किचन में जिस स्पंज का इस्तेमाल बर्तन और रसोई साफ की जाती है, उसमें कई बैक्टीरिया फैलाने की क्षमता होती है। रिपोर्ट्स कहती हैं कि इस स्पंज में टॉयलेट सीट से ज्यादा गंदगी छिपी रहती है। कुछ लोगों का मानना है कि इसको पानी में उबालने पर ही ये साफ हो जाता है। लेकिन क्या वाकई ऐसा हो ता है? यहां जानिए स्पंज से जुड़े सवालों का जवाब-
रसोई के स्पंज को माइक्रोवेव करने या उबालने से बैक्टीरिया कुछ हद तक कम हो सकते हैं। हालांकि, सिर्फ इस एक तरीके से यह सुनिश्चित नहीं किया जा सकता कि आपका स्पंज हाथों, रसोई काउंटरों और खाने के संभावित क्रॉस कंटेमिनेशन को कम करेगा।
रिपोर्ट कहती है कि रसोई के स्पंज पर या उसके अंदर 16 दिनों तक बैक्टीरिया जीवित रह सकते हैं। वहीं माइक्रोफाइबर डिशटॉवल भी लगभग 13 दिनों में खराब हो जाता हैं।
स्पंज के बैक्टीरिया से बचने के लिए स्पंज को हमेशा साफ रखना होगा। इसके इस्तेमाल के बाद इसे सूखाना बहुत जरूरी है।
रिपोर्ट कहती है कि रसोई के स्पंज पर या उसके अंदर 16 दिनों तक बैक्टीरिया जीवित रह सकते हैं। वहीं माइक्रोफाइबर डिशटॉवल भी लगभग 13 दिनों में खराब हो जाता हैं।
रिपोर्ट्स कहती हैं कि एक स्पंज में लगभग 8 मिलियन बैक्टीरिया हो सकते हैं। जिनकी वजह से कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। अपने स्पंज को साफ रखने और बैक्टीरिया फैलने से रोकने के लिए इसे सप्ताह में कम से कम एक बार साफ करें। वहीं इसे दो हफ्ते तक इस्तेमाल के बाद बदलना चाहिए।
स्पंज को बैक्टीरिया फ्री रखने के लिए इसे सिरके में पांच मिनट के लिए भिगोना है और फिर साफ पानी में डालकर इसे साफ करें।