पिछले सप्ताह अनिल विज ने दावा किया था कि स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने उनकी हत्या की साजिश रची थी। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान उनकी सुरक्षा कम कर दी गई थी। इसे लेकर सदन में खूब हंगामा भी हुआ।
गुरुग्राम में परिवहन मंत्री अनिल विज की सख्ती का असर दिख रहा है। रोडवेज महाप्रबंधक ने आदेश दिए हैं कि कोई भी बस निजी ढाबों पर नहीं रुकेगी। चेकिंग टीमों को बसों की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। सभी...
विज के परिवार ने चंडीगढ़ में सरकारी आवास लेने की इच्छा जताई थी लेकिन एक दिन पहले उन्होंने अफसरों को कोठी नहीं लेने की अपनी इच्छा जता दी।
हरियाणा के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज ने एक सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुझे हराने की कोशिश थी और इसमें प्रशासन भी जुटा था। अनिल विज ने कहा कि मेरी ओर से मंजूर कामों को भी रोक दिया गया था ताकि जनता में गुस्सा आ जाए और मेरी हार हो जाए। पर आप लोगों ने जिता दिया।
अनिज विज ने कहा कि हुड्डा साहब, जो आपके पास था हरियाणा की जनता ने उस पर काटा लगा दिया है। इस पर हुड्डा तैश में आ गए और स्पीकर से कहा कि ये भाषा और तरीका गलत है। मैं अपने विधायक सदन से बाहर ले जाता हूं। मंत्री अनिज विज ने कहा कि जनता बड़ी होती है और उस फैसले को स्वीकार करना चाहिए।
अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज को श्रम, ऊर्जा और परिवहन विभाग दिए गए हैं। मनोहर लाल खट्टर सरकार में वह गृहमंत्री रहे थे। आरती सिंह राव को स्वास्थ्य विभाग, आयुष समेत 3 विभाग सौंपे गए हैं। राव नरबीर सिंह को उद्योग, वन और वन्यजीव, पर्यावरण, कॉमर्स विभाग दिए गए हैं।
नए कैबिनेट मंत्रियों में कृष्ण लाल पंवार, राव नरबीर सिंह, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल, डॉ अरविंद कुमार शर्मा, श्याम सिंह राणा, रणबीर गंगवा, कृष्ण कुमार बेदी, श्रुति चौधरी तथा आरती सिंह राव शामिल हैं। इनके अलावा, राजेश नागर तथा गौरव गौतम ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली।
हरियाणा में नायब सिंह सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने के बाद सीनियर भाजपा लीडर अनिल विज ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा कि वो सीएम बनना चाहते हैं।
नायब सिंह सैनी 2009 में नारायणगढ़ विधानसभा सीट से उतरे थे, लेकिन उन्हें पराजय मिली थी और जमानत तक जब्त हो गई थी। अब हालात ऐसे हैं कि वह दूसरी बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं। वहीं अनिल विज, घनश्याम दास अरोड़ा जैसे दिग्गज नेता उनकी सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल हैं।
अंबाला कैंट से लगातार जीतने वाले अनिल विज भी मंत्री होंगे। उन्हें खुद नायब सिंह सैनी ने फोन किया है और शपथ समारोह में बुलाया है। अनिल विज के अलावा कुछ और नेताओं को शपथ के लिए फोन गया है। इन नेताओं में अहीरवाल क्षेत्र की अटेली सीट से जीतीं आरती सिंह राव भी शामिल हैं।
सीएम न बन पाने के सवाल पर हरियाणा भाजपा के सीनियर नेता अनिल विज ने कहा, ‘कभी मैंने मन में रखा भी नहीं। पार्टी की ओर से कोई जिम्मेदारी मिलने पर अनिल विज ने कहा कि पार्टी मुझे चौकीदार बना देगी तो उस काम को भी मैं पूरी निष्ठा के साथ करूंगा।’
नायब सिंह सैनी के 17 अक्टूबर को कुछ मंत्रियों के साथ शपथ होगी। अब चर्चा है कि 17 अक्टूबर को अनिल विज उनके साथ शपथ लेंगे या नहीं। दरअसल अनिल विज ने हरियाणा चुनाव के नतीजों से पहले सीएम पद पर दावा किया था। उनका कहना था कि वह वरिष्ठ नेता हैं और सीएम पद के लिए उपयुक्त हैं।
अनिल विज ने कहा, 'राहुल गांधी की दिलचस्पी केवल जलेबी में थी उनकी चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं थी। लोगों ने कांग्रेस की जलेबी बना दी। अब कांग्रेस को अपना चुनाव निशान भी बदल लेना चाहिए।'
अंबाला कैंट विधानसभा सीट पर 6 राउंड की गिनती हो चुकी है, लेकिन अनिल विज 545 वोटों से पीछे चल रहे हैं। उनसे चित्रा सरवारा आगे चल रही हैं, जो निर्दलीय ही मैदान में उतरी हैं। वह कांग्रेस से टिकट चाहती थीं, लेकिन मौका न मिलने उन्होंने निर्दलीय ही पर्चा दाखिल कर दिया था।
Ambala Cantt Result: अंबाला कैंट में वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हुई। 16 राउंड में गिनती पूरी हुई। यहां कांटे की टक्कर देखने को मिली। हालांकि भाजपा कैंडिडेट अनिल विज ने निर्णायक बढ़त बना ली और चुनाव जीतने में सफल रहे।
हरियाणा के पूर्व मंत्री अनिल विज ने आगामी विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश किया है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में लौटती है, तो वह सीएम बनने का प्रयास करेंगे। भाजपा ने पहले ही...
