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Dhanteras timing : आज धनतेरस पर खरीददारी के लिए सुबह और पूजा के लिए प्रदोष काल का उत्तम मुहूर्त

Dhanteras timing today : दिवाली का पर्व आज धनतेरस से शुरू होता है। यह कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन धनवंतरी और कुबेर जी और माता लक्ष्मी की पूजा होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन प्रदोष काल में इन तीनों का पूजन किया जाता है।

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तानTue, 29 Oct 2024 03:27 PM
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दिवाली का पर्व धनतेरस से शुरू होता है। यह कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन धनवंतरी और कुबेर जी और माता लक्ष्मी की पूजा होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन प्रदोष काल में इन तीनों का पूजन किया जाता है। इस दिन भगवान धनवंतरी अमृतकलश लेकर आए थे। धनतरेस के दिन खरीददारी को शुभ माना गया है। धनतेरस के दिन यम देवता, भगवान कुबेर के साथ-साथ माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन सोना-चांदी के सिक्के, आभूषण, बर्तन आदि खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। भगवान धन्वंतरि आरोग्यता के देवता हैं और इनकी पूजा-अर्चना करने से अच्छी सेहत और रोगों से मुक्ति मिलती है।

धनतेरस पर प्रदोष काल पूजा के शुभ मुहूर्त

कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी मंगलवार को सुबह 10 बजकर 32 मिनट से शुरू होगी । 29 अक्टूबर को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। इसमें खरीददारी करना शुभ है। धनतेरस की पूजा शाम को होती है। इसलिए पूजा का मुहूर्त प्रदोष काल का रहेगा। शाम को 06 बजकर 36 मिनट से 08 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इसमें पूजा करना और खरीदारी करना बहुत ही शुभ है।

शाम को क्या करें

धनतेरस का पर्व प्रदोष व्यापिनी तिथि में मनाने का विधान है। इस दिन परिवार में आरोग्यता के लिए घर के मुख्य दरवाजे पर यमदेव देवता का ध्यान करके दक्षिण दिशा पर दीपक स्थापित करना चाहिए। इस दिन प्रदोष काल में ॐ नमो भगवते धन्वंतराय विष्णुरूपाय नमो नमः। मंत्र पढ़कर पूजन अर्चन करना चाहिए, जिससे परिवार में दीर्घायु और आरोग्यता बनी रहती है।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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