सावन माह भोलेशंकर को प्रिय होता है। इस माह में विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना की जाती है। सावन माह में भगवान शंकर और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए भगवान शंकर और माता पार्वती की आरती जरूर करें।
Sawan Monday : इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन के सोमवार का महत्व बहुत अधिक होता है। सावन का तीसरा सोमवार आज है। सावन माह भगवान शंकर को समर्पित होता है। इस माह में भगवान शंकर की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है।
नाग पंचमी नौ अगस्त को है। इस दिन श्रद्धालु अपने-अपने घरों व शिवालयों में नाग देवता का पूजनकर सर्पदंश से रक्षा की प्रार्थना करेंगे। जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि नाग पंचमी नौ अगस्त को है।
प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा करना शुभ फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि नाग पंचमी पर नागदेवता की पूजा करने से तमाम कष्ट व कालसर्प दोष भी दूर हो जाता है
इस समय कुंभ, मकर, मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती और कर्क, वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की वजह से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है। धर्मशास्त्र के अनुसार जिस दिन अर्धरात्रि में चतुदर्शी हो, उसी दिन शिवरात्रि का व्रत करना चाहिए। इस समय सावन का महीना चल रहा है।
हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस समय सावन का महीना चल रहा है। सावन माह में पड़ने वाली शिवरात्रि का बहुत अधिक महत्व होता है। शिवरात्रि का पर्व भगवान शंकर को समर्पित होता है।
इस बार श्रावण मास में शिवरात्रि दो अगस्त को मनाई जाएगी। इस पर कई विशेष योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्य राकेश शुक्ल ने बताया कि श्रावण मास की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।
सावन का महीना भोले शंकर को समर्पित होता है। इस माह में भोले शंकर की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। हर माह में दो बार प्रदोष व्रत पड़ता है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में।
इस समय सावन का पावन माह चल रहा है। हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। सावन के माह में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि का महत्व बहुत अधिक होता है।
हिंदू धर्म में सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। सावन का महीना हिंदू पंचांग का पांचवा महीना होता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में भगवान शिव की रोजाना विधि- विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
हिंदू धर्म में सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। सावन का महीना भगवान शंकर को समर्पित होता है। इस साल 22 जुलाई से सावन के महीने की शुरुआत हो गई है।
नाग पंचमी को भगवान शिव व नागदेव की पूजा से विशेष रूप से सिद्धि प्राप्ति होती है। इस दिन नाग देवता की पूजा का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। समस्त नाग जाति के प्रति श्रद्धा व सम्मान पूर्वक गोदूग्ध धान का लावा, सफेद पुष्प, धूप आदि से पूजन करना चाहिए।
Kamika Ekadashi 2024 : हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय होती है। इस दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
सावन माह भोलेनाथ को समर्पित होता है। सावन माह की अमावस्या पर भगवान शंकर की भी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। अमावस्या तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है।
पति की दीर्घायु के लिए 7 अगस्त के शुभ मुहूर्त में हरियाली तीज के दिन महिलाएं व्रत रखेंगी। माता पार्वती के साथ गणेश जी और भगवान शिव की पूजा करेंगी। 7 अगस्त को हरियाली तीज देश भर में मनाई जाएगी।
इस साल सोमवार से शुरू होने के कारण सावन का महीना ग्रह, नक्षत्रों के हिसाब से अच्छा होगा। साथ ही सावन में आयुष्मान, सर्वार्थ सिद्धि व राजयोग जैसे कई दुर्लभ संयोग इस महीने को मंगलकारी बना रहे हैं।
इस वर्ष 22 जुलाई से 19 अगस्त तक चलेगा। यह हिंदू पंचांग के पांचवें माह के रूप में माना जाता है और विशेष रूप से भगवान शिव के भक्तों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
पवित्र सावन माह की शुरुआत प्रीति आयुष्मान और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ सोमवार, 22 जुलाई से होगी। श्रावण या सावन मास भगवान शिव को समर्पित होता है। इसबार कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। श्रावण माह की शुरुआत सोमवार से होगी, इसी दिन 19 अगस्त को समापन भी हो रहा है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 12 राशियां होती हैं। इन राशियों के आधार पर भी व्यक्ति के बारे में बताया जा सकता है। भगवान शिव की शरण में जो भी आता है भगवान शिव उसके सभी कष्टों को दूर कर देते हैं।
इस साल 22 जुलाई यानि सोमवार से सावन का महीना शुरू हो रहा है। इस सावन अद्भुत संयोग बन रहा है। सावन की शुरुआत भी सोमवार से और समापन भी सोमवार को ही है। सावन के पहले दिन प्रथम सोमवारी होगी।
धार्मिक मान्यता के मुताबिक सावन में की गई शिव पूजा कभी ना खत्म होने वाली मानी जाती है। साथ ही कई गुना पुण्य भी अर्जित होता है। सावन के महीने में अगर भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाए तो ऐसा करने से सभी मनोवांछित मनोकामना पूरी भी होती है।
सावन माह भगवान भोलेनाथ का प्रिय मास है। इस बार श्रावण मास 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। इसको लेकर शिवालयों में भी सवान उत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई है। इस बार का श्रावण मास की विशेषता यह है कि सावन माह का शुभारंभ बाबा भेालेनाथ का शुभ दिवस सोमवारी पूजा से हो रही है।
सावन के महीने का शिव भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस माह में देवों के महादेव और मां पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही सोमवार व्रत भी किया जाता है।
यूपी के उरई जिले में कुछ असामाजिक तत्वों ने वर्षों पुराने शिव मंदिर में घुसकर तोड़फोड़ की। यही नहीं, इन लोगों ने शिवलिंग के पास मौजूद नंद की मूर्ति भी तोड़ दी। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
Sawan Last Tuesday 2022: सावन मास अब समाप्ति की ओर है। 9 अगस्त को सावन का अंतिम मंगलवार है। सावन मास के आखिरी मंगलवार को कुछ राशियों पर बजरंगबली की विशेष कृपा रहेगी।
'झूलन में आज सज धज के युगल सरकार बैठे हैं..' के आचार्य प्रणीत पदों के गायन के साथ झूलनोत्सव का उल्लास सर्वत्र बिखरने लगा है। हरियाली तीज से जहां खास-खास मंदिरों में झूलन उत्सव का श्रीगणेश हुआ था।
Sawan 4th Somwar 2022: मनोकामना शिव मंदिर से जुड़े मिथिलेश कुमार सिन्हा कहते हैं कि मंदिर में रुद्राभिषेक पूजा के अलावा महामृत्युंजय जप करने शिवभक्त सोमवार को पहुंचेंगे।
कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए डीएम ने सभी स्कूलों की शनिवार और सोमवार की छुट्टी कर दी है। रविवार को तो अवकाश है ही ऐसे में अब तीन दिन के लिए स्कूल बंद रहेंगे। जानें पूरा ट्रेफिक प्लान।
सावन का महीना भगवान शंकर को समर्पित होता है। इस माह में विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना की जाती है। सावन माह के सोमवार का बहुत अधिक महत्व होता है। भगवान शंकर का दिन सोमवार होता है।