बैंकॉक के अधिकारियों ने साइट को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया था, जहां बिना इजाजत के किसी का जाना मना था। पुलिस जांच के दौरान यह पता चला कि उनमें से एक व्यक्ति के पास वैध वर्क परमिट था।
म्यांमार में आए भूकंप से जुड़ी भयावह कहानियां सामने आ रही हैं। देश के एक मुस्लिम संगठन ने एक ऐसी ही दर्दनाक खबर को साझा किया है। संगठन के मुताबिक भूकंप में 700 से ज्यादा नमाजियों की मौत हो गई।
म्यांमार में विनाशकारी भूकंप ने 1600 से अधिक लोगों की जान ले ली। मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इस बीच प्रशांत महासागर के पास एक आवासीय द्वीप पर प्रचंड तीव्रता का भूकंप आया है। सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद कई बार झटके महसूस किए गए हैं। रविवार को भी सुबह 5.1 तीव्रता का भूकंप आया। इससे लोगों में दहशत हैं और वे घरों के अंदर जाने को भी तैयार नहीं हैं।
बैंकॉक की गगनचुंबी इमारतों में यह अकेली इमारत थी, जो भूकंप में पूरी तरह ढह गई। हादसे के बाद इमारत बनाने वाली कंपनी पर सवाल उठ रहे हैं। यह इमारत बनाने वाली एक चीनी कंपनी है। बैंकॉक में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद से स्थिति बेहाल है। अब तक 1600 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और मलबे से अब तक शवों को निकाला जा रहा है। वहीं दोबारा झटकों के डर के बीच लोग सड़कों पर रात गुजारने के लिए मजबूर है।
म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,644 हो गई है। न्यूज एजेंसी एएफपी ने शनिवार को देश के सैन्य शासन का हवाला देते हुए यह जानकारी दी।
दिशा सालियन अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर थीं। पुलिस के अनुसार, उन्होंने 8 जून 2020 को उत्तरी मुंबई के मलाड इलाके में जनकल्याण नगर में इमारत की 12वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
चीन के युन्नान प्रांत से 37 सदस्यों का बचाव दल भूकंप डिटेक्टर, ड्रोन और अन्य सामान के साथ शनिवार सुबह यांगून शहर पहुंचा। समाचार एजेंसी तास के अनुसार, रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने 120 बचावकर्मियों और राहत सामग्री को लेकर 2 विमान भेजे हैं।
म्यांमार में आए भूकंप का मुख्य कारण सागाइंग फॉल्ट है, जो म्यांमार के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है। यह फॉल्ट 1200 किलोमीटर तक फैली हुई है।