पलवल में माहौल बिगाड़ने की कोशिश! राम शोभायात्रा के दौरान दो गुटों में फायरिंग, गांव में तनाव
पलवल में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर सोमवार को राम शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें दो गुटों के बीच मारपीट और फायरिंग हो गई। गांव में व्याप्त तनाव को कम करने के लिए पुलिस बल लगातर गश्त कर रहा है।
अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में सोमवार दोपहर गांव मित्रोल में निकाली गई शोभायात्रा के दौरान रंजिश में दो पक्षों के बीच मारपीट और फायरिंग हो गई। गांव में व्याप्त तनाव को कम करने के लिए पुलिस बल लगातर गश्त कर रहा है। आरोप है कि दो गाड़ी से आए 14 बदमाशों ने शोभायात्रा पर पथराव के साथ फायरिंग भी की थी। कई महिलाओं को भी नालियों में गिरा दिया गया था। पुलिस जांच में जुटी है। मुंडकटी थाना प्रभारी धर्मेंद्र के अनुसार मारपीट में मित्रोल गांव निवासी नरेश घायल हुआ है। उसे नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नरेश के पिता लाल सिंह ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि वह गांव मित्रोल में परिवार के साथ रहते हैं। सोमवार को गांव के लोग भगवान श्रीराम की शोभायात्रा निकाल रहे थे। लाल सिंह ने बताया कि मित्रोल गांव में सालों से एक परंपरा चली आ रही है। इसमें निकाली जाने वाली शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु गांव मित्रोल-औरंगाबाद गांवों की परिक्रमा करते हैं। उसी परंपरा को पालन करते हुए सोमवार दोपहर करीब दो बजे निकली शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु मित्रोल गांव से मानपुर रोड होते हुए गांव औरंगाबाद की परिक्रमा कर रहे थे।
यात्रा में शामिल महिला-पुरुष व बच्चे जयकारा लगा रहे थे। हर्ष का माहौल था। उसी दौरान दो गाड़ियों से 13-14 युवक आए और यात्रा के पास गाड़ी रोककर हवाई फायरिंग शुरू कर दी। कुछ युवकों के हाथ में लाठी-डंडे, लोहे के रॉड आदि थे। सभी यात्रा में शामिल नरेश और भगत सिंह पर हमला कर दिए। इससे शोभायात्रा में शामिल लोगों में अफरातफरी मच गई। सब जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हमले में नरेश को काफी चोट लगी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित के अनुसार आरोपियों में से चार की पहचान की गई है। उनकी पहचान पवन, अरविंद, सुनील और सुमित आदि के रूप में की गई है। थाना प्रभारी धमेंद्र ने बताया कि नरेश के पिता लाल सिंह की शिकायत पर आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत चार नामजद समेत 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है और जगह-जगह छापेमारी कर रही है।
वर्चस्व को लेकर भिड़े
पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच में सामने आया है कि शोभायात्रा में हुई मारपीट मामले में पक्ष और विपक्ष गांव मित्रोल के हैं। इनमें पुरानी रंजिश है। दोनों गांव में वर्चस्व को लेकर अक्सर लड़ते रहते हैं। पीड़त पक्ष पर भी पहले से मारपीट व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है। पीड़ित पक्ष से नरेश आदि पिछले महीने ही मारपीट के मामले में जमानत पर जेल से छूटकर बाहर आया था।
क्षेत्र में दहशत फैलाई
पीड़ित पक्ष ने गाड़ी से आए बदमाशों पर शोभायात्रा के दौरान पथराव करने का भी आरोप लगाया है। मारपीट के दौरान बीच-बचाव करने आए लोगों पर उन्होंने पथराव किए हैं। हालांकि इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। लेकिन इससे शोभायात्रा के दौरान दहशत का माहौल हो गया। बच्चे और महिला अपनी जान बचाकर भागती नजर आई।
थाना प्रभारी धमेंद्र ने कहा, 'प्राथमिक जांच में सामने आया है कि नरेश अपने साथी भगत सिंह के साथ शोभायात्रा में शामिल थे। इस दौरान वहां से पवन, अरविंद, सुनील और सुमित आदि भी अपनी कार से गुजर थे। आशंका है कि इस दौरान दोनों को देखकर पवन, अरविंद, सुनील औरसुमित ने अपने साथियों के साथ हमला कर दिया। आरोपी पक्ष दोनों पर पहले से ही मारपीट आदि के कई मुकदमे दर्ज हैं।'
महिलाओं के साथ मारपीट
आरोप है कि बदमाशों ने बीच-बचाव करने पहुंचीं महिलाओं के साथ भी मारपीट की। आरोपियों पर महिलाओं को खींच-खींच कर नालियों में गिराने का भी लोगों ने आरोप लगाया है। हालांकि, मामले में किसी महिला को चोट लगने की बात समाने नहीं आ रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लूटपाट करने का भी आरोप
पीड़ित के अनुसार पीड़ित पक्ष ने आरोपियों पर महिलाओं से जेवरात आदि लूटने का भी आरोप लगाया है। पीड़ितों का कहना है कि हमला करने के दौरान आरोपियों ने महिलाओं के गले से सोने की चेन और अन्य जेवर छीन लिए। हालांकि, पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि जांच में झपटमारी या लूटपाट की बात सामने नहीं आई है।