जो हमारा है हमें मिल जाना चाहिए, संभल को लेकर विधानसभा में बोले सीएम योगी
सीएम योगी ने संभल का जिक्र करते हुए कहा कि जो हमारा है, हमें मिल जाना चाहिए। इससे इतर कुछ नहीं। सीएम योगी ने कहा कि एक शरारत के तहत संभल के 68 तीर्थों और 19 कूपों की निशानी मिटाने की कोशिश की गई। उसको खोजना हमारा काम था। हमने 54 तीर्थ खोजे और 19 कूपों को भी पाया।

यूपी विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था से लेकर विकास कार्यों का विस्तार से ब्योरा दिया। इस दौरान समाजवादी पार्टी पर जमकर हमले किए। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के आंकड़ों को गलत बताया और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव को चच्चू कहकर एक बार फिर तंज भी कसा। सीएम योगी ने संभल का जिक्र करते हुए कहा कि जो हमारा है, हमें मिल जाना चाहिए। इससे इतर कुछ नहीं। सीएम योगी ने कहा कि एक शरारत के तहत संभल के 68 तीर्थों और 19 कूपों की निशानी मिटाने की कोशिश की गई। उसको खोजना हमारा काम था। हमने 54 तीर्थ खोजे और 19 कूपों को भी पाया।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सरकार पर आरोप लगाया कि उसकी नीयत मस्जिद में मंदिर खोजने की है। इसका जवाब देते हुए योगी ने कहा कि एक पक्ष (महाकुंभ) वह है, जो आपके सामने उदाहरण के रूप में है। प्रत्यक्ष को प्रमाण की क्या आवश्यकता है। लेकिन दूसरा पक्ष वह भी है, जब 26 फरवरी को संभल में 56 वर्षों के बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम हुआ।
सीएम योगी ने कहा कि अकेले संभल में एक शरारत के तहत 68 तीर्थों और 19 कूपों की निशानी मिटाने की कोशिश की गई। उन्हें खोजना हमारा काम था। हमने 54 तीर्थ खोजे और 19 कूपों को भी ढूंढ निकाला है। 68 तीर्थों में से 54 को ढूंढना हमारी विरासत का हिस्सा है। हमने तो यही कहा है-जो हमारा है, हमें मिल जाना चाहिए, हम उससे इतर कहीं नहीं जा रहे हैं। 19 कूपों को मुक्त कराया गया है। सच कड़वा होता है, उसे स्वीकार करने का सामर्थ्य होना चाहिए।
चच्चू शिवपाल से ज्यादा चुनाव जीतना कौन जानता है?
भाजपा पर पुलिस की मदद से उपचुनावों में जीत हासिल करने के नेता प्रतिपक्ष के आरोप पर योगी ने कहा कि आपने उपचुनावों की चर्चा की। आपके यहां चुनाव के एक्सपर्ट शिवपाल जी हैं और चुनाव कैसे जीते जाते हैं, 'चच्चू' (शिवपाल) से ज्यादा बेहतर कौन जानता है। यह तो हम लोगों ने भी देखा है, बहुत नजदीक से महसूस किया है।
उन्होंने कहा कि पर उपदेश कुशल बहुतेरे। आप लोग दूसरों को उपदेश देते हैं, लेकिन खुद उन्हें आचरण में उतारा होता, तो संभवत: इतनी करारी हार नहीं मिलती। कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने पर योगी ने कहा कि 45 दिनों में 66.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु और पूज्य संत देश-दुनिया से प्रयागराज पहुंचे। इनमें से कम से कम आधी संख्या तो महिलाओं की रही। एक भी छेड़खानी की घटना नहीं हुई, एक भी अपहरण की घटना नहीं हुई, एक भी लूट, हत्या की घटना नहीं हुई। एक भी ऐसा उदाहरण नहीं है, जो उत्तर प्रदेश, भारत और सनातन धर्मावलंबियों को कठघरे में खड़ा करता हो।
सीएम ने कहा कि महाकुंभ में भारत के विकास और विरासत की छाप दिखाई दी। महाकुंभ में कोई जाति, धर्म, क्षेत्र का भेदभाव नहीं दिखाई दिया। सीएम योगी ने महाकुंभ से हुए आर्थिक लाभ के बारे में विधानसभा में बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा भले डॉ. राममनोहर लोहिया को अपना आदर्श मानती हो लेकिन उनके बताए रास्ते पर नहीं चलती है। सपा लोहिया के आदर्शों से दूर जा चुकी है। लोहिया जी ने कहा था कि राम, कृष्ण, शंकर भारत के आदर्श हैं लेकिन सपा को इन तीन देवताओं पर कोई भरोसा नहीं है।