ये कहानी है सिप्ला (CIPLA) की। केमिकल इंडस्ट्रियल एंड फार्मास्युटिकल लैबोरेटरीज की नींव 1935 में रखी जाती है। कंपनी ने दो साल बाद अपना प्रोडक्शन शुरू किया है। साल 1936 में युसूफ हामिद का जन्म होता है। जिनकी लीडरशिप में कंपनी नई ऊंचाइयों पर पहुंचती है। एचआईवी की जब भी चर्चा होगी सिप्ला को जरूर याद किया जाएगा। इस कंपनी की दवाओं की वजह से 2001 से लाखों लोगों की जान बची। आइए जानते हैं सिप्ला को नई ऊंचाई पर ले जाने वाले युसुफ हमीद की कहानी...