दिल्ली के झंडेवालान में स्थित आरएसएस के कार्यालय का उद्घाटन हो गया है। बीते कई सालों से आरएसएस का एक अस्थायी कार्यालय आरके आश्रम के पास स्थित उदासीन आश्रम से संचालित हो रहा था। इसके अलावा कुछ अन्य स्थानों से भी अन्य गतिविधियों का संचालन हो रहा था। अब आरएसएस के सभी अधिकारी इस कार्यालय में शिफ्ट हो गए हैं। सादगी और शुचिता के आधार पर संगठन चलाने की बात करने वाले आरएसएस का इतना भव्य कार्यालय इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इस कार्य़ालय में 300 कमरें हैं और तीन टावर बनाए गए हैं। हर टावर में 13 मंजिलों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा 135 कारों की पार्किंग भी यहां व्यवस्था है। आइए तस्वीरों के जरिए जानते हैं, इस कार्यालय के बारे में हर जरूरी बात...
कार्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर ही हनुमान मंदिर का भी निर्माण किया गया है।
इस परिसर में शानदार ऑडिटोरियम है, जहां पर किसी भी आयोजन के लिए लोग आसानी से बैठ सकते हैं। इसके अलावा एक लाइब्रेरी भी तैयार की गई है, जिसमें 8600 पुस्तकें रखी हैं।
आरएसएस कार्यालय में एक विशाल कैंटीन भी तैयार की गई है। यहां सैकड़ों लोग एक साथ बैठकर भोजन कर सकते हैं।
आरएसएस का यह कार्यालय 5 लाख वर्ग फुट में बना है। जिसके तीन टावरों के नाम प्रेरणा, साधना और अर्चना हैं। हर टावर में ग्राउंड प्लस 12 फ्लोर हैं यानी कुल 13 मंजिलें हर इमारत में हैं।
आरएसएस कार्यालय में ही शाखा लगाने के लिए भी स्थान छोड़ा गया है। संस्थापक डॉ. हेडगेवार की मूर्ति लगी है और वहीं पर शाखा के लिए स्थान है। संघ की भाषा में इसे संघ स्थान कहा जाता है।
पूरे परिसर में कुल 300 कमरे हैं। आरएसएस के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के लिए ये कक्ष आवंटित हैं। इसके अलावा आनुषांगिक संगठनों के लिए भी यहां कार्यालय की व्यवस्था की गई है।
अनूप दवे ने इस कार्यालय का डिजाइन तैयार किया था और ऑस्पिसियस ग्रुप ने इसका निर्माण किया है।
इसके पूरे परिसर के तीन टावरों में से पहला प्रेरणा वरिष्ठ प्रचारकों, संघ के उन अधिकारियों के लिए है, जिनका केंद्र दिल्ली रहता है। ग्राउंड फ्लोर पर मंदिर भी है।
इस कार्यालय के अर्चना टावर में संघ अधिकारियों के स्टाफ और दूसरे राज्यों से दिल्ली आने वाले अधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए जगह निर्धारित की गई है।