मां! टीचर भगोड़ा कहती है...फंदे से लटककर 9वीं क्लास के छात्र ने दी जान
कानपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक शिक्षिका ने मां से छात्र की शिकायत कर दी। कहा कि दिलखुश पढ़ाई नहीं करता। डांटने पर स्कूल से भाग जाता है। बच्चा इससे इतना आहत हुआ कि घर लौटने के बाद उसने घर की तीसरी मंजिल में फांसी लगा ली।
यूपी के कानपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक टीचर ने मां से छात्र की शिकायत कर दी। कहा कि उनका बेटा पढ़ाई नहीं करता और डांटने पर स्कूल से भाग जाता है। बच्चा टीचर की इस बात से इतना आहत हुआ कि घर लौटने के बाद उसने फांसी लगा ली। उसके फंदे पर झूलते ही ड्रम गिरा तो मां इसे बेटे की शरारत समझी। चार घंटे तक बेटा नहीं उतरा तो मां पहुंची। तब तक बेटा दुनिया से जा चुका था।
ये घटना कानपुर देहात के बैना गांव का रहने वाला 15 वर्षीय दिलखुश उर्फ बिट्टू जम्मू में तैनात सैन्यकर्मी कमल का बड़ा बेटा था। वह अपनी मां नीतू और छोटे भाई कृष्णा के साथ तात्याटोपे नगर में रहता था। दिलखुश पास के सीएचएस एजुकेशन सेंटर में 9वीं क्लास में पढ़ता था। शुक्रवार को दिलखुश की मां नीतू स्कूल में उसकी फीस जमा करने पहुंचीं। इस दौरान एक शिक्षिका ने उनसे शिकायत की कि दिलखुश पढ़ाई में कमजोर है और डांटने पर स्कूल से भाग जाता है। मां के सामने शिक्षिका की इस बात से दिलखुश काफी आहत हो गया।
शाम को घर लौटने के बाद दिलखुश तीसरी मंजिल पर गया। वहां उसने एक ड्रम पर चढ़कर फांसी लगा ली। ड्रम गिरने की आवाज आई, लेकिन मां ने इसे शरारत समझकर अनदेखा कर दिया। चार घंटे तक जब दिलखुश नीचे नहीं उतरा, तो मां उसे देखने गईं। तीसरी मंजिल पर पहुंचते ही उन्होंने देखा कि उनका बेटा फंदे से झूल रहा था। यह मंजर देखकर मां बेसुध हो गईं।
मुझे भगोड़ा कहती है टीचर
मामा संतोष के मुताबिक कि अगस्त में टीचर की डांट के बाद दिलखुश स्कूल से घर न जाकर कानपुर देहात में दादा-दादी के घर पहुंच गया था। परिजनों ने स्कूल टीचर से प्रताड़ित न करने को कहा था। इसके बाद टीचर उसे स्कूल में भगोड़ा कहकर बुलाती थीं। शिकायत के बाद वह तनाव में आ गया था। स्कूल से आने के बाद वह मां से कहता रहा कि मैं आपका गंदा बच्चा हूं। आपका अच्छा बच्चा नहीं हूं। एसओ गुजैनी विनय तिवारी ने बताया कि शनिवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ है।