Chardham Yatra Uttarakhand: उत्तराखंड चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली। इस साल 2024 में गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के दर्शन करने वालों की संख्या 14 लाख के पार पहुंच गई है। गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर, जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट 3 नवंबर को बंद होंगे।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 पर बड़ा अपडेट सामने आया है। बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को बंद होंगे, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 2 और 3 नवंबर को बंद होंगे।
विजयदशमी के पावन पर्व पर यमुनोत्री मंदिर समिति एवं पुरोहित महासभा के तत्वदान में पंचांग गणना अनुसार विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त तय किया गया। 3 नवंबर को कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
केदारनाथ-बदरीनाथ, यमुनोत्री चारधाम यात्रा अब पहले से ज्यादा सस्ती हो गई है। ट्रेवल कारोबारियों ने टैक्सी-टैंपो ट्रैवलर के रेट कम कर दिए हैं।मालूम हो कि चारधाम दर्शन के लिए तीन लाख से ज्यादा यात्रियों ने ऑनलाइन बुकिंग कराई है
हरिद्वार के जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने बताया की इसे देखते हुए हरिद्वार तथा ऋषिकेश में स्थित पंजीकरण केंद्र में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी स्थगित की गई है। बारिश पर अलर्ट जारी किया गया है।
जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह ने सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर प्रसारित उन खबरों को भ्रामक, तथ्यहीन बताया है, जिसमें कहा जा रहा है कि चारधाम परंपरागत रूट के बजाय रामनगर से संचालित होगी।
श्रद्धालुओं की संख्या ने इस बार केदारनाथ धाम में भी पिछले सालों के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त किए। केदारनाथ धाम में प्रतिदिन दर्शन करने की संख्या 34 हजार तक पहुंची। पहले संख्या 15 से 20 हजार प्रतिदिन थी।
मॉनसून की उत्तराखंड में धमाकेदार एंट्री होने के बाद तेज बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। उत्तराखंड के नौ जिलो में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। चारधाम यात्रा को स्थगित किया गया है।
चारधाम यात्रा को लेकर सरकार की ओर से अफसरों को विशेष जिम्मेदारी दी गई थी। धामों की व्यवस्थाओं को लेकर अलग से अफसरों को तैनात किया गया था। सचिव स्तर के अफसरों तक को ग्राउंड जीरो पर उतारा गया था।
चारधाम यात्रा की शुरुआत में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ठीक लोकसभा चुनाव के बीच व्यवस्थाओं की कमान अपने हाथ ली। अफसरों को स्पष्ट संदेश दिया गया था।
पिछले दिनों चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। अब चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की कम संख्या होने के बाद प्रशासन को थोड़ी राहत मिली है लेकिन ट्रेवल कारोबारी परेशान हैं।
इस साल 10 मई से प्रारंभ हुई चारधाम यात्रा में अभी तक 41 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने दर्शन के लिए पंजीकरण कराया है। 21 लाख से अधिक यात्री चारधाम के दर्शन भी कर चुके हैं। विदेशी भकतों में क्रेज है।
बीते 24 घंटों के दौरान चार धाम यात्रा में चार तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या 109 हो गई है। इस रिपोर्ट में जानें कहां कितनी मौतें...
चारधाम पर दर्शन जाने से पहले ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। पर्यटन विभाग के अनुसार, 2024 में अब तक चार मिलियन(40 लाख) से ज्यादा तीर्थ यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
Char Dham Yatra: अधिकारियों के अनुसार, चार धाम तीर्थयात्रा के ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन के लिए कुछ एजेंटों द्वारा पैसे मांगे जाने की शिकायतों की जांच के आदेश जारी किए गए हैं। पढ़ें यह रिपोर्ट...
विषम भौगोलिक परिस्थितियों के साथ ही मौसम में अचानक बदलाव यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्रियों से अपील है कि पूरी तरह से स्वस्थ होने पर ही यात्रा पर जाएं।
उत्तराखंड आने वाला हर श्रद्धालु यात्रा के बाद जब अपने प्रदेश लौटे तो वो उत्तराखंड का ब्रांड एंबेडसर बनकर लौटे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करने पहुंचे हजारों श्रद्धालु तपती धूप में लाइन में खड़े होकर घंटों अपना रजिस्ट्रेशन होने की प्रतीक्षा करते नजर आए। चारधाम रजिस्ट्रेशन स्लॉट फुल हुए।
चारधाम यात्रा में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी, लिहाजा अभी से यह तैयारी पूरी कर ली जाए कि यात्रा और अन्य पर्यटन मार्गों पर श्रद्धालुओं और वाहनों की धारण क्षमता लगभग कितनी है।
चारधाम ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 31 मई तक बंद हैं। कोतवाली पुलिस ने बीते शुक्रवार को हरबर्टपुर बस स्टैंड पर ऑनलाइन चेकिंग के दौरान टूरिस्ट केयर उत्तराखंड एप के जरिए फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है।
चारधाम यात्रा रूट पर ज्यादात्तर मौतें हार्ट अटैक से हुई हैं। हेल्थ स्क्रीनिंग के दौरान ही ऐसे लोगों को यात्रा करने से मना कर दिया जाता है। अपने रिस्क पर यात्रा करने वालों से फॉर्म भरवाया जा रहा है।
चारधाम यात्रा में इस बार पिछले कई सालों के मुकाबले रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। इस बार दस दिन में पिछले दो वर्षों के मुकाबले दोगुने श्रद्धालु पहुंचे हैं। यात्रियों की भारी भीड़ है।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि 23 एवं 24 मई को चारधाम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। प्रदेश के कुमाऊं मंडल में भी बारिश के आसार हैं। मौसम पर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के बुलेटिन के अनुसार, कपाट खुलने के बाद अब तक केदारनाथ में सबसे ज्यादा 19 तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। यमुनोत्री में 12, बदरीनाथ में नौ और गंगोत्री में दो की मौत हुई।
दल से पूछताछ में इस बात खुलासा हुआ कि दिल्ली स्थित ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बताया कि हैदराबाद के 11 सदस्यीय दल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से छेड़छाड़ की गई थी।
5 घंटे से अधिक कोई भी घोडा-खच्चर किसी भी दशा में यात्रा मार्ग पर नहीं रहेगा। यात्री द्वारा यमुनोत्री पहुंचने पर दर्शन आदि के लिए निर्धारित कर इस संबंध में मंदिर समिति से स्वयंसेवक तैनात हैं।
दोपहर में 3 से 5 बजे के दौरान ही मंदिर बंद रहता है। इस बीच मंदिर की सफाई और भोग आदि लगाया जाता है। कई बार तो यात्री ज्यादा होने पर यह समय भी दो घंटे के बजाए एक घंटा ही कर दिया जा रहा है।
यात्रा रूट पर टैक्सियों, टैंपो ट्रेवलर, कारें सहित अन्य कमर्शियल व प्राइवेट गाड़ियों की आवाजाही को लेकर नई एडवाइजरी जारी हुई है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम यात्रा हेतु नई कार्य योजना बनाई।
चारधाम की यात्रा शुरू होते ही तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। एमपी, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को उत्तराखंड पहुंच रहे हैं।
10 मई से शुरू चारधाम यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। देश के कई राज्यों एमपी, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से श्रद्धालु दर्शन करने को पहुंच रहे।