Nifty IT: दिग्गज आईटी कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट की आंधी ने शेयर बाजार की आज की रौनक छीन ली। निफ्टी आईटी इंडेक्स 3.15 फीसद लुढ़क गया। टीसीएस से लेकर एम्फेसिस तक के शेयर गोते लगा रहे हैं।
Salary Hike: आईटी कंपनी विप्रो में टॉप परफार्मर को औसतन लगभग 8% की सैलरी हाइक मिल सकती है। इस साल की बढ़ोतरी को पिछले साल के औसत लगभग 6% से बेहतर होगी।
अब विप्रो के कर्मचारी को सप्ताह में कम से कम तीन दिन ऑफिस आना होगा वरना एक दिन की छुट्टी कटेगी। टीसीएस ने अपने कर्मचारियों के वैरिएबल पे को ऑफिस अटेंडेंस से जोड़ दिया है और कर्मचारियों को सप्ताह के पांचों दिन ऑफिस से काम करने को कहा है।
बरौनी प्रखंड की पपरौर पंचायत के रंजीत सिन्हा के पुत्र आदित्य अम्बष्ट कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के प्रवर्तन अधिकारी पद के लिए चयनित हुए हैं। आदित्य ने बीआईटी बंगलोर से तकनीकी शिक्षा प्राप्त की और...
मैनेजमेंट लेवल में भारी उथल- पुथल के बीच अब कंपनी की चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) शुभा तत्त्वर्ती (Subha Tatavarti) ने भी इस्तीफा दे दिया है।
विप्रो को जून 2024 तिमाही में 3003 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले कंपनी का प्रॉफिट 4.6% बढ़ा है। विप्रो के शेयर पिछले एक साल में 33% से ज्यादा चढ़ गए हैं।
यूपी को अब देश का आईटी हब बनाने की तैयारी है। एक रोड मैप तैयार किया जाएगा। इसमें खास फोकस आईटी आधारित सर्विस सेक्टर को बढ़ावा दिया जाएगा।
आईटी कंपनी विप्रो (Wipro Share) के शेयरों की कीमतों मे आज 5 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली है। आज कंपनियों के शेयरों में उछाल के पीछे की वजह अमेरिका से मिला काम है।
विप्रो के 32 साल के अनुभवी पल्लिया ने 7 अप्रैल को पांच साल के कार्यकाल के लिए सीईओ और एमडी की भूमिका संभाली। वह थिएरी डेलापोर्टे की जगह लेंगे। डेलापोर्टे 2025 में समाप्त हो रहे अपने कार्यकाल से पहले चले गए।
मार्च तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व गिरकर 22,208.3 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की अवधि में इसने 23,190.3 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था।
आईटी कंपनी विप्रो की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक थिएरी डेलापोर्ट का कार्यकाल 31 मई 2024 तक है। इसके बाद श्रीनिवास पल्लिया कार्यभार संभालेंगे।
दिसंबर तिमाही के दौरान आईटी कंपनी Wipro के 16% के मार्जिन के उलट प्रतिस्पर्धी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने क्रमशः 25%, 20.5% और 19.8% के मार्जिन हासिल किया है।
Wipro founder Azim Premji News: देश की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी ने अपने दोनों बेटों, रिशद और तारिक को लगभग 500 करोड़ रुपये के शेयर गिफ्ट में दिए हैं।
Wipro Q3 Result: शुक्रवार को विप्रो के शेयर रॉकेट बन गए। कारोबार के अंत में शेयर की कीमत 465.45 रुपये पर पहुंच गई। यह एक दिन पहले की क्लोजिंग के मुकाबले 3.88% की तेजी को दिखाता है।
Wipro News: मोहम्मद हक ने कॉग्निजेंट को इस वर्ष एक अगस्त से पहले लाइफ साइंस के लिए एसवीपी और बिजनेस यूनिट प्रमुख के रूप में ज्वाइन कर अपने इंप्लायमेंट कांट्रैक्ट का उल्लंघन किया है।
