नीतीश कुमार ने लगातार तीसरे दिन यह लालू यादव के खुले ऑफर पर जवाब दिया और कहा कि अब एनडीए में ही रहेंगे। अटल जी ने मुख्यमंत्री बनाया था।
राष्ट्रीय स्मृति स्थल के लिए यूपीए ने 2013 में प्रस्ताव पारित किया था। इसके तहत पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की समाधि एकता स्थल के पास जगह प्रदान की गई है। 2013 में यूपीए सरकार ने इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया था। उस प्रस्ताव के अनुसार अब किसी भी VVIP की राजघाट के पास अलग से समाधि नहीं होगी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना 'केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना' की आज आधारशिला रखी। इस मौके पर कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। वहीं, सीएम ने इस परियोजना को लेकर आभार जताया।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेयी ने सार्वजनिक रूप से इंदिरा गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्हें 'दुर्गा' की उपाधि दी थी। जानिए सच्चाई।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती पर पीएम मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस मौके पर बुधवार को पीएम मोदी और कई दिग्गज राजघाट स्थित सदैव अटल स्मारक पहुंचे।
राजीव गांधी 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने अपने अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि वाजपेयी इलाज पूरा करने के बाद ही लौटें। उस समय अटल बिहारी वाजपेयी विपक्ष के नेता थे।
अटल बिहारी वाजपेयी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आडवाणी जी के बयान को गलत ढंग से पेश किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई सीनियर नेता जैसे सरोजिनी नायडू की भी मोहम्मद अली जिन्ना के बारे में वही राय थी, जो आडवाणी ने जाहिर की। उन्होंने कहा कि जिन्ना ने भी आजादी के संग्राम में भूमिका निभाई थी।
आज ही के दिन पाकिस्तान के पूर्व PM नवाज शरीफ भी पैदा हुए थे। यह भी अपने आप में दिलचस्प है कि दोनों देशों के इन दोनों नेताओं ने आपसी रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए मिलकर प्रयास किए।
बैठक भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर होगी। वहां वाजपेयी की शताब्दी समारोह के बाद यह आयोजन किया जाएगा। बीजेपी नेताओं का कहना है कि वाजपेयी की जयंती पर आयोजित यह कार्यक्रम यह संदेश देगा कि पार्टी गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखे हुए है।
ओपी चौटाला उस वक्त जिंद में थे। खुराना ने वहीं जाकर उनसे मुलाकात की और आडवाणी के मदद की दरकार का संदेशा दिया। सत्ता के माहिर खिलाड़ी चौटाला ने तब खुराना को कोई आश्वासन नहीं दिया।