चीनी मिसाइल फुस्स होते ही बदल गए सुर, पड़ोसी संग सीजफायर पर अब क्या बोला ड्रैगन
इससे पहले चीन की सेना ने सोमवार को उन खबरों का खंडन किया कि उसके सबसे बड़े सैन्य मालवाहक विमान ने पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति की है और ऐसी अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

भारत-पाकिस्तान के मध्य हालिया सैन्य टकराव के बीच चीन के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी एवं एशिया मामलों के प्रभारी लियू जिनसोंग ने यहां भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों तथा साझा हितों के मुद्दे पर विचारों का आदान-प्रदान किया। चीनी विदेश मंत्रालय के एशिया मामलों के विभाग के महानिदेशक लियू ने सोमवार को रावत से मुलाकात की। मंत्रालय की ओर से जारी एक संक्षिप्त प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी।
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में सात मई की सुबह 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। छह मई की देर रात को भारत की ओर से की गई सैन्य कार्रवाई पर पलटवार करते हुए पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले के प्रयास किये।
शनिवार को भारत-पाक ने सीजफायर का किया था फैसला
भारत और पाकिस्तान ने चार दिनों के सैन्य संघर्ष के बाद शनिवार को इसे रोकने पर सहमति जताई। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी संक्षिप्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने चीन-भारत संबंधों और साझा हितों के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। लियू ने कहा कि चीन ‘संघर्ष विराम’ के हालिया घटनाक्रम का समर्थन करता है और इसका स्वागत भी करता है।
चीन रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार
उन्होंने कहा कि चीन को उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान न केवल ‘संघर्ष विराम’ को सशक्त करेंगे और इसे जारी रखेंगे, बल्कि आगे के संघर्ष से बचेंगे, बातचीत और वार्ता के माध्यम से मतभेदों को दूर करेंगे और समस्याओं के राजनीतिक समाधान के रास्ते पर लौटेंगे। उन्होंने कहा कि चीन, भारत और पाकिस्तान के साथ संवाद बनाए रखने, दोनों देशों के बीच पूर्ण और स्थायी ‘संघर्ष विराम’ को साकार करने तथा क्षेत्र में शांति कायम रखने एवं स्थिरता बनाये रखने में रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है।
‘संघर्ष विराम’ का स्वागत
चीन ने भारत और पाकिस्तान के बीच ‘संघर्ष विराम’ का स्वागत करते हुए सोमवार को कहा कि यह दोनों देशों के मौलिक और दीर्घकालिक हित में है और क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए अनुकूल है। इससे पहले, भारतीय दूतावास ने यहां सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ को चेतावनी दी थी कि वह सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले उन संदेशों की पुष्टि करे।