दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले वादों की बारिश हो रही है। लगातार चौथी बार सरकार बनाने के लिए 'आप' ने जहां एक बार फिर मुफ्त की स्कीमों पर जोर लगाया है तो इस बार भाजपा और कांग्रेस ने आगे निकलने की होड़ में मचा दी है।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि केरल में इंडिया गठबंधन नहीं है। पंजाब और दिल्ली का यही हाल है। उत्तर प्रदेश का हाल तो आप देख ही रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में रोज एक-दूसरे को गालियां दी जा रही हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने विधायकों को दोटूक नसीहत देते हुए कहा कि आप कांग्रेस के हाल से समझ सकते हैं कि यदि जनता से नेता कट जाएं और आपस में लड़ जाएं तो क्या हाल हो सकता है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दलों के बीच आपस में कोई मतभेद नहीं होना चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा कि यदि आप यह समझ रहे हैं कि हम भाजपा और आरएसएस जैसे राजनीतिक संगठनों से लड़ रहे हैं तो यह गलत है। इन दोनों ने देश के हर संस्थान पर कब्जा कर लिया है। अब हम भाजपा, आरएसएस और इंडियन स्टेट से भी लड़ रहे हैं। इस पर भाजपा भड़क गई है।
मोहन भागवत ने सोमवार को कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मन का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इसी दिन मिली थी।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के बाद कांग्रेस ने मांग की थी अंतिम संस्कार अलग से हो और वहां पर स्मारक तैयार किया जाए, लेकिन केंद्र सरकार ने निगम बोध चुना था। तब कांग्रेस ने सरकार पर पूर्व पीएम के अपमान के आरोप लगाए थे।
लालू यादव की आरजेडी के दिल्ली चुनाव नहीं लड़ने की संभावना है। राजद बीजेपी से मुकाबला करने वाली ताकतों का समर्थन करेगी। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि इसकी औपचारिक घोषणा 18 जनवरी को पटना में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में की जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, बेलगावी के पास उनकी कार मंगलवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में दोनों को मामूली चोटों आई हैं। बताया जा रहा है कि सड़क पर दौरड़ रहे एक कुत्ते को बचाने के प्रयास में यह हादसा हुआ।
Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव में इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया गठबंधन) में कई घटकदलों के आम आदमी पार्टी का समर्थन करने के बाद कांग्रेस ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है।
सूत्रों के मुताबिक, साल 2018 में आवास और शहरी मामले के मंत्रालय की ओर से कांग्रेस को नोटिस जारी किया गया था। इसमें पार्टी से अपील की गई कि सरकारी बंगले को खाली कर दिया जाए। कांग्रेस अब तक 2 ऐसे बंगलों को खाली कर भी चुकी है।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वह इंडिया गठबंधन को एकजुट रखे क्योंकि वह गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है।
शकील अहमद खान ने कहा है कि कोई हमे हल्के में नहीं ले। बीजेपी और जेडीयू ने तेजस्वी यादव का बयान आने के बाद इंडिया गठबंधन पर तंज कसा है। तेजस्वी यादव ने बक्सर में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान इंडिया अलायंस के अस्तित्व पर सवाल खड़ा कर दिया।
मनमोहन सिंह को लेकर भी सवाल पूछे जा रहे हैं कि उनका स्मारक कहां बनेगा। पिछले दिनों खबर थी कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल और विजय घाट का सर्वे किया गया है। इन्हीं में से किसी एक स्थान पर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जाएगा। फिलहाल उनके परिवार से भी इस संबंध में विकल्प मांगा गया है।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को दिवगंत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की समाधि के लिए दिल्ली के राजघाट परिसर के अंदर एक विशेष स्थल को चिन्हित करने की मंजूरी दी है। इसके बाद इसे लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद दानिश अली ने इसे लेकर सरकार पर तंज कसा है।
इसके अलावा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ उतर चुके उद्धव ठाकरे गुट ने भी आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर लड़ने की सलाह दी है। उद्धव सेना के सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा था कि दिल्ली में AAP और कांग्रेस को साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी एक बार फिर दिल्ली में अपनी खोई हुई सियासी जमीन वापस पाने की कोशिश में जुटी है। अगर 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ऐसा करने में सफल रही तो इससे दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
