Margashirsha Purnima Upay : इस साल की आखिरी पूर्णिमा 15 दिसंबर के दिन है। धार्मिक मान्यता है इस दिन कुछ उपाय कर लेने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलने के साथ सुख-समृद्धि भी बढ़ती है।
Margashirsha Purnima 2024 : दिसंबर में पड़ने वाली पूर्णिमा 15 दिसंबर को है। मान्यता है मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और लक्ष्मी मां की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करने से सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
Shukrawar Upay: शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन कुछ कार्यों को करने और कुछ कामों को नहीं करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। जानें शुक्रवार के दिन क्या करें और क्या नहीं-
Vastu tips: वास्तु की मदद से घर की पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाने व नेगेटिविटी कम करने में मदद मिलती है। मान्यताओं के अनुसार, कुछ उपायों की मदद से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
Kartik Purnima Upay : कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। कार्तिक पूर्णिमा पर पूरे विधि-विधान से मां लक्ष्मी और श्री हरि विष्णु की उपासना करने से आर्थिक परेशानियों से राहत मिल सकती है।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मां की आरती करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां की आरती करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और धन संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। आगे पढ़ें मां लक्ष्मी की आरती ...
Diwali 2024 Upay : कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन प्रदोष काल में पूजन अति उत्तम माना जाता है। दिवाली के दिन कुछ उपाय करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। मान्यता है इस दिन कुछ कामों को करने से आर्थिक स्थिति सुधारी जा सकती है।
Dhanteras timing today : दिवाली का पर्व आज धनतेरस से शुरू होता है। यह कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन धनवंतरी और कुबेर जी और माता लक्ष्मी की पूजा होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन प्रदोष काल में इन तीनों का पूजन किया जाता है।
इस साल दिवाली पर्व को लेकर बहुत कंफ्यूजन है। अधिकतर पंचांगों में दिवाली की तारीख 31 अक्टूबर बताई गई है और कुछ पंचांग 1 नवंबर को दिवाली की तारीख बता रहे हैं। अधिकतर ज्योतिषियों की राय में दिवाली 31 अक्टूबर को शास्त्रसम्मत है,
Sharad Purnima 16th October: कल, शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाएगी। मान्यताओं के अनुसार, लक्ष्मी माता की पूजा करने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। बुधवार की शाम 6:56 बजे से शरद पूर्णिमा की तिथि शुरू होगी।