राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर प्रदेश के 18 पुलिस और होमगार्ड अधिकारियों और जवानों को वीरता का राष्ट्रपति पदक देने के लिए चुना है। इनमें अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर करने वाली टीम के मुखिया डीएसपी नवेंदु सिंह और विमल कुमार सिंह भी शामिल हैं।
माफिया अतीक अहमद की जमीन कुर्क करने की तैयारी चल रही है। प्रयागराज के कसारी-मसारी में 50 करोड़ की जमीन कुर्क की जाएगी। अतीक और उसके भाई अशरफ ने सीलींग की जमीन शातिर तरीके से अपने नाम करवा ली थी।
आयोग ने कहा है कि मीडिया ने अतीक अहमद और खालिद अजीम उर्फ अशरफ में बहुत सक्रिय रुचि ली। दोनों मृतकों ने भी मीडिया कर्मियों को गतिविधियों की कवरेज के लिए सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया।
माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की प्रयागराज में दिनदहाड़े पुलिस अभिरक्षा में हुई हत्या और अतीक के बेटे असद समेत तीन अभियुक्तों की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के मामले में गठित...
हत्यारोपी लवलेश, सनी और अरुण को चित्रकूट जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश दिनेश कुमार गौतम के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट में उनके विरुद्ध आरोप तय कर दिए गए।
अतीक अहमद और अशरफ की कब्र से उनके रिश्तेदारों समेत बच्चों ने भी दूरी बनाए रखी। उनकी मौत को एक साल हो गया लेकिन कोई भी उनकी कब्र पर फूल चढ़ाने नहीं पहुंचा। फरार पत्नियों के आने की संभावना थी।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की मौत के एक साल भी उनकी पत्नियां शाइस्ता और जैनब सामने नहीं आईं हैं। दोनों अपने शौहरों की मौत के बाद आखिरी बार उन्हें देखने के लिए भी नहीं पहुंचीं थीं। पुलिस की तलाश जारी है।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई के हत्याकांड को एक साल हो गया है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक पर शिकंजा कस रहा था। उमेश पाल के मर्डर के बाद से अतीक के मर्डर तक कब क्या हुआ जानें यहां।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या किसने की यह तो सभी ने कैमरे के सामने लाइव देखा लेकिन उनकी हत्या किसने कराई, यह सवाल आज भी लोगों के जेहन है। अतीक हत्याकांड मामले में एसआईटी की जांच जारी है।
Gangster Action : माफिया अशरफ से अवैध मुलाकात प्रकरण में गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद उसके तीन गुर्गे हाईकोर्ट पहुंचे हैं। इनमें से दो बंदीरक्षकों ने गैंगस्टर की FIR निरस्त करने को अर्जी लगाई है।
अतीक अहमद और उसके गैंग आईएस-227 के सदस्यों की करोड़ों की अवैध संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। अब अतीक अहमद का ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 में स्थित ए-107 मकान गैंगस्टर एक्ट के तहत अटैच कर लिया गया है।
अतीक-अशरफ की हत्या के 9 महीने बीत गए लेकिन उसके गैंग का आतंक अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। अब जेल में बंद एक अपराधी के नाम पर 20 लाख रुपये गुंडा टैक्स मांगने का मामला सामने आया है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) अतीक अहमद परिवार के पूरामुफ्ती स्थित वक्फ बोर्ड की जमीन पर बना मकान तोड़ने की तैयारी कर रहा है। फरार होने के पहले अशरफ की बीवी जैनब इसी मकान में रहती थी।
माफिया अतीक के भाई अशरफ के फरार साले जैद मास्टर पर पूरामुफ्ती थाने में एक और एफआईआर हुई है। स्कूल के रजिस्टर में उसकी लगातार हाजिरी लग रही थी। प्रधानाचार्य ने एफआईआर दर्ज कराई है।
