अशरफ के तीन गुर्गे पहुंचे हाईकोर्ट, गैंगस्टर की FIR रद्द करने की लगाई गुहार
Gangster Action : माफिया अशरफ से अवैध मुलाकात प्रकरण में गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद उसके तीन गुर्गे हाईकोर्ट पहुंचे हैं। इनमें से दो बंदीरक्षकों ने गैंगस्टर की FIR निरस्त करने को अर्जी लगाई है।
Mafia Atiq Ahmed Gang: माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ से अवैध मुलाकात प्रकरण में गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद उसके तीन गुर्गे हाईकोर्ट पहुंचे हैं। इनमें से दो बंदीरक्षकों ने गैंगस्टर की एफआईआर निरस्त करने को अर्जी लगाई है और एक ने अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई है। इसको लेकर विवेचक ने विरोध की कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्रयागराज में थाना धूमनगंज के मोहल्ला चकिया निवासी माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को 11 जुलाई 2020 को प्रशासनिक आधार पर बरेली की केंद्रीय कारागार-दो में स्थानांतरित किया गया था। अशरफ के यहां रहने के दौरान उसके साले प्रयागराज में थाना पुरामुफ्ती के गांव हटवा उपरहार निवासी अब्दुल समद उर्फ सद्दाम ने भी बरेली में ठिकाना बनाकर उसके लिया काम करना शुरू कर दिया।
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद सामने आया कि अशरफ को जेल में अवैध मुलाकात से लेकर तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाती थीं और हत्या की प्लानिंग भी यहीं की गई थी। इसको लेकर पिछले साल सात मार्च को थाना बिथरी में खालिद अजीम उर्फ अशरफ, उसके साले सद्दाम, लल्ला गद्दी, जेल कैंटीन के सामान सप्लायर सैदपुर कुर्मियान निवासी दयाराम उर्फ नन्हें, बंदीरक्षक शिवहरि अवस्थी और जेल के अज्ञात अधिकारी-कर्मचारियों व अज्ञात गुर्गों पर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।
11 पर हुई गैंगस्टर, चार अभी तक फरार
अशरफ से मुलाकात प्रकरण में बिथरी पुलिस ने उसके साले सद्दाम, बारादरी में चक महमूद का मोहम्मद सरफुद्दीन, कांकर टोला के मो. रजा उर्फ लल्ला गद्दी, परतापुर का फुरकान नवी खां, मीरगंज के गांव परौरा का राशिद अली, पीलीभीत के मोहल्ला फीलखाना का मोहम्मद आरिफ, अशरफ खां छावनी निवासी बंदीरक्षक मनोज गौड़, गणेशनगर निवासी बंदीरक्षक शिवहरि अवस्थी, बिथरी में सैदपुर कुर्मियान के दयाराम उर्फ नन्हें, इज्जतनगर में परतापुर जीवन सहाय के मो. फरहद उर्फ गुड्डू और प्रयागराज में खुल्दाबाद के आतिन जफर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद 27 फरवरी को इन सभी के खिलाफ थाना बिथरी चैनपुर में गैंगस्टर की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इनमें से दोनों बंदीरक्षक मनोज गौड़ व शिवहरि अवस्थी के अलावा राशिद और फुरकान अभी फरार हैं।