Hindi Newsऑटो न्यूज़Micro SUVs take the wheel as Motown hits rough patch

हैचबैक और सेडान सेगमेंट की सेल्स गिरी, तो छोटी SUVs ने सेक्टर संभाला; 10 लाख सेगमेंट में पंच-एक्सटर बनी तारणहार

  • भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन चुका है। मार्केट में माइक्रो SUV की पॉपुलैरिटी बढ़ती जा रही है। इस साल बिक्री में मंदी से जूझ रहे डोमेस्टिक कार इंडस्ट्री के लिए एक आकर्षक स्थान बन गया है।

Narendra Jijhontiya लाइव हिन्दुस्तानSat, 14 Sep 2024 05:39 PM
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भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन चुका है। मार्केट में माइक्रो SUV की पॉपुलैरिटी बढ़ती जा रही है। इस साल बिक्री में मंदी से जूझ रहे डोमेस्टिक कार इंडस्ट्री के लिए एक आकर्षक स्थान बन गया है। हुंडई मोटर इंडिया की एक्सटर और टाटा मोटर्स की पंच जैसी छोटी SUV के साथ ऐसी SUVs जिन की कीमत 10 लाख तक हैं, वो सेल्स चार्ज में छाई हुई हैं। इस फाइनेंशियल ईयर के पहले 4 महीनों में इनकी सेल्स में 72% का इजाफा हुआ है। ये डोमेस्टिक पैंसेजर व्हीकल सेल्स में 1.8% की वृद्धि से अधिक है।

भारत में बढ़ी छोटी SUVs की डिमांड।

इकॉनोमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ऑटोमोटिव कंसल्टेंसी फर्म जाटो डायनेमिक्स के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल से जुलाई 2024 के बीच 175,330 छोटी SUV बेची गईं। ये पिछले साल की समान अवधि में 101,855 यूनिट से अधिक है। इन SUV की 73,475 यूनिट की सेल्स ने उसी अवधि में छोटी कारों और हैचबैक की कुल 69,936 यूनिट की बिक्री में गिरावट की भरपाई कर दी।

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छोटी SUV की सेल्स में टाटा पंच और हुंडई एक्सटर की बिक्री शामिल है। कुछ हद तक मारुति सुजुकी ब्रेजा, हुंडई वेन्यू और टाटा नेक्सन जैसे कॉम्पैक्ट मॉडल के एंट्री वैरिएंट ने भी बेहतर सेल्स दर्ज की है। किआ मोटर्स अपना पहला माइक्रो SUV मॉडल क्लाविया लॉन्च करने की सोच रही है, जबकि हुंडई बेयोन कॉम्पैक्ट SUV पर काम कर रही है, जो मारुति सुजुकी के पॉपुलर फ्रोंक्स से सीधा मुकाबला करेगी। फॉक्सवैगन ग्रुप की स्कोडा भी अगले साल की शुरुआत में अपनी पहली कॉम्पैक्ट SUV काइलाक पेश करने के लिए तैयार है।

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अप्रैल से जुलाई 2024 के दौरान छोटी SUV की बिक्री में जोरदार वृद्धि देखने को मिली है। खासकर 10 लाख तक की कीमत वाले व्हीकल में उनकी हिस्सेदारी को 11% तक बढ़ा दिया है। दूसरी तरप, हैचबैक की की बिक्री में गिरावट जारी रही। इस अवधि के दौरान 17% की गिरावट आई। इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट के मुताबिक, ग्रामीण ग्राहकों की बढ़ती डिमांड और एंट्री-लेवल सेगमेंट में किफायती SUV के मिलने से हैचबैक और सेडान की सेल्स काफी डाउन हुई है। ग्रामीण ग्राहकों के अच्छे रिस्पॉन्स ने SUV सेल्स में इजाफा किया है।

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