कांग्रेस के कार्यकर्ता मोहन भागवत के विवादास्पद बयान के खिलाफ शनिवार को सड़कों पर उतरे। उन्होंने करारी चौराहे पर प्रदर्शन किया और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा, जिसमें भागवत पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने...
मोहन भागवत द्वारा राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को असली आजादी बताने पर बहस जारी है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने पूछा है कि आरएसएस का प्रमुख पिछड़ा, दलित या आदिवासी कब बनेगा, मोहन भागवत बताएं।
RSS प्रमुख मोहन भागवत के आजादी से जुड़े एक बयान को लेकर बीते दिनों खूब विवाद हुआ। अब उनकी एक टिप्पणी को लेकर ईसाई धर्मगुरु भड़क गए हैं। मोहन भागवत ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को लेकर एक दावा किया था।
अब ममता ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के सुर में सुर मिलाया है। हाल ही में ममता ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के मुद्दे पर कांग्रेस को झटका देते हुए केजरीवाल और उनकी पार्टी का समर्थन किया था।
सोमवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि भारत ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन ही सच्ची आजादी देखी।
शाहजहांपुर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई जब कार्यकर्ता आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का पुतला जलाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने पुतला छीन लिया और कार्यकर्ताओं ने विरोध में...
शाहजहांपुर में, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का पुतला फूंकने की कोशिश की। पुलिस ने पुतला बाहर लाने पर कार्यकर्ताओं को घेर लिया, जिसके परिणामस्वरूप धक्कामुक्की हुई। यह घटना विवादित...
तेजस्वी ने कहा कि उनके इस कथन से कि देश को असल स्वतंत्रता 𝟐𝟎𝟐𝟒 में ही मिली है। 𝐑𝐒𝐒 प्रमुख ने आज़ादी के करोड़ों मतवालों, दीवाने देशभक्तों, असंख्य शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों का घोर अपमान किया है।
मोहन भागवत ने सोमवार को कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मन का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इसी दिन मिली थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत के राम मंदिर वाले बयान को राजद्रोह जैसा बताया है। मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर बनने के बाद ही देश को सच्ची स्वतंत्रता मिली थी। इसी को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा कहना हर भारतीय का अपमान है। किसी और देश में तो अब तक अरेस्ट ही हो जाते।
संजय राउत ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को ही असली आजादी कहने वाले मोहन भागवत के बयान पर कहा कि ऐसा कहना गलत है। असल बात तो यह है कि हजारों लाखों साल से भगवान राम हमारे दिलों में हैं। हम लोगों ने रामलला के लिए पहले भी लड़ाई लड़ी है और जरूरत हुई तो आगे भी ऐसा करेंगे।
हिंदू पंचांग के मुताबिक, अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पिछले साल पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को हुई थी। तब ग्रेगोरियन कैलेंडर में 22 जनवरी 2024 की तारीख थी। इस साल पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी की तिथि 11 जनवरी को पड़ी।
जूना अखाड़े के महामंडवेश्वर यति नरसिंहानंद ने कहा कि मोहन भागवत भगवान नहीं हैं। यह भी कह दिया कि सऊदी अरब में जाकर काबा में भी खोदाई करो तो वहां मंदिर ही मिलेगा।
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी है और उनसे कई सवाल पूछे हैं। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने पिछले दिनों में जो भी गलत किया क्या आरएसएस उसका समर्थन करती है?
पांचजन्य के संपादकीय में कहा है कि मस्जिद-मंदिर विवाद के फिर से उठने पर संघ प्रमुख मोहन भागवत की हालिया टिप्पणी समाज से इस मामले में एक 'समझदारी भरा रुख' अपनाने का स्पष्ट आह्वान है। इसने इस मुद्दे पर 'अनावश्यक बहस और भ्रामक प्रचार' के प्रति भी आगाह किया।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में मस्जिद-मंदिर विवादों के फिर से उभरने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने समाज से समझदारी भरे दृष्टिकोण अपनाने की अपील की। संपादकीय में कहा गया है कि राजनीतिक स्वार्थ से...
शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर और मस्जिद पर दिए गए बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए उनके बयान पर सवाल...
AI के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भागवत ने 21वीं सदी में शिक्षकों की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीक से भले ही जानकारी प्राप्त की जा सकती है, लेकिन उस जानकारी का सही इस्तेमाल कैसे करना है
आरएसएस में अंदरखाने की मोहन भागवत के बयान से असहमति जताई जा रही है। यही नहीं आरएसएस से जुड़ी पत्रिका ऑर्गनाइजर ने तो अपने ताजा में अंक में संभल के मुद्दे को ही कवर स्टोरी बनाया है। संभल को पत्रिका के पहले स्थान पर जगह दी गई है, जिसका शीर्षक है- सभ्यतागत न्याय की लड़ाई।
वीएचपी के नेता ने कहा कि अयोध्या में मंदिर तो लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बना था। यह तब हुआ, जब मुस्लिम समाज ने हमारे उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। हम तो अब भी कहते हैं कि वे मथुरा और काशी आराम से हमें सौंप दें। यदि वे ऐसा करते हैं तो फिर हम अपने समाज के जागृत वर्ग को भी समझाने का प्रयास करेंगे।
रामभद्राचार्य ने यह भी कहा कि जो हमारी ऐतिहासिक वस्तुएं हैं, वह हमें मिलनी ही चाहिए और हमें लेनी भी चाहिए, चाहे जैसे मिले। भले इसके लिए साम, दाम, दंड, भेद क्यों न अपनाना पड़े।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद विवादों को उठाने को अस्वीकार्य बताने पर साधु-संतों ने नाराजगी जताई है। कई संतों ने उनके बयान का विरोध करते हुए धर्म को लेकर आरएसएस की भूमिका पर सवाल उठाए।
वीरपुर नगर पंचायत के वार्ड 1 में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल लगभग तैयार है, जिसका उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत 6 मार्च को करेंगे। मंत्री नीरज कुमार सिंह ने स्कूल का निरीक्षण किया...
मोहन भागवत ने कहा था कि कुछ लोग राम मंदिर की तरह अन्य जगहों पर मंदिर होने का दावा करके नेता बनना चाहते हैं। इसपर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि वह आरएसएस चीफ के बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
उन्होंने दुनिया में धर्म के नाम पर हो रहे दमन और अत्याचारों का कारण धर्म की गलत समझ को बताया। उन्होंने कहा कि इसी कारण धर्म के अनुयायियों को अपने धर्म की सही व्याख्या करने के लिए काम करना चाहिए।
भागलपुर, वरीय संवाददाता खानकाह-ए-पीर शाह के 15वें सज्जादानशीं सैयद शाह फखरे आलम हसन ने
नोट-- हेडिंग सही की गई है। -------------------- - कहा,
रालोजपा और दलित सेना के प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद पर दिए बयान का स्वागत किया है। उन्होंने इसे संविधान निर्माता आंबेडकर की चिंताओं के अनुरूप बताया और नेताओं...
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, 'हम लंबे समय से सद्भावना में रह रहे हैं। अगर हम इस सद्भावना को दुनिया तक पहुंचाना चाहते हैं, तो हमें एक मॉडल तैयार करना होगा।
आरएसएस प्रमुख ने देश में सद्भाव की वकालत की, नए विवादों से नाराज कुछ लोग