पत्नियां फरार, बेटों ने अतीक और अशरफ की कब्र से भी बनाए रखी दूरी, कोई नहीं पहुंचा फूल चढ़ाने
अतीक अहमद और अशरफ की कब्र से उनके रिश्तेदारों समेत बच्चों ने भी दूरी बनाए रखी। उनकी मौत को एक साल हो गया लेकिन कोई भी उनकी कब्र पर फूल चढ़ाने नहीं पहुंचा। फरार पत्नियों के आने की संभावना थी।
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माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के एक साल पूरे हो चुके हैं। उनकी मौत के बाद लोगों ने माफिया भाइयों के कब्र से भी दूरी बना ली है। पत्नियां भी सामने नहीं आईं। पहली बरसी पर पुलिस एहतियातन सादे ड्रेस में कब्रिस्तान में निगरानी में लगी रही। वहीं चकिया स्थित खंडहर हो चुके मकान के आसपास भी कोई नहीं दिखा। हटिया में रहने वाले अतीक के दोनों छोटे बेटे भी सामने नहीं आए।
आज से ठीक एक साल पहले 15 अप्रैल 2023 को ही माफिया अतीक अहमद और अशरफ की कॉल्विन अस्पताल परिसर में गोलियों बरसाकर हत्या कर दी गई थी। दोनों भाइयों को छूटभैया शूटरों ने तुर्की की पिस्टल से मारा था। वारदात के अगले दिन पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया था। चकिया स्थित कब्रिस्तान में अतीक और अशरफ को सुपुर्द ए खाक किया गया।
अतीक और अशरफ की बरसी पर पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी। एक साल पहले इलाके में माहौल शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए पुलिस ने इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी थीं लेकिन सोमवार को माहौल में कोई बदलाव नजर नहीं आया। चकिया स्थित अतीक के आवास के बाहर कोई नहीं दिखा। वहीं अतीक के चकिया स्थित ससुराल में अभी ताला लगा है। उसके ससुराल वाले पहले ही कहीं चले गए थे।
चर्चा थी कि अतीक और अशरफ की फरार पत्नियां शाइस्ता परवीन और जैनब कब्र पर फूल चढ़ाने आ सकती हैं। इसलिए पुलिस को सतर्क कर दिया गया था। फरार पत्नियों के आने की संभावना पर चकिया से हटिया तक पुलिस की निगरानी बढ़ाई गई थी। सोमवार को चकिया स्थित कब्रिस्तान में सादे में पुलिसकर्मी और महिला सिपाही मौजूद थीं। कोई भी कब्र पर फूल चढ़ाने नहीं पहुंचा। इसी तरह अतीक के हटवा में रहने वाले दोनों बेटों पर भी पुलिस की दूर से नजर रही। गांव में सतर्कता बढ़ा दी गई थी।