एक साथ 7 विधायकों का इस्तीफा, चुनाव के बीच AAP को बड़ा झटका; किस-किसने छोड़ा साथ
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। वोटिंग से पांच दिन पहले पार्टी के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। पार्टी ने इन तीनों विधायकों का टिकट काट दिया था जिसको लेकर इनमें नाराजगी थी।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। वोटिंग से पांच दिन पहले पार्टी के 7 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। पार्टी ने इन सातों विधायकों का टिकट काट दिया था जिसको लेकर इनमें नाराजगी थी। राजेश ऋषि, नरेश यादव और रोहित कुमार महरौलिया, भावना गौड़, मदन लाल समेत 7 विधायकों ने शुक्रवार को इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
जनकपुरी के दो बार के विधायक राजेश ऋषि ने छोड़ा साथ
जनकपुरी से दो बार के विधायक राजेश ऋषि ने आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। टिकट कटने से नाराज चल रहे राजेश ऋषि ने अरविंद केजरीवाल को भेजे इस्तीफे में आरोप लगाया कि पार्टी मूल सिद्धांतों को त्यागकर भ्रष्टाचार में डूब गई है। उन्होंने यह भी लिखा है कि संतोष कोली के बलिदान के साथ गलत व्यवहार किया गया। संतोष कोली के हत्यारे को टिकट दिया गया, यह पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ विश्वासघात है। उन्होंने पार्टी में भाई-भतीजावाद किए जाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी को एक अनियंत्रित गिरोह बताते हुए लिखा, ‘आम आदमी पार्टी एक अनियंत्रित गिरोह के लिए लिए स्वर्ग बन गई है। पार्टी का नेतृत्व भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद और तानाशाही के साथ पर्यायवाची हो गई है।’
महरौली के विधायक नरेश यादव ने भी पार्टी में भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया इस्तीफा
महरौली के विधायक नरेश यादव ने भी पार्टी पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाकर इस्तीफा दे दिया है। नरेश यादव को पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन बाद में वापस ले लिया गया था। यादव को कुरान के अपमान से जुड़े केस में पंजाब की एक अदालत ने सजा सुनाई है। हालांकि, उन्होंने ऊपरी अदालत से इस पर स्टे ले लिया है। नरेश यादव को टिकट दिए जाने को दिल्ली में मुसलमानों के बीच कांग्रेस और एआईएमआईएम ने मुद्दा बनाना शुरू कर दिया था।
नरेश यादव ने इस्तीफे में कहा, 'आम आदमी पार्टी का उदय भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए अन्ना आंदोलन से भारतीय राजनीति से भ्रष्टाचार को मुक्त करने के लिए हुआ था। लेकिन अब मैं बहुत दुखी हूं कि भ्रष्टाचार आम आदमी पार्टी बिल्कुल भी कम नहीं कर पाई, बल्कि आम आदमी पार्टी ही भ्रष्टाचार के दलदल में लिप्त हो चुकी है।'
त्रिलोकपुरी के विधायक रोहित कुमार महरौलिया ने भी छोड़ा साथ
त्रिलोकपुरी से आम आदमी पार्टी के विधायक और दलित नेता रोहित कुमार महरौलिया ने भी इस्तीफा दे दिया है। पार्टी ने इस बार उनका टिकट काट दिया था। रोहित कुमार अन्ना आंदोलन के दौर से ही आम आदमी पार्टी के साथ थे। रोहित ने एक्स पर इस्तीफे की कॉपी साझा करते हुए लिखा, 'जिन्हें बाबा साहब की केवल फोटो चाहिए, उनके विचार नहीं! ऐसे मौका-परस्त और बनावटी लोगों से आज से मेरा नाता खत्म। आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा देता हूं।'
पालम से विधायक भावना गौड़ ने इस्तीफा दिया
पालम सीट से आम आदमी पार्टी कि विधायक भावना गौड़ ने भी इस्तीफा दे दिया है। पार्टी ने उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया था। भावना इसको लेकर नाराज थीं। उन्होंने पांच लाइनों का एक इस्तीफा भेजते हुए कहा कि अब उनका अरविंद केजरीवाल और पार्टी में भरोसा नहीं रहा है।
कस्तूरबा नगर के विधायक मदन लाल का भी AAP से टूटा भरोसा
कस्तूरबा नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक मदन लाल ने भी आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने केजरीवाल को भेजे इस्तीफे में कहा है कि अब उनका पार्टी में विश्वास नहीं रहा। मदन लाल भी टिकट कटने से नाराज थे।
बिजवासन के विधायक भूपेंद्र सिंह जून का इस्तीफा
आम आदमी पार्टी के बिजवासन से विधायक भूपेंद्र सिंह जून ने भी इस्तीफा दे दिया है। पार्टी ने इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया था। जून ने अरविंद केरीवाल को भेजे इस्तीफे में कहा है कि पार्टी अपने मूल्यों से भटक गई है।
आदर्श नगर के विधायक पवन शर्मा ने भी छोड़ा साथ
आदर्श नगर से विधायक रहे पवन शर्मा ने भी आम आदमी पार्टी से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। पवन शर्मा ने अरविंद केजरीवाल को भेजे लेटर में लिखा, 'आम आदमी पार्टी जिस ईमानदार विचारधारा पर बनी थी उससे पार्टी भटक चुकी है। आम आदमी पार्टी की दुर्दशा देखकर मन बहुत दुखी है। कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार किया जाए।'