दिल्ली के CM पर सस्पेंस के बीच जेपी नड्डा से मिलने पहुंचे ये विधायक, क्या है वजह
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद ही दिल्ली में बीजेपी नेता सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इस बीच सीएम दावेदारों को लेकर पार्टी में चर्चा जोरों पर है।
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दिल्ली में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, सवाल पर सस्पेंस बरकरार है। बताया जा रहा है कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद ही दिल्ली मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेगी। पीए मोदी 10 से 14 फरवरी तक विदेश दौरे पर हैं। उनके लौटने के बाद ही दिल्ली में बीजेपी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी जिसके बाद शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। इस बीच दिल्ली में बीजेपी नवर्निवाचित विधायक मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे।
इन विधायकों ने की जेपी नड्डा से मुलाकात
इन विधायकों में अनिल शर्मा, शिखा रॉय, सतीश उपाध्याय, अरविंदर सिंह लवली, विजेंद्र गुप्ता, अजय महावर, रेखा गुप्ता, कपिल मिश्रा, कुलवंत राणा और डॉ अनिल गोयल सहित कई भाजपा विधायक शामिल थे। बताया जा रहा है कि इन सभी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा विधायकों ने संसद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से शिष्टाचार मुलाकात की है।
यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब भाजपा में सीएम के नाम पर चर्चा जोरों पर है। इसके लिए कई तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। बताया जा रहा है कि सीएम विधायकों में से ही चुना जा सकता है और इस पद के लिए पार्टी किसी महिला के नाम पर सहमति जता सकती है। इसके अलावा डिप्टी सीएम पद को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। भाजपा अन्य राज्यों में भी सीएम के साथ डिप्टी सीएम वाला फॉर्मूला अपना चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि दिल्ली में भी पार्टी मुख्यमंत्री के साथ-साथ डिप्टी सीएम का भी चयन कर सकती है। इसके मंत्रिमंडल में भी दलितों और महिलाओं पर खास फोकस किया जा सकता है।
बता दें, पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली में अपनी सरकार बनाने जा रही है। शनिवार को घोषित परिणामों में, पार्टी ने 70 में से 48 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी (आप) को सत्ता से बाहर कर दिया था।
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नए मुख्यमंत्री का चयन पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों में से किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों में कई सक्षम नेता हैं, जिनमें प्रदेश भाजपा के दो पूर्व अध्यक्ष, पार्टी के एक राष्ट्रीय सचिव और कई पूर्व प्रदेश पदाधिकारी शामिल हैं, जिन्हें लंबा राजनीतिक अनुभव है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने भी (पार्टी के) नवनिर्वाचित विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत करते हुए कहा कि इससे पार्टी को मिले जनादेश का सम्मान होगा। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि अतीत में भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ऐसी मिसाल कायम की हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि मल्होत्रा उस समय लोकसभा सदस्य थे जब उन्हें 2008 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था। हालांकि, उस चुनाव में भाजपा की हार के बाद, उन्होंने संसद सदस्य बने रहने के बजाय विधानसभा में विपक्ष का नेता बनने का विकल्प चुना था। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 15 फरवरी के आसपास विदेश यात्रा से लौटने के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।
भाषा से इनपुट