लखनऊ की इंदिरा नहर में उतराता मिला हाईकोर्ट के वकील का शव, बचाने के लिए कूदे भाई की भी मौत
अधिवक्ता अनुपम तिवारी शुक्रवार की रात घर से निकले थे। इंदिरा नहर पहुंच कर उन्होंने नहर में छलांग लगा दी। घर से निकलते ही अधिवक्ता के पीछे गया उनका फुफेरा भाई भी बचाने की कोशिश में डूब गया। एसडीआरएफ ने दोपहर में नहर से उसकी लाश निकाली। रात भर अधिवक्ता का कुछ पता नहीं चला था। रविवार को उनका शव मिला।

यूपी की राजधानी लखनऊ की इंदिरा नहर में कूदे वकील अनुपम तिवारी का शव मिल गया है। उन्हें बचाने के लिए नहर में छलांग लगाने वाले फुफेरे भाई शिवम की भी मौत हो गई है। शिवम का शव कल यानी शनिवार को ही बरामद कर लिया गया था। अधिवक्ता अनुपम तिवारी शुक्रवार की रात घर से निकले थे। इंदिरा नहर पहुंच कर उन्होंने नहर में छलांग लगा दी। घर से निकलते ही पीछे गया फुफेरा भाई भी बचाने की कोशिश में डूब गया। एसडीआरएफ ने दोपहर में नहर से उसकी लाश निकाली। रात भर अधिवक्ता का कुछ पता नहीं चला था। अधिवक्ता का शव रविवार को गोसाईंगंज सिठौली के पास नहर में उतराता मिला। एसडीआरएफ टीम ने सूचना मिलने पर शव को निकाला।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह गोसाईंगंज सिठौली गांव के पास एक शव उतराता हुआ दिखाई पड़ा। ग्रामीणों की सूचना पर गोसाईंगंज पुलिस मौके पर पहुंची। इस बीच चिनहट से इंदिरानगर में कूदे अधिवक्ता को तलाश रही एसडीआरएफ टीम को भी सूचना मिली। परिवार वाले भी सिठौली गांव पहुंचे। जहां नहर से मिले शव की पहचान अधिवक्ता अनुपम तिवारी के तौर पर हुई।
अनुपम के बाद उनकी तलाश में निकला था शिवम
चिनहट हासेमऊ निवासी अनुपम तिवारी (37) हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे। चिनहट इंस्पेक्टर दिनेश मिश्र के मुताबिक शुक्रवार रात करीब 11:45 बजे पड़ोसी अभिषेक सिंह ने फोन कर सूचना दी कि अधिवक्ता अनुपम तिवारी नहर में कूद गए हैं। परिवार के लोगों ने पूछताछ में बताया कि शुक्रवार रात में अनुपम घर से निकले थे। साथ रह रहे फुफेरे भाई शिवम उपाध्याय ( उम्र 20 वर्ष) उनकी तलाश में निकले थे। उन्हें इंदिरा डैम के पास अनुपम की गाड़ी खड़ी मिली। अनुपम को नहर में डूबते देख शिवम बचाने को कूद गए।
12 घंटे बाद मिला था शिवम का शव
अधिवक्ता के इंदिरा नहर में डूबने की खबर पाकर चिनहट कोतवाली पुलिस फौरन वहां पहुंची, लेकिन रात अधिक होने से कुछ पता नहीं चला। शनिवार सुबह एसडीआरएफ की मदद से तलाशी शुरू कराई गई। एसडीआरएफ प्रभारी जितेंद्र सिंह के मुताबिक टीम ने बोट से तलाश करना शुरू किया। 12 घंटे की मशक्कत के बाद शिवम का शव डैम से 200 मीटर दूर उतराता मिला। जिसे गोताखारों की मदद से बाहर निकाला गया। वहीं, अधिवक्ता अनुपम की तलाश जारी रही। अनुपम मूल रूप से मऊ मधुवन गोपालपुरवा के रहने वाले थे। परिवार में पत्नी सोनी, बेटा गंगाधर त्रिपाठी (11) और बेटी सानिया (5) हैं। अनुपम के साथ रहा फुफेरा भाई शिवम प्राइवेट जॉब करता था।
दोस्त ने जताया ये अंदेशा
नहर में अनुपम के छलांग लगाने की सूचना मिलने पर दोस्त देवमणि भी इन्दिरा डैम पहुंचे। उनके मुताबिक अनुपम अक्सर रात में खाना खाने के बाद घूमने के लिए निकलते थे। अंदेशा है कि पैर फिसलने से वह नहर में जा गिरे।