मोहन भागवत का बयान राजद्रोह जैसा, किसी और देश में गिरफ्तार हो चुके होते: राहुल गांधी
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत के राम मंदिर वाले बयान को राजद्रोह जैसा बताया है। मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर बनने के बाद ही देश को सच्ची स्वतंत्रता मिली थी। इसी को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा कहना हर भारतीय का अपमान है। किसी और देश में तो अब तक अरेस्ट ही हो जाते।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत के राम मंदिर वाले बयान को राजद्रोह जैसा बताया है। मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर बनने के बाद ही देश को सच्ची स्वतंत्रता मिली थी। इसी को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा कहना हर भारतीय का अपमान है। उन्होंने कहा कि यदि किसी दूसरे देश में मोहन भागवत ने ऐसा कहा होता तो अब तक उनकी गिरफ्तारी हो जाती। भागवत ने सोमवार को कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मन का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इस दिन मिली थी।
राहुल गांधी ने कहा, ‘भागवत ने जो कहा है वह राजद्रोह के समान है क्योंकि उनके कहने का मतलब है कि संविधान अवैध है, अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई अवैध है... किसी दूसरे देश में तो अब तक उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता और उन पर मुकदमा चलाया जाता।’ उन्होंने कहा कि भागवत का यह बयान हर भारतीय का अपमान है। राहुल गांधी ने कहा कि अब समय आ गया है जब इस तरह की बकवास सुनना बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘दो विचारों के बीच लड़ाई है। एक हमारा विचार है जो संविधान का विचार है और दूसरी तरफ आरएसएस का विचार है जो इसके उलट है।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘देश में कोई दूसरा दल नहीं है जो भाजपा और आरएसएस के एजेंडे को रोक सके। सिर्फ कांग्रेस ही इन्हें रोक सकती है क्योंकि हम एक विचारधारा वाली पार्टी हैं।’
राहुल गांधी ने इंदिरा भवन के नाम से कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आज तो सारी जांच एजेंसियां इसलिए हैं ताकि कैसे विपक्षी नेताओं को घेरा जाए और उन्हें जेल भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि आज चुनाव आयोग को भी खुद को पाक-साफ करने की जरूरत है। उन्हें महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव का डेटा देना चाहिए. लेकिन उनकी ओर से इससे इनकार किया जा रहा है। ऐसे में हमें कैसे भरोसा होगा कि इलेक्टोरल सिस्टम सही है। यह चुनाव आयोग पर है कि वह साबित करे की चुनाव पारदर्शी तरीके से हो रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि आरएसएस के खिलाफ सिर्फ कांग्रेस के लोग ही टक्कर ले रहे हैं और इसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।
खरगे बोले- ऐसे ही बयान आते रहे तो घूमना-फिरना मुश्किल होगा
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोहन भागवत यदि इसी तरह बयान देते रहे तो देश में उनका घूमना-फिरना मुश्किल हो जाएगा। खरगे ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के लोगों को (1947 में मिली) आजादी याद नहीं है क्योंकि उनके वैचारिक पूर्वजों का स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं है। उन्होंने आरएसएस और भाजपा का उल्लेख करते हुए कहा, ‘आजादी के लिए वो कभी लड़े नहीं, कभी जेल नहीं गए, इसलिए उन्हें आजादी के बारे में कुछ याद ही नहीं है। हमारे लोग लड़े थे, जान गंवाई थी, इसलिए हम आजादी को याद करते हैं।’ खरगे ने कहा, ‘भागवत के बयान की मैं निंदा करता हूं और वह अगर ऐसे ही बयान देते रहे तो हिंदुस्तान में उनका घूमना-फिरना बड़ा मुश्किल हो जाएगा।’