संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आगरा अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में वृंदावन स्थित प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंचे आगरा संभाग के चार जिलों के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रेमानंद महाराज ने उपदेश दिया।
जोजो और जॉनी की बातों पर प्रेमानंद महाराज जी लोट-पोट हो गए। प्रेमानंद महाराज खूब ठहाके लगाए। वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रेमानंद महाराज खूब हंस रहे है।
प्रेमानंद महाराज ने कल से दोबारा रात वाली पदयात्रा शुरू करने का ऐलान कर दिया। विरोध करने वाली सोसाइटी के अध्यक्ष की तरफ से माफी मांगने और आसपास रहने वाले लोगों के महाराज से मुलाकात के बाद पदयात्रा शुरू करने की घोषणा हुई।
पदयात्रा का विरोध करने वाली एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने रविवार को संत प्रेमानन्द महाराज से भेंट कर कृत्य के लिये माफ़ी मांगी है। इसके साथ ही उन्होंने उसी मार्ग पर फिर यात्रा शुरू करने की अपील की है। सोसाइटी अध्यक्ष ने कुछ यू-ट्यूबरों पर कॉलोनी के लोगों को भड़काने का आरोप लगाया।
मथुरा के वृंदावन में संत प्रेमानन्द महाराज और उनके आश्रम के नाम पर 'दुकानें' चल रही हैं। ऐसी जानकारी होने पर आश्रम की ओर से सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया है, जिसमें भक्तों से सावधान रहने की अपील की है।
महाराज मैंने अपनी नौकरी के दौरान कई एनकाउंटर किए, मुझे कई सम्मान मिले, राष्ट्रपति वीरता पदक भी मिला। एक मुठभेड़ में मुझे गोली लगी, मेरी मत्यु का समाचार भी जारी हो गया लेकिन प्रभु की कृपा से मैं बच गया।
प्रेमानंद महाराज ने शुक्रवार तड़के 2 नहीं बल्कि 4 बजे पदयात्रा की। ये पद यात्रा केवल 10 मीटर की रही। आश्रम से 10 मीटर की दूरी तक प्रेमानंद महाराज गाड़ी से पहुंचे। उनकी पद यात्रा में कोई गाजा-बाजा भी नहीं रहा।
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज ने रोजाना रात में होने वाली अपनी पदयात्रा बंद कर दी है। उनके आश्रम की ओर से इसके पीछे तबीयत ठीक नहीं होने और भीड़ को कारण बताया गया है। अब कुछ और ही कारण सामने आ रहा है।
कानपुर के जादूगर ओपी शर्मा जूनियर उर्फ सत्य प्रकाश शर्मा वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज के पास गए थे। अपने तीन करतब से जादूगर ने बाबा को हक्का-बक्का कर दिया। प्रेमानंद महाराज ठहाके लगाकर हंसते दिखे।
प्रेमानंद जी महाराज के पास अनिरुद्धाचार्य जी महाराज वृंदावन के आश्रम में भगवान लक्ष्मी नारायण की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता देने गए थे। प्रेमानंद जी ने हाल के दिनों में विवादों में फंसे अनिरुद्धाचार्य को पांच बड़ी नसीहतें दी जो उन्हें निष्कलंक जीवन में काम आएंगे।