दिग्गज कारोबारी अजीम प्रेमजी की अगुवाई वाली विप्रो एंटरप्राइजेज की इकाई विप्रो कंज्यूमर केयर एंड लाइटिंग द्वारा पिछले 12 माह के भीतर यह तीसरा अधिग्रहण है। वहीं, अब तक 15 अधिग्रहण कर चुकी है।
WFH के लदे दिन: कर्मचारियों के लिए सप्ताह में कम से कम तीन दिन ऑफिस से काम करना अनिवार्य बनाने में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और इंफोसिस के साथ अब विप्रो (Wipro) भी शामिल हो गया है।
आर्थिक मंदी की चिंता, प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी और कमजोर कमाई के कारण भारतीय प्रमुख आईटी शेयर दबाव में हैं।
आईटी कंपनी विप्रो का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही का नेट प्रॉफिट 2,667.3 करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर बना रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 2,649.1 करोड़ रुपये रहा था।
कई कॉरपोरेट घराने या कंपनियां हैं, जिसके मुखिया किसी ना किसी वजह से रिटायर हो चुके हैं। इनमें एलएंडटी के एएम नाइक (81), एचडीएफसी के दीपक पारेख (78) और कोटक महिंद्रा बैंक के उदय कोटक (64) शामिल हैं।
अपोलो टायर्स के लिए एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने खरीदने की सिफारिश की है। दूसरी ओर आईटी स्टॉक विप्रो को ₹440 के टारगेट प्राइस के साथ ₹408 पर खरीदने की राय दी है।
देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने इस डील को लेकर डिटेल में जानकारी नहीं दी लेकिन माना जा रहा है कि 20 जुलाई को तिमाही नतीजों के ऐलान के साथ ही विस्तार से बताया जाएगा।
कंपनी का बीते वित्त वर्ष (2022-23) की पहली तिमाही में 2,563.6 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था। अप्रैल-जून, 2023 की तिमाही में विप्रो की परिचालन आय छह प्रतिशत बढ़कर 22,831 करोड़ रुपये रही।
उन्होंने कहा कि विप्रो एआई360 को बाजार में उतारना और एक अरब डॉलर के निवेश से कंपनी बदलाव वाले एक प्रमुख भागीदार के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने में सफल रही है।
AI को अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में लाखों करोड़ डॉलर का कारोबार खड़ा करने में सक्षम बनाया जा रहा है। चैटजीपीटी आदि AI ने पिछले कुछ महीनों में दुनियाभर का ध्यान आकर्षित किया है।
कुछ ब्रोकरेज कंपनियों ने आगाह किया है कि इस क्षेत्र में आगे भी परेशानी बनी रहेगी, क्योंकि इसमें सुधार की रफ्तार धीमी रहेगी। यह चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही या अगले वित्त वर्ष में रफ्तार पकड़ेगा।
तीन साल में विप्रो के शेयर ने 75 प्रतिशत का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। दो साल में यह रिटर्न निगेटिव यानी करीब -27 प्रतिशत का रहा। एक साल की अवधि हो या छमाही और तिमाही, निवेशकों का रिटर्न सुस्त ही मिला।
आईटी इंडेक्स में विप्रो (Wipro) 30.11 फीसद की गिरावट के साथ टॉप लूजर रहा। इंफोसिस (18.62 फीसद नीचे), एम्फैसिस (10.25 फीसद नीचे) और टीसीएस (4.18 फीसद नीचे) ने भी नुकसान पहुंचाया है।
दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) ने अपने शेयरों को वापस खरीदने के निर्णय लिया है। जिसके लिए तय रिकॉर्ड डेट आज यानी 16 जून 2023 है। कंपनी के इस बायबैक का साइज 12,000 करोड़ रुपये का है।
टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों को लेकर जेपी मॉर्गन का आउटलुक नेगेटिव है। मॉर्गन का मानना है कि ये कंपनियां वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में निराश करेंगीं।