कांग्रेस पार्टी अपने वर्तमान मुख्यालय 24, अकबर रोड को फिलहाल खाली नहीं करेगी, जो 1978 में कांग्रेस (आई) के गठन के बाद से इसका मुख्यालय रहा है।
राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो पोस्ट करके कहा, ‘मुझे हाल ही में आईआईटी मद्रास के कुछ प्रतिभाशाली युवाओं से बात करने का सौभाग्य मिला। साथ में, हमने जानने का प्रयास किया कि सफलता का वास्तव में क्या मतलब है।'
मल्लिकार्जुन खरगे ने पोस्ट में कहा, ‘मणिपुर में ताजा हिंसा तब देखी गई जब भीड़ ने कांगपोकपी जिले में पुलिस अधीक्षक पर हमला कर दिया, जिसके चलते वह घायल हो गए। आपके अक्षम और बेशर्म मुख्यमंत्री ने खेद तो जताया, मगर राज्य में आपकी अनुपस्थिति को उजागर भी कर दिया।’
दिल्ली में राजनीतिक घमासान तेज होता जा रहा है। इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) का हिस्सा होने के बावजूद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कोई रियायत बरतने के लिए तैयार नहीं है।
गोंडा के कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने राहुल गांधी और कांग्रेस को लेकर बड़ा दिया है। बृजभूषण शरण ने देश को राहुल गांधी की जरूरत बताया। साथ ही राहुल और कांग्रेस को 2025 में सीरियस होने की नसीहत भी दी।
दोनों दलों के बीच सीटों की संख्या में भी बड़ा अंतर रहा। भाजपा ने कांग्रेस के मुकाबले 4 गुना ज्यादा सीटें हासिल करते हुए महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में सरकार बना ली। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी कमल खिलाया। यहां तो उसने बंपर जीत हासिल करते हुए अपने दम पर बहुमत पाया और 46 सीटें जीत लीं।
कहा जा रहा है कि इन स्थानों की सूची मनमोहन सिंह के परिवार को भी दी गई है और उनकी राय को लेते हुए ही कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा। फिलहाल कोई स्थान तय नहीं हुआ है और मनमोहन सिंह की फैमिली से विकल्प चुनने को कहा गया है। स्मारक बनाने से पहले सरकार की पहल पर एक ट्रस्ट का गठन किया जाएगा।
एक तरफ कांग्रेस ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं तो वहीं उमर अब्दुल्ला, ममता बनर्जी और सुप्रिया सुले ने इसे खारिज किया है। इन नेताओं का कहना है कि बिना किसी ठोस सबूत के ईवीएम पर ठीकरा फोड़ना ठीक नहीं है। इस पर कांग्रेस बिफर गई और उमर अब्दुल्ला पर तीखा हमला बोला।
अभिजीत ने कांग्रेस पर कोई आरोप नहीं लगाया बल्कि पिता की सफलता का श्रेय पार्टी को ही दिया। अभिजीत मुखर्जी ने अपनी बहन शर्मिष्ठा मुखर्जी के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि उनके पिता को सार्वजनिक जीवन में देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद समेत जो कुछ हासिल हुआ, वो कांग्रेस की बदौलत हुआ।
करीब दो दर्जन विधायकों के समर्थन के साथ 78 साल के भूपिंदर सिंह हुड्डा ही नेता विपक्ष बनने का दावा ठोक कर रहे हैं। उनके सामने अब तक कोई दूसरा मजबूत नेता सामने नहीं आया है, लेकिन हाईकमान हुड्डा को फुल पावर देने से बच रहा है। उसे लगता है कि इससे यह संदेश जाएगा कि हुड्डा को हर हाल में समर्थन है।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सवाल किया, ‘कांग्रेस को जवाब देना होगा। मैं केवल तथ्य बता सकती हूं। लेकिन मैं बस इतना जोड़ना चाहती हूं कि मुझे नहीं पता कि यह जानबूझकर किया गया या सरासर लापरवाही थी। इतनी पुरानी पार्टी में क्या परंपराएं हैं?’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अस्थियां उनके परिवार के सदस्यों ने सिख रीति-रिवाजों के अनुसार मजनू का टीला गुरुद्वारा के निकट यमुना नदी में विसर्जित कर दीं। अस्थियां रविवार सुबह सिंह के परिवार के सदस्यों की ओर से निगमबोध घाट से एकत्र की गईं थीं।
राष्ट्रीय स्मृति स्थल के लिए यूपीए ने 2013 में प्रस्ताव पारित किया था। इसके तहत पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की समाधि एकता स्थल के पास जगह प्रदान की गई है। 2013 में यूपीए सरकार ने इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया था। उस प्रस्ताव के अनुसार अब किसी भी VVIP की राजघाट के पास अलग से समाधि नहीं होगी।
पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार स्थल को लेकर राजनीति तेज हो गई है। राहुल गांधी के द्वारा लगाए गए अपमान के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी मौत पर राजनीति कर रहे हैं। यही सरासर गलत है। स्मारक बनाने के लिए एक प्रक्रिया का पालन करना होता है इसमें समय लगता है।