'पार्टी का कोई लेना-देना नहीं', पहलगाम पर नेताओं की बयानबाजी से परेशान कांग्रेस
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी की इस साल हुई अमेरिका यात्रा की तारीफ की थी। उन्होंने कहा, ‘आप कांग्रेसी हैं और पूछना चाहिए कि मोदी जी पाकिस्तान को 1965 और 1971 की कांग्रेस सरकार की तरह सबक कब सिखाएंगे।’

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले पर कांग्रेस का क्या स्टैंड है, इसे लेकर पार्टी सांसद जयराम रमेश ने सोमवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में क्रूर आतंकी हमला हुआ और उसी रात कांग्रेस पार्टी ने मांग रखी कि सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। कांग्रेस कार्य समिति ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें हमने कांग्रेस पार्टी की राय जनता के सामने रखी थी। उन्होंने कहा, 'हमने कहा कि इस संवेदनशील समय में हमें एक होना है। हमें एकजुटता और एक सामूहिक संकल्प की जरूरत है। मैं साफ करना चाहता हूं कि ये नेता अपनी निजी राय दे रहे हैं और कांग्रेस का इन बयानों से कोई लेना-देना नहीं है।'
दरअसल, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पहलगाम हमले को लेकर जो बयान दिया है, उस पर पार्टी के भीतर ही सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि आखिर वह भारतीय जनता पार्टी के वकील कैसे बन गए। थरूर ने रविवार को कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले में कुछ चूक जरूर है, लेकिन अपनी बेहतरीन खुफिया सेवाओं के लिए विख्यात इजरायल का भी उदाहरण है जहां 2 साल पहले बड़ा हमला हुआ था। उनका यह भी कहना था कि किसी भी देश के पास 100 प्रतिशत फूलप्रूफ इंटेलिजेंस नहीं हो सकती।
शशि थरूर के बयान पर भड़के कांग्रेस नेता
कांग्रेस के प्रकोष्ठ ‘असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस’ के अध्यक्ष उदित राज ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘शशि थरूर ने कहा किसी देश के पास 100 प्रतिशत फुलप्रूफ इंटेलिजेंस नहीं है। 26/11 के मुंबई हमले के समय (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री) नरेंद्र मोदी जी गुजरात से मुंबई पहुंचकर कहा था कि केंद्र सरकार की असफलता है। यह भी कहा था समस्या केंद्र है सीमा पर नहीं। कैसे आतंकी आए जब खुफिया, बीएसएफ, सीआरपीएफ केंद्र के पास है। थरूर जी मोदी जी से यह पूछना चाहिए।’ उनके अनुसार, सत्ता में कांग्रेस नहीं है फिर भी समय समय पर भाजपा आलोचना करती रहती है। पूर्व सांसद ने कहा, ‘भाजपा के लोग कहते हैं कांग्रेस के समय आतंकवादी मार कर चले जाते थे तो क्या आपको यह पूछना नहीं चाहिए उरी, पठानकोट, पुलवामा और पहलगाम में मार कर कैसे चले गए?’