भाजपा नेता अनिल विज ने अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने सातवीं बार जीत का विश्वास जताया और कांग्रेस पर अंदरूनी कलह का आरोप लगाया। विज ने कहा कि चुनाव आयोग की घोषणा के...
भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को लाडवा से और अनिल विज को अंबाला कैंट से उम्मीदवार बनाया गया है। हाल ही में पार्टी में शामिल हुए...
लोकसभा लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा को 5 सीट मिलने की संतुष्टि के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं कभी भी संतुष्ट नहीं होता, जब हम जीते हैं तब भी संतुष्ट नहीं होता।
अनिल विज ने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सोमनाथ भारती पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, 'सोमनाथ भारती को अब अपना सिर मुंडवा लेना चाहिए क्योंकि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले हैं।'
अनिल विज ने कहा, 'ऐसा है कि केजरीवाल न तो मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर कर सकते हैं, न ही मुख्यमंत्री कार्यालय जा सकते हैं और न ही सचिवालय जा सकते हैं। उन पर ये सब पाबंदियां लगाई गई हैं।'
हरियाणा में तीन विधायकों के जाने पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि हम उन विधायकों के जाने से दुखी जरूर हैं लेकिन, विपक्षी गठबंधन की गाड़ी इस बार भी बिना इंजन के ऐसे ही खड़े रहने वाली है।
हरियाणा भाजपा के सीनियर नेता अनिल विज का दर्द फिर से उभऱा है। एक रैली को संबोधित करते हुए विज ने कहा कि मुझे मेरी ही पार्टी में बेगाना कर दिया गया। फिर भी यह बेगाना अपनों से ज्यादा काम करेगा।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि मैं आज अनिल विज से मिलने आया था क्योंकि वे हमारे वरिष्ठ नेता हैं और इनके मार्गदर्शन में ही हमें लोकसभा की 10 की 10 सीटें जीतनी हैं और हमें मिलकर काम को आगे बढ़ाना है।
हरियाणा में नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया गया है और मनोहर लाल खट्टर अब केंद्र में आने की तैयारी में हैं। इस बीच वरिष्ठ नेता अनिल विज नाराज चल रहे हैं। लेकिन उनके अलावा दो और नेताओं को झटका लगा है।
अनिल विज ने कहा कि उन्होंने स्पीकर से आग्रह किया है कि वे मुझे विधानसभा की कमेटियों में शामिल करें। इसके बाद मैं हर मंगलवार व बुधवार को कमेटियों की बैठक में शामिल होने चंडीगढ़ आया करूंगा।
राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पद एंव गोपनीयता की शपथ दिलाई। नायब सैनी ने 12 मार्च को हरियाणा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की थी। तब उनके साथ पांच अन्य मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी।
हरियाणा के पूर्व मंत्री अनिल विज के तेवर नरम पड़ गए हैं। उन्होंने बुधवार को फ्लोर टेस्ट से पहले खुद को भाजपा का भक्त बताया। उन्होंने कहा कि हालात बदलते रहते हैं, लेकिन हमें पार्टी के लिए काम करना है।
हरियाणा में राजनीतिक भूचाल के बीच साढ़े चार साल पुराना भाजपा-जजपा गठबंधन टूटने और फिर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने से नाराज चल रहे गृहमंत्री अनिल विज की नाराजगी और गहरी हो गई है।
हरियाणा निवास में जहां भारतीय जनता पार्टी की बैठक हो रही थी, उसमें अनिल विज भी मौजूद थे। हालांकि, वह बैठक जारी रहने के दौरान वहां से निकल गए। इसकी वजह पूछे जाने पर वह सवालों को टाल गए।