गोपाल गिरि श्री शंभू पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा के नागा संन्यासी हैं। उनके गुरु का नाम थानापति सोमवार गिरि महाराज है।
अखाड़े से जुड़े लोगों का कहना है कि गोपाल गिरि को तीन साल की अवस्था में ही माता और पिता आश्रम में छोड़ गए थे। वह बाल संन्यासी हैं।
गोपाल गिरि को खुद भी अपने माता और पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वह गुरु को ही पिता मानते हैं।
अखाड़े के लोगों का कहना है कि गोपाल गिरि का परिवार यूपी के बरेली जिले का रहने वाला है।
गोपाल गिरि के बारे में गुरु भाई कमल गिरि ने कहा कि वह अपने परिवार में 4 भाइयों में सबसे छोटे थे।
आवाहन अखाड़े में नागा संन्यासियों को आश्रम में सुबह से लेकर शाम तक पूजा-आरती, संस्कार और तलवार, भाला जैसे अस्त्र-शस्त्र चलाने की शिक्षा दी जाती है।
गोपाल गिरि की तरह ही महाकुंभ में एक अन्य बाल साधु शिवानंद गिरि भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। कहा जाता है कि शिवानंद गिरि को तो 2 साल की आयु में ही दीक्षा दी गई थी।