Gujarat Earthquake: भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) ने बताया कि सोमवार रात को कच्छ जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। कितनी थी इस भूकंप की तीव्रता और कहां था इसका केंद्र जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...
आईएसआर के आंकड़े के अनुसार, इस महीने राज्य के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में अब तक चार बार तीन तीव्रता से अधिक का भूकंप महसूस किया गया है। गुजरात भूकंपीय गतिविधि के लिहाज संवेदनशील राज्य है।
यूक्रेन ने इस बार रूस के अंदर इतना भयावह हमला किया कि भूकंप आ गया। करीब 6 किलोमीटर तक आग फैल गई। नासा ने भी इलाके में भूकंप की रिपोर्ट की है। आस-पास के लोगों को इलाके से भागना पड़ा।
बीते साल वैज्ञानिकों ने धरती से 9 दिनों तक लगातार अजीब तरंगों की आवाज सुनी। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह आवाज ग्रीनलैंड में सुदूर इलाके में ग्लेशियर के टूटकर गिरने की थी।
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के बड़े हिस्से में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भारत के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के भी एक हिस्से में भूकंप आने की खबर है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार यह भूकंप सुबह 11:26 पर आया था और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 थी, जो काफी ज्यादा है। यदि इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान न होकर थोड़ा नजदीक होता तो बड़े नुकसान की भी आशंका हो सकती थी।
बिहार के बांका समेत आसपास के इलाकों में सोमवार देर रात भूकंप से हल्के झटके महसूस किए गए। इससे जन्माष्टमी मना रहे लोग सहम गए। हालांकि, किसी तरह का कोई नुकसान होने की खबर नहीं है।
Uttarakhand Earthquake: उत्तराखंड में एकबार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का केंद्र देहरादून में था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.1 मापी गई।
बिहार के सीमांचल समेत पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत में सुबह करीब सात बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए। भूकंप का केंद्र सिक्किम में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे रहा।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, भूकंप की प्रारंभिक तीव्रता 7.1 दर्ज की गई तथा इसका केंद्र जापान के दक्षिणी मुख्य द्वीप क्यूशू के पूर्वी तट पर लगभग 30 किलोमीटर की गहराई पर था।
Earthquake in Khandwa: मध्य प्रदेश के खंडवा में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूंकप की तीव्रता 3.6 रही। भूकंप का केंद्र 10 किमी गहराई पर था। डर के मारे लोग घर से भाग गए।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में शुक्रवार तड़के धरती हिलने से लोग दहशत में आ गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने बताया कि शुक्रवार सुबह हिमाचल के कुल्लू में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।
Earthquake in Himachal: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में गुरुवार की रात भूकंप आया। इसके झटके उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.3 रही।
Earthquake: अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि भूकंप से ताइवान में कोई नुकसान हुआ है या जानमाल का नुकसान हुआ है। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने 3 मीटर (9.8 फीट) तक की सुनामी की भविष्यवाणी की है।
गुजरात के कच्छ में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.1 रही। इसकी गहराई 15 किमी थी। फिलहाल जान-माल के नुकसान को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है।
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों में सोमवार को जबरदस्त उत्साह था। लेकिन उसी रात अचानक से धरती डोल गई। धरती डोलने की खबर के बाद से लोगों में राम के आगमन को लेकर जो उत्साह था...
शनिवार दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर किन्नौर में भूकंप आया और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.0 आंकी गई। भूकंप का केंद्र लिप्पा खास (मूरंग) में जमीन के अंदर पांच किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गुरुवार सुबह दो बार भूकम्प के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.8 और 2.7 रही। जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
11 मार्च 2011 को जापान के पूर्वी प्रायद्वीप ओशिका से 70 किलोमीटर दूर भूकंप के जोरदार झटके महसूस हुए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 9 मापी गई। इसका केंद्र धरती से 24 किमी की गहराई पर था।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भी सोमवार को 15 मिनट के भीतर तीन बार भूकंप के लोगों की ओर से झटके महसूस किए गए। मालूम हो कि रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप के पहले झटके की तीव्रता 5.5 मापी गई थी।
कर्नाटक में शुक्रवार सुबह 6:52 बजे क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। एनसीएस ने कहा कि भूकंप का केंद्र 16.77 अक्षांश और 75.87 देशांतर पर माना गया और झटके 10 किमी की गहराई पर आए।
उत्तरकाशी में आधी रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिस समय झटके आए तब लोग गहरी नींद में सोए हुए थे। अचानक धरती के हिलने से कुछ लोग डर गए और घर से बाहर निकल गए। रिक्चर स्केल पर तीव्रता 3.1 रही।
पिछले 10 दिनों में भूकंप का एक छोटा व तीन बड़े झटके आए हैं। भूवैज्ञानिक इस संभावना को लेकर चिंतित हैं कि क्या भूकंप का केंद्र भारत के मैदानी इलाकों की तरफ खिसक रहा है। इसके कारणों पर शोध जारी है।
आइसलैंड के एक प्रांत में 14 घंटे के भीतर ही 1000 बार भूकंप के झटके आ गए। इसके बाद प्रांत में इमर्जेंसी घोषित की गई है। यहां काफी संख्या में हर साल पर्यटक भी आते हैं।
इटली में नेप्पल के पास एक शहर में हर दिन 30-40 बार भूकंप आता है। यहां तीन महीने में ही भूकंप के 2500 झटके आ चुके हैं। लोग शहर छोड़कर दूसरी जगह बस रहे हैं।
केंद्र के मुताबिक, सोमवार को भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई और इसका केंद्र जाजरकोट का रामीदंडा था। काठमांडू में भी झटके महसूस किए गए जिससे लोगों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।
भारतीय भूकंपविज्ञानियों के नेतृत्व में साल 2018 में एक स्टडी पूरी हुई। इसमें बताया गया कि उत्तराखंड से पश्चिमी नेपाल तक फैला मध्य हिमालय भविष्य में कभी भी जोरदार झटके से प्रभावित हो सकता है।
नेपाल में शुक्रवार रात आया भूकंप उत्तराखंड की ओर बढ़ रहे खतरे का संकेत हो सकता है। पिछले कई भूकंपों का केंद्र नेपाल रहा पर यह लगातार पश्चिम की ओर खिसक रहा है।
जानकारों का कहना है कि हिमालय के नीचे टेक्टोनिक प्लेट लगातार चलायमान है और यह यूरेशियन प्लेट से टकरा सकती है। ऐसे में इस क्षेत्र में बड़े भूकंप का खतरा बना हुआ है।
Nepal earthquake Latest Updates: भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई में था।