नागपुर हिंसा में अब तक 100 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। प्रशासन ने अपनी जांच में फहीम खान को ही मास्टरमाइंड बताया है।
21 मार्च को प्रशासन ने फहीम खान के परिवार को नोटिस भेजा था और कहा था कि घर के अवैध निर्माण को वह खुद खत्म करें या फिर जवाब दें कि उनके खिलाफ ऐक्शन क्यों न लिया जाए। जवाब न मिलने पर सोमवार को ही कार्रवाई कर दी गई।
सोमवार को सुबह करीब 9:30 बजे ही महानगरपालिका की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान कड़ी सुरक्षा थी। करीब 150 पुलिस वाले मौके पर थे और जेसीबी की मशीनें निर्माण ढहाने की कार्रवाई करती रहीं।
तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कैसे फहीम खान का घर बुलडोजर ऐक्शन जमींदोज हो जाता है और मलबा ही मलबा दिख रहा है।
फहीम खान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें दिख रहा था कि वह पुलिस और अल्पसंख्यक आयोग पर निशाना साध रहा है। उसने पुलिस को हिंदुओं की पुलिस बता रहा है।
नागपुर के महल इलाके की संजय बाग कॉलोनी में फहीम खान का घर था, जिसे ढहाया गया है। उसके पड़ोसी एम. जफर ने कहा कि फहीम के परिवार वाले रविवार की रात से ही गायब थे और अपना सारा सामान निकाल ले गए थे।
इस दंगे में 40 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके थे, जिससे कई घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचा था।
इस हिंसा में कम से कम 70 लोग घायल हुए हैं, जबकि 34 पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए।