलिसकर्मियों सहित चार की गलती सामने आई। केस दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया गया है। -अवकाश कुमार, एसएसपी, पटना
तस्करों की बात सुनकर एसपी सिटी ने शराब बरामदगी के बारे में पूछा तो पता चला कि 30 बोतल शराब को ही जब्ती सूची में दिखायी गयी है। तस्करों ने बताया कि उन्हें पकड़कर लाने वाले मुरारी, संतोष, नागेंद्र व शैलैश कहकर बुला रहे थे। इस नाम के पुलिसकर्मियों की खोज हुई। सभी थाने में ही मिले। पूछताछ में पता चला कि शराब को नीम के पेड़ के नीचे छिपाकर रखा गया।