शराबबंदी वाले बिहार में सबसे ज्यादा पियक्कड़ पटना में, सबसे कम दरभंगा; बीते साल 1.42 लाख गिरफ्तारी
शराबबंदी वाले बिहार में सबसे ज्यादा पियक्कड़ पटना में हैं।जिसके बाद भभुआ में सबसे अधिक 8 हजार 722 लोग शराब पीने के अपराध में गिरफ्तार किए गए। पूर्वी चंपारण में 6584, जमुई में 4078, मधुबनी में 4130, किशनगंज में 2517 और सीवान में 5580 लोगों की गिरफ्तारी हुई। 2024 में कुल 1.42 लाख लोग गिरफ्तार हुए।
बिहार में शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार होने वालों में पटना के लोगों की संख्या सबसे अधिक है। 2024 में एक जनवरी से 31 दिसंबर तक राज्यभर में शराब पीने के कारण एक लाख 42 हजार 40 लोग गिरफ्तार हुए। शराबबंदी कानून के तहत यह गिरफ्तारी मद्य निषेध विभाग के माध्यम से विभिन्न जगहों पर छापेमारी और अभियान के दौरान हुई। सबसे अधिक पटना जिले में 17 हजार 617 लोग शराब पीने के कारण गिरफ्तार हुए। वहीं, दरभंगा में सबसे कम 1182 लोग शराब पीने के जुर्म में गिरफ्तार किए गए।
अवैध शराब बिक्री और सेवन के विरुद्ध एक वर्ष में राज्य के विभिन्न जिलों में 8 लाख 9 हजार 941 छापेमारी हुई थी। इसमें कुल एक लाख 19 हजार 941 केस दर्ज हुए। शराब पीने और बीचने वाले एक लाख 77 हजार 286 लोगों की गिरफ्तारी हुई। 32 लाख 71 हजार 914 लीटर शराब जब्त की गई। इसमें 26.15 लाख लीटर देसी और 6.56 लाख लीटर विदेशी शराब शामिल है। शराब बनाने में काम आने वाला 137 करोड़ 4 लाख 95 हजार किलो जावा महुआ जब्त किया गया। अवैध शराब लाने-ले जाने और बिक्री में उपयोग होने वाले 8 हजार 542 वाहन जब्त किए गए। इनमें 6275 दोपहिया हैं। 642 तीन पहिया और 1490 चारपहिया और 135 ट्रक की जब्ती हुई।
दूसरे प्रदेशों से सटे जिलों में अधिक गिरफ्तारी
दूसरे देश व प्रदेशों की सीमा से सटे जिलों में शराब पीने वालों की संख्या अधिक है। नेपाल, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल की सीमा इन जिलों से सटे हैं। पटना के बाद भभुआ में सबसे अधिक 8 हजार 722 लोग शराब पीने के अपराध में गिरफ्तार किए गए। पूर्वी चंपारण में 6584, जमुई में 4078, मधुबनी में 4130, किशनगंज में 2517 और सीवान में 5580 लोगों की गिरफ्तारी हुई।
पहली बार शराब पीने वालों से 5 हजार जुर्माना
अप्रैल 2022 में शराबबंदी कानून में बदलाव के तहत पहली बार शराब पीकर पकड़े जाने पर 2 से 5 हजार तक जुर्माना देकर सजा से बचने का प्रावधान जोड़ा गया था। इसके पहले शराब पीकर पकड़े जाने पर सीधा जेल जाना पड़ता था। मजिस्ट्रेट के सामने या न्यायालय से शुल्क राशि लेकर जमानत मिल जाता है।
शराब पीकर पकड़े गए लोग
पटना 17617
भभुआ 8722
गोपालगंज 7911
नवादा 6632
गया 6003
औरंगाबाद 5641
भागलपुर 5665
मुजफ्फरपुर 4795
सीतामढ़ी 4397
पश्चिम चंपारण 3832
1 अप्रैल 2016 से राज्य में पूर्ण शराबबंदी कानून
बिहार में एक अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है। इस कानून के प्रावधानों में 5 बार बदलाव किए जा चुके हैं। राज्य सरकार ने 2024 में शराबबंदी कानून को सीसीए के दायरे में लाया है। शराब माफियाओं पर सीसीए लगाने का प्रावधान है। शराब के धंधे में जुटे लोगों की संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है।
अवैध शराब पकड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल
मद्य निषेध व निबंधन विभाग द्वारा अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। खास कर गंगा किनारे दियारा क्षेत्र में ड्रोन की मदद से देसी शराब की भट्ठियों को नष्ट किया जाता है।