अखुंदजादा ने कहा, ‘हमें अनुशासनात्मक उपाय, प्रार्थनाएं और इबादत के काम करने चाहिए। हमें पूरी तरह से इस्लाम अपनाना चाहिए। इस्लाम सिर्फ कुछ रस्मों तक सीमित नहीं है।’
अफगानिस्तान के एक प्रांत में एक ही दिन में चार लोगों को सजा ए मौत दे दी गई। हैरानी की बात यह है कि इन सब को सरे आम गोलियों से भुनवा दिया गया।
पाकिस्तान अक्सर तालिबान सरकार पर आतंकवादियों को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाता है, लेकिन काबुल इन आरोपों को खारिज करता आया है। सेना ने कहा कि अफगान सरकार से उम्मीद की जाती है कि वह अपनी ज़िम्मेदारी निभाए।
अमेरिकी नागरिक की रिहाई के बाद ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के नेता हक्कानी के ऊपर से 10 मिलियन डॉलर की इनामी राशी को रद्द कर दिया है। लगभग ढ़ाई साल से तालिबान की कैद में बंद ग्लीजमैन को पिछले हफ्ते रिहा कर दिया गया था।
यूनिसेफ ने तालिबान से अफगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा पर लगे प्रतिबंध को हटाने की अपील की है। 2021 से 22 लाख लड़कियां छठी कक्षा के बाद पढ़ाई से वंचित हैं। इस साल चार लाख और लड़कियों की शिक्षा बाधित...
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि उसने तालिबान शासन के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने कहा कि भारत अफगानिस्तान में मानवीय सहायता और विकास परियोजनाओं में...
अफगानिस्तान तालिबान ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने बगराम एयरफील्ड पर चीन के कब्जे की बात कही थी। तालिबान ने कहा कि एयरफील्ड पर इस्लामिक अमीरात का नियंत्रण है न की चीन का। हमारा किसी भी देश के साथ ऐसा कोई करार नहीं है।
अमेरिकी रक्षा विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सेना की वापसी के समय करीब 7 अरब डॉलर की कीमत के सैन्य उपकरण अफगानिस्तान में छूट गए थे।
पुलिस के अनुसार, विस्फोट के बाद मृतकों और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को लेकर नाराजगी जताई है। ट्रंप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है जिसमें वह अलग अंदाज में तालिबान से एक मांग करते दिखे। क्या है उनकी डिमांड?