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद भी जांच जारी है। मनी लॉन्ड्रिंग के केस में भी अतीक का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने के कारण ही अब इस केस की विवेचना दिल्ली की स्पेशल टास्क फोर्स को सौंप दी गई है।
माफिया अतीक अहमद के लिए कई पुलिसकर्मियों ने अपनी नौकरी दांव पर लगा दी थी। कइयों पर कार्रवाई हो चुकी है। माफिया का सबसे करीबी रहा एहतेशाम। उसके खिलाफ बर्खास्तगी तक की कार्रवाई हो चुकी है।
बॉक्सिंग खिलाड़ी खुशबू निषाद ने अपने पिता पूर्व पार्षद नंद लाल निषाद नंदा को झूठे मुकदमे में फंसाए जाने का आरोप लगाया। खुशबू का कहना है कि उनके पिता का अतीक से कोई सम्बन्ध नहीं है।
माफिया अतीक अहमद के लिए कई पुलिसकर्मियों ने अपनी नौकरी दांव पर लगा दी। कइयों पर कार्रवाई हो चुकी है। इनमें माफिया का सबसे करीबी रहा एहतेशाम। अब उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है।
उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित और अतीक के राजदार रहे वकील खान सौलत हनीफ को अब अतीक-अशरफ गैंग मेंबरों से ही जान का खतरा है। सौलत हनीफ के घरवालों ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
वक्फ बोर्ड की 50 करोड़ की प्रॉपर्टी हड़पने वाले आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। पुलिस अब अशरफ के साले, मुतवल्ली और प्रधान समेत चार पर इनाम बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
माफिया अशरफ की काली कमाई को खपाने वाली रियल एस्टेट की पांच कंपनियां पुलिस की ऑक्टोपस टीम के रडार पर हैं। इनके मालिकों और मैनेजरों को बुलाकर टास्क फोर्स जल्द ही पूछताछ करने वाली है।
माफिया अतीक के गुर्गे गुड्डू मुस्लिम की आखिरी लोकेशन कटक में मिली है। एसटीएफ पीछा करते हुए ओडिशा तक गई थी। इसके बाद से उसकी लोकेशन नहीं मिली। गुड्डू की दिल्ली पुलिस भी तलाश कर रही है।
अतीक अहमद की मौत के सात महीने बाद भी उससे जुड़े रहे लोग उसका नाम लेकर आतंक की खेती कर रहे हैं। कुछ लोगों ने खुद को माफिया का रिश्तेदार बताकर अलीगढ़ में एक जमीन कब्जाने की कोशिश की।
अतीक गैंग की अरबों की प्रॉपर्टी पर कार्रवाई हो चुकी है। करोड़ों की प्रॉपर्टी अभी कुर्क होने जा रही है। इस वजह से पुलिस ने अतीक की बेनामी प्रॉपर्टी को बेचने से पहले ही रोकवा दिया है।
प्रयागराज में कमिश्नरेट व्यवस्था को आज एक साल हो गया है। पिछले 12 महीनों में पुलिसिंग का नया स्वरूप देखने को मिला। माफिया पर कड़ी कार्रवाई की गई। अपराधियों को सजा हुई। अपराध में कमी भी दर्ज की गई।
माफिया अतीक अहमद के आर्थिक मददगारों में प्रयागराज के कई सफेदपोश, बिल्डरों का नाम आ रहा है। इन पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ED की तर्ज पर जांच कर रही है। बैंक खातों की पड़ताल कर रही है।
अतीक गैंग पर कार्रवाई के लिए बनी टास्क फोर्स में जिराफ टीम अपराधियों का सुराग लगा रही है। पुलिस को मुखबिर से नफीस के बारे में पता चला कि वह कुछ दिन पहले दिल्ली के फाइव स्टार होटल में रुका था।
बरेली में फहम लॉन के मालिक पर माफिया अशरफ के साले सद्दाम से संबंध होने का आरोप लगाकर थाना बारादरी में केस दर्ज कराया गया था लेकिन इस केस के विवेचक ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
फरार नफीस बिरयानी पर 50 हजार का इनाम होने के बाद उसकी तलाश तेज हो गई है। नफीस पर आरोप है कि उसने न सिर्फ अपनी क्रेटा कार अतीक के बेटे को दी और अतीक गैंग को आर्थिक लाभ पहुंचाता रहा।
अतीक के करीबियों से पूछताछ में कई बातें सामने आई हैं। बिल्डरों-व्यापारियों का कहना है कि अतीक-अशरफ उनसे वसूली करते थे। एक बिल्डर से अशरफ ने डेढ़ करोड़ रुपये मांगे तो उसने शहर छोड़ दिया था।