महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन ने विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। उद्धव सेना, कांग्रेस और शरद पवार ने लोकसभा चुनाव वाले पैटर्न पर ही आगे बढ़ने पर सहमति जताई है। सीएम फेस घोषित नहीं होगा।
लोकसभा में अच्छे नतीजों से उत्साहित शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने अब विधानसभा के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। यही नहीं उद्धव ठाकरे गुट अब चुनाव में मराठा कार्ड चलना चाहता है। इसके लिए बिल की तैयारी है।
विधानसभा चुनाव भी 4 महीने के अंदर ही होने हैं और उसके लिए भी दबाव की राजनीति शुरू हो गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने 100 सीटों की डिमांड रख दी है।
एनसीपी ने भी खुलकर पलटवार किया है। इसके साथ ही एनसीपी ने चेतावनी भी दी है कि यदि हमें इसी तरह टारगेट किया जाता रहा तो फिर हम गठबंधन पर अलग स्टैंड भी ले सकते हैं। ऐसा एनसीपी ने पहली बार कहा है।
आरएसएस ने अजित पवार की आलोचना की है और गठबंधन पर टारगेट किया है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव के नतीजों में भी उसे झटका लगा है। इन हालातों में एनसीपी के अजित पवार गुट के लिए बने रह पाना मुश्किल हो गया है।
Ajit Pawar News: एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि भाजपा अजित से नाता तोड़कर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के साथ विधानसभा चुनाव के मैदान में उतर सकती है।
एकनाथ शिंदे के स्विस दौरे पर सवाल उठाते हुए आदित्य ठाकरे ने पूछा कि क्या विदेश मंत्रालय से परमिशन ली गई है? दावोस की ट्रिप पर पत्नी, पति और बच्चों तक को ले जाया जा रहा है।
भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को इस पुल का उद्घाटन करने वाले है। इस पुल को बनाने में कितना खर्च आया है आइए जानते हैं।
Atal Setu: टोल दरों में हर साल 6 फीसदी का इजाफा भी होगा। अटल सेतु पर कारों को एक बार के लिए 250 रुपये का भुगतान करना होगा। हालांकि, वापसी की यात्रा और बार-बार आने जाने पर इनमें बदलाव भी होगा।
बैठक में पवार के साथ पटेल और लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे भी थे। जून में, राकांपा के कुल 53 में से 40 से अधिक विधायकों के समर्थन के साथ शरद पवार को छोड़कर अजित पवार